बच्चों पर अपनी पसंद नहीं थोपें पालक: जिंदल 

शिक्षा सहायता राशि का वितरण
इंदौर. समाज के सेवा कार्यो से ले कर विभिन्न क्षेत्रों में अग्रवाल समाज की प्रतिभाएं अग्रणी स्थान बनाए हुए हैं. बाल्यकाल से ही पालक अपने बच्चों पर अपनी पसंद थोप देते हैं कि तुम्हे बड़े हो कर क्या बनना हैं. इस तरह अपनी पसंद थोपने के बजाय पालकों को चाहिए कि वे बच्चों की दिलचस्पी देख कर उसके अनुरूप उन्हे विषय चयन करने दें.
जीवन के हर क्षेत्र में शिक्षा की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. जैसे पानी को किसी भी वस्तु में मिलाया जा सकता है, शिक्षा की उपयोगिता भी हर काम और उम्र में प्रासंगिक होती है. जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा के लिए सहायता देने के इस तरह के प्रकल्प निरंतर चलना चाहिए.
ये विचार है प्रधान आयकर आयुक्त शैली जिंदल के, जो उन्होने संतोष सभागृह में महाराजा अग्रसेन पारमार्थिक न्यास द्वारा अपने शिक्षादान महादान अभियान के तहत आयोजित सहायता राशि वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये. ट्रस्ट की ओर से एक हजार से अधिक जरूरतमंद बच्चों को 30 लाख रू की सहायता राशि का वितरण इस समारोह में किया गया.
म.प्र. लोक सेवा आयोग की सचिव श्रीमती रेणु पंत, भारतीय डाक विभाग की इंदौर परिक्षेत्र की अतिरिक्त महानिदेशक श्रीमती प्रीति अग्रवाल (आईएएस) तथा भारतीय डाक सेवाएं की निदेशक श्रीमती प्रीति अग्रवाल (इंडियन पोस्टल सर्विस) भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे. प्रारंभ में ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रेमचंद गोयल, समाजसेवी विनोद अग्रवाल, महामंत्री अरविंद बागड़ी एवं शिक्षा सहायता समिति के अध्यक्ष एस एन गोयल ने इस अभियान की जानकारी दी.
प्रथम चरण में आज 100 छात्रों को आमंत्रित कर उन्हे उनके शिक्षण संस्थान के नाम के चैक भैंट किये गये. कार्यक्रम में बालकृष्ण छाबछरिया, राजेश गर्ग, पवन सिंघल, नारायण अग्रवाल, सांसद प्रतिनिधि राजेश अग्रवाल, केंद्रीय समिति के गोविंद सिंघल, पुष्पा गुप्ता, संजय मंगल, धीरज खंडेलवाल सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित थे. संचालन अरविंद बागड़ी ने किया और आभार माना दिनेश मित्तल ने.ॉ

प्रतिभावान बच्चों के मिलती है मदद

म.प्र. लोकसेवा आयोग की सचिव श्रीमती रेणू पंथ ने कहा कि शिक्षा सहायता मिलने से प्रतिभावान बच्चों को बहुत बड़ी मदद मिल जाती है. ऐसे बच्चों को अब हर परीक्षा में शत प्रतिशत अंक लाना चाहिए. इंदौर परिक्षेत्र की डाक सेवाएं की अति. महानिर्देशक श्रीमती प्रीती अग्रवाल ने कहा कि यह खुशी की बात है कि सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में अग्रवाल समाज के बच्चें टॉपर होते हैं. शिक्षा सहायता मिलने से ऐसी प्रतिभाओं को आर्थिक के साथ मानसिक संबल भी मिलता है. काम करने की इच्छा हो तो कुछ भी करना असंभव नहीं है.

Leave a Comment