सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के क्राइम पेट्रोल सतर्क में शुरू होगा नया चैप्टर – विमेन अगेंस्ट क्राइम; दिव्यांका त्रिपाठी दहिया करेंगी एक नई पहल

असरदार एपिसोड्स वाली स्पेशल सीरीज़, क्राइम पेट्रोल सतर्क – विमेन अगेंस्ट क्राइम का प्रीमियर 21 दिसंबर को हो रहा है और इसका प्रसारण हर सोमवार से शुक्रवार रात 11 बजे होगा

मुंबई : महिलाओं के खिलाफ हिंसा अलग-अलग रूपों और अलग-अलग उम्र में हो रही हैं और यह सिर्फ पुरुषों की हिंसा तक सीमित नहीं है। अपराध का कोई चेहरा, उम्र, लिंग, धर्म या स्थिति नहीं होती। हम हर पल औरतों के खिलाफ होने वाली क्रूरता और हैवानियत के बारे में सुनते हैं। अब वक्त आ गया है कि खुद महिलाएं और समाज इस बात को ज़हन में उतारें, सतर्क रहें, होने वाले अपराध की आहट सुनना सीखें, अपनी सोच बदलें और लिंग भेद एवं अपराध से मुक्त भविष्य की दिशा में काम करें।

इस गंभीर समस्या को ध्यान में रखते हुए सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन, क्राइम पेट्रोल सतर्क – विमेन अगेंस्ट क्राइम के जरिए एक बहुत महत्वपूर्ण अपील कर रहा है। इस पहल की शुरुआत मशहूर टेलीविजन हस्ती दिव्यांका त्रिपाठी दहिया कर रही हैं, जो इस सीरीज़ की एंकर के रूप में नजर आएंगी।

एक समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक विविधता वाले हमारे देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध फल फूल रहे हैं और इनकी संख्या हर दिन बढ़ रही है। लेकिन अक्सर शर्म और बदनामी के डर से ज्यादातर अपराध सामने नहीं आते। इन अपराधों का स्वरूप सिर्फ शारीरिक या लैंगिक नहीं, बल्कि मनोवैज्ञानिक भी है। आखिर इस समस्या की असली वजह क्या है और हम समय रहते उचित कदम कैसे उठा सकते हैं?

21 दिसंबर से शुरू हो रहे क्राइम पेट्रोल सतर्क – विमेन अगेंस्ट क्राइम में कुछ असरदार एपिसोड्स के जरिए पिछले कुछ समय की ऐसी ही चर्चित घटनाओं को दिखाया जाएगा। यह शो बताएगा कि कैसे अक्सर इशारों और छोटी-छोटी घटनाओं की अनदेखी महिलाओं के खिलाफ बड़े अपराधों को जन्म देती है। इस शो के नए एडिशन में बलात्कार, छेड़खानी, कत्ल, बाल उत्पीड़न और ऐसी ही कई घटनाओं का संपूर्ण नाटकीय चित्रण किया जाएगा, जो दर्शकों के लिए आंखें खोल देने वाला अनुभव होगा। इसमें दिव्यांका त्रिपाठी दहिया इस तरह के संकेतों को लेकर सतर्क करेंगी और सोच बदलने की अपील करेंगी।

क्राइम पेट्रोल – विमेन अगेंस्ट क्राइम से जुड़ने को लेकर दिव्यांका ने कहा, “अपनी पूरी जिंदगी के दौरान महिलाएं समाज और परिवार के दबाव के चलते अपनी असली ताकत भूल जाती हैं। कभी-कभी तो महिलाओं को यह भी नहीं पता होता कि उन्हें दबाया या सताया जा रहा है। यह सच है कि हर उम्र की ऐसी बहुत-सी महिलाएं हैं, जो हर दिन अलग-अलग तरह के अत्याचारों का शिकार हो रही हैं। लेकिन कैसे इनमें से ज्यादातर मामले सामने नहीं आते? आखिर खुद पीड़ित होने के बावजूद महिलाओं को शर्म और बहिष्कार क्यों झेलना पड़ता है?

व्यक्तिगत तौर पर बात करूं तो कोई भी औरत खुद के साथ ऐसा नहीं होने देना चाहती और ना ही वो ऐसा करने को कहती है। हमारी सोच और नजरिए में एक बड़ा अंतर है, जिसे दूर करने की जरूरत है और यह समय की मांग है। मुझे लगता है कि अब वक्त आ गया है कि हम औरतों को अपने आत्म-सम्मान की कमान खुद थाम लेनी चाहिए। हमें अपने बेटों और बेटियों को यह सिखाना बंद कर देना चाहिए की महिलाएं अबला नारी होती हैं, जिन्हें बचाने की जिम्मेदारी किसी प्रिंस चार्मिंग पर होती है।

एक औरत को अपने प्रिंस चार्मिंग का इंतजार करने की जरूरत नहीं है, वो खुद ही हर तरह से सक्षम है। यह तभी संभव होगा, जब एक औरत के रूप में हम अपनी और दूसरी औरतों की कद्र करेंगे। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मैं क्राइम पेट्रोल के आगामी चैप्टर – विमेन अगेंस्ट क्राइम में शामिल हुई, ताकि मैं ना सिर्फ इस बारे में जागरूकता फैला सकूं बल्कि इस बात को दोहरा सकूं कि एक औरत पे वार, अब हर औरत का भार।“

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