- मणिपाल हॉस्पिटल्स ने पूर्वी भारत का पहला एआई-संचालित इंजेक्टेबल वायरलेस पेसमेकर सफलतापूर्वक स्थापित किया
- Manipal Hospitals successfully performs Eastern India’s first AI-powered injectable wireless pacemaker insertion
- Woxsen University Becomes India’s First Institution to Achieve FIFA Quality Pro Certification for RACE Football Field
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने यू – जीनियस राष्ट्रीय प्रश्नोत्तरी फिनाले में प्रतिभाशाली युवाओं का किया सम्मान
- Union Bank of India Celebrates Bright Young Minds at U-Genius National Quiz Finale
द कपिल शर्मा शो में सोनू सूद ने छेड़ी प्रवासी रोजगार ऐप की चर्चा
सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन का पॉपुलर कॉमेडी शो द कपिल शर्मा शो लगभग 4 महीने बाद टेलीविजन पर वापसी करने जा रहा है, जिसकी शुरुआत 1 अगस्त से हो रही है।
पूरे देश के मनोरंजन के वादे के साथ इस वीकेंड दर्शकों को बिल्कुल नए एपिसोड्स के साथ ढेर सारी मस्ती का माहौल मिलेगा।
इस समय सोनू सूद सबसे ज्यादा चर्चा में हैं, जो इस मुश्किल वक्त में प्रवासी मजदूरों के मसीहा बनकर उभरे हैं। सोनू इस शो के पहले गेस्ट होंगे।
सोनू ने न सिर्फ इन मजदूरों को सुरक्षित घर पहुंचाने में मदद की, बल्कि उनकी आवश्यक जरूरतों के लिए उनकी आर्थिक सहायता भी की। प्रवासी मजदूरों के लिए मदद का हाथ बढ़ाने को लेकर सोनू देशभर में चर्चित हो गए हैं।
इस शो में उन्होंने अपने प्रवासी रोजगार ऐप को शुरू करने के पीछे का विचार बताया, जो उन्होंने हाल ही में लॉन्च किया है। उन्होंने इससे जुड़े कुछ किस्से भी सुनाए।
शो के दौरान जब कपिल ने इस बारे में जानना चाहा तो सोनू ने कहा, “मजदूरों के लिए यात्रा का इंतजाम करने के दौरान मैंने उनसे पूछा था कि वो वापस कब लौटेंगे या फिर वो वापस लौटेंगे भी या नहीं। इस पर मुझे सभी से एक जैसा जवाब मिलता था कि यदि उन्हें काम मिला तो वो लौट आएंगे, नहीं तो वो अपने शहर में ही कुछ काम ढूंढ लेंगे। इससे मैं सोच में पड़ गया।
मैं खुद इंजीनियरिंग का विद्यार्थी रह चुका हूं और इसलिए मैंने अपनी टीम के साथ इस बात पर काम शुरू किया कि इन मजदूरों को ऐप के जरिए कैसे काम मिल सकता है। इस ऐप को तैयार करने में हमें 2-3 महीने लग गए।
इस ऐप पर किसी भी राज्य का कोई भी व्यक्ति अपनी कुशलता संवार सकता है और किसी दूसरे राज्य में जाकर अपने लायक काम हासिल कर सकता है। जब तक यह एपिसोड प्रसारित होगा, तब तक इस ऐप के जरिए 1 – 1.5 लाख लोगों को रोजगार मिल चुका होगा।”