बॉलीवुड को JNU का तोहफा हैं लिरिसिस्ट डॉ. सागर

JNU ने  कई मंत्री, राजनेता और प्रोफेसर दिए हैं, लेकिन बॉलीवुड JNU के पहले दिग्गज गीतकार डॉ सागर के लिए आभारी है

JNU  से बॉलीवुड तक का डॉ. सागर का सफर उनकी असाधारण प्रतिभा और समर्पण का प्रमाण है। जबकि JNU विभिन्न क्षेत्रों में जैसे मंत्री, राजनेता, प्रोफेसर आईएस जैसे टैलेंट देश को देने के लिए प्रसिद्ध है, डॉक्टर सागर ने संगीत और गीतों की दुनिया में अपनी असली पहचान बनाई। यह JNU में अपने समय के दौरान उन्होंने शब्दों के माध्यम से कहानी कहने के लिए अपने जुनून की खोज की, और उन्होंने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपने कला को बढ़ाया।

जो बात डॉक्टर  सागर को अलग करती है, वह है उनके गीत जो उनकी जानो की शब्दों की गहराई और विचारधारा की संदेशों के लिए जाने जाते हैं। चाहे वह रोमांटिक हो, भावपूर्ण धुन हो, या एक फुट-टैपिंग डांस नंबर हो, डॉ सागर के शब्द लोगो को भावनाओं की दुनिया में ले जाने की शक्ति रखते हैं।

डॉ सागर की प्रतिभा ने संगीत की दुनिया  में प्रसिद्ध संगीत निर्देशकों और फिल्म निर्माताओं का ध्यान आकर्षित किया है। बॉलीवुड के कुछ सबसे बड़े नामों के साथ उनके सहयोग ने चार्ट-टॉपिंग गाने और यादगार साउंडट्रैक को जन्म दिया है।

म्यूजिक स्कूल, महारानी सीजन 2, अफ्वा, भीड और कई अन्य फिल्मों के लिए उन्होंने जो गीत लिखे हैं, उस संगीत ने केवल लोगों का  मनोरंजन किया है, बल्कि गीत सुनने वालो पर एक स्थायी प्रभाव भी छोड़ा है। उनके गीतों ने अक्सर प्रेम, एकता और सशक्तिकरण के सूक्ष्म संदेश दिए हैं, जिससे लोग और भी ज्यादा उनके संगीत से जुड़ाव महसूस करते है| 

हम आशा करते है की डॉक्टर सागर इस तरह ही अपने संगीत के माध्यम से अपने फैंस को प्रेरित और मनोरंजन करना जारी रखें, बॉलीवुड सच में डॉक्टर सागर जैसे टैलेंट को पा कर आभारी है|

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