भूमि अब भारत की सबसे युवा क्लाइमेट एक्टिविस्ट, लिसिप्रिया कंगुजम के साथ मिलकर लोगों को एनवायरनमेंट प्रोटेक्शन के बारे में जागरूक करेंगी!

हम सभी जानते हैं कि एक नागरिक के तौर पर भूमि -कॉन्शस हैं, और कुदरत को बचाने के विषय पर लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए लगातार काम कर रही हैं। भूमि ने क्लाइमेट वॉरियर नाम से एक ऑनलाइन और ऑफलाइन इनिशिएटिव की शुरूआत की है, जिसके जरिए वह एनवायरनमेंट को प्रोटेक्ट करने के मुद्दे पर देश के नागरिकों को जागरूक कर रही हैं।

अपनी इसी इनीशिएटिव के एक हिस्से के रूप में, भूमि इस दिशा में बढ़-चढ़कर काम करने वाले अलग-अलग लोगों को देश के सामने ला रही हैं। भूमि ने अब देश की सबसे युवा क्लाइमेट एक्टिविस्ट, लिसिप्रिया कंगुजम को अपनी मुहिम से जोड़ने का फैसला लिया है। आठ साल की यह लड़की देश के युवाओं को एकजुट कर रही है, ताकि वे क्लाइमेट-कॉन्शस बन सकें।

लिसिप्रिया कहती हैं, “मैं मणिपुर, भारत की रहने वाली हूं और मैं एक क्लाइमेट एक्टिविस्ट हूं। मैंने चाइल्ड मूवमेंट की स्थापना की है और हम अपनी धरती तथा अपने भविष्य को बचाने के लिए लड़ रहे हैं। 2018 में जब मैं सिर्फ 6 साल की थी, तब मुझे मंगोलिया में यूनाइटेड नेशन डिजास्टर कॉन्फ्रेंस में भाग लेने का मौका मिला और इसके बाद तो मेरी ज़िंदगी ही बदल गई।

2018 में मंगोलिया से वापस लौटने के बाद, मैंने चाइल्ड मूवमेंट के नाम से अपने ऑर्गेनाइजेशन की शुरुआत की, जिसके जरिए हम दुनिया भर के तमाम लीडर्स से अनुरोध करते हैं कि वे हमारी धरती और हमारे भविष्य को बचाने के लिए तुरंत ठोस कदम उठाएं।”

उन्होंने क्लाइमेट जस्टिस के क्षेत्र में भी इनोवेशन किए हैं। लिसिप्रिया कहती हैं, “मैंने IIT के प्रोफेसर, चंदनबोस सर की मदद से एक डिवाइस तैयार किया है जिसका नाम सुकीफू है। सुकीफू का मतलब है भविष्य के लिए सर्वाइवल किट। मैं अपने डिवाइस सुकीफू के साथ लोगों को एनवायरनमेंट के बिगड़ते हालात के बारे में सख़्त संदेश देना चाहती हूं।

पूरी दुनिया के लीडर्स, साइंटिस्ट, एक्सपर्ट्स, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड इस पर जरूर ध्यान देंगे, क्योंकि हमारे भविष्य की सुरक्षा की जिम्मेदारी इन्हीं लोगों पर है। मेरा यह डिवाइस हम सभी को साँस लेने के लिए ताज़ी हवा भी देगा और हमारे हेल्थ को एयर पॉल्यूशन से बचाएगा।”

लिसिप्रिया देश के लोगों को एक बहुत ही सरल संदेश देना चाहती हैं। वह कहती हैं, “मैं लोगों और बच्चों को एक छोटा सा संदेश देना चाहती हूं कि वे सिंगल यूज़ प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करें। उन्हें ज्यादा-से-ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए। अगर आपके आसपास पेड़-पौधे मौजूद होंगे, तो आपको साँस लेने के लिए ठंडी और ताज़ी हवा मिलेगी!”

अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर क्लाइमेट वॉरियर्स को सामने लेकर आने की बात पर भूमि कहती हैं, “क्लाइमेट वॉरियर नामक यह प्लेटफ़ॉर्म हर स्तर पर लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि क्लाइमेट में होने वाला बदलाव एक सच्चाई है यह बदलाव हम सबको नज़र आ रहा है।

इस मुद्दे से मेरे दिल की भावनाएं जुड़ी हुई हैं और इस विषय को लोगों के सामने लाने के लिए मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश करूंगी। यह मुहिम आने वाली जनरेशन के लिए है, जो हमारे बाद भी इस धरती पर मौजूद रहेंगे। यह मुहिम हमारी धरती माँ के लिए है, क्योंकि धरती ही हमें जीवन देती है।”

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