- Over 50gw of solar installations in india are protected by socomec pv disconnect switches, driving sustainable growth
- Draft Karnataka Space Tech policy launched at Bengaluru Tech Summit
- एसर ने अहमदाबाद में अपने पहले मेगा स्टोर एसर प्लाज़ा की शुरूआत की
- Acer Opens Its First Mega Store, Acer Plaza, in Ahmedabad
- Few blockbusters in the last four or five years have been the worst films: Filmmaker R. Balki
मशहूर डॉक्टरों से ऑनलाइन सलाह ले रहे हैं 70% मरीज, टेलीमेडिसिन में तीन गुना हुई बढ़ोतरी : DrOnA हेल्थ सर्वे का निष्कर्ष
दिल्ली। भारत में कोरोना के प्रकोप के बाद टेलीमेडिसिन से डॉक्टरों से परामर्श लेने पर हुई बढ़ोतरी पर किए गए एक सर्वे से यह तथ्य सामने आया है कि इस अवधि में मेडिसिनल सर्विसेज को डिजिटल रूप में अपनाने में तीन गुना वृद्धि हुई।
मैनकाइंड फार्मा के साथ साझेदारी में DrOnA हेल्थ के सर्वे में 60 फीसदी लोगों ने कहा कि वह अपनी बीमारी के संबंध में डॉक्टरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सलाह-मशविरा कर काफी संतुष्ट हैं, जबकि सर्वे में हिस्सा लेने वाले 54 फीसदी लोगों ने भविष्य में भी टेलीमेडिसिन का उपयोग जारी रखने के प्रति सहमति जताई।
इस सर्वे में 250 से ज्यादा शहरों के सभी आयुवर्ग के 3000 से ज्यादा पुरुषों और महिलाओं ने हिस्सा लिया। सर्वे के नतीजों से पता चलता है कि टेलीमेडिसिन सेवा यहां स्थाई रूप में ठिकाना बनाने के लिए आई है। यह भारत में स्वास्थ्य की देखभाल करने वाली प्रणाली का एक अभिन्न अंग बन जाएगी।
कोरोना महामारी के दौरान क्लीनिक जाने से संक्रमण की चपेट में आने के खतरे को लोग महसूस कर रहे हैं। मरीजों के डॉक्टरों से ऑनलाइन परामर्श का विकल्प अपनाने का यही प्रमुख कारण है, जो सुरक्षित, सुविधाजनक और अपेक्षाकृत ज्यादा किफायती भी है।
सर्वे से यह भी पता चलता है कि टेलीमेडिसिन के दिशा-निर्देशों के अनुसार मरीजों ने डॉक्टरों के पसंदीदा टेलीमेडिसिन प्लेटफॉर्म को अपनाया। 70 फीसदी यूजर्स अपनी बीमारी के संबंध में परिचित डॉक्टरों से ऑनलाइन कसंल्ट करते हैं, जबकि 60 फीसदी मरीज डॉक्टरों को एक बार दिखाने के बाद उनसे बाद में परामर्श लेने (फॉलोअप कंसल्टेशन) के लिए टेलीमेडिसिन का इस्तेमाल करते हैं।
सर्वे के अनुसार बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल समेत देश के पूर्वी हिस्से में टेलीमेडिसिन के प्रयोग में बढ़ोतरी हुई है।
मैनकाइंड फॉर्मा के सीईओ श्री राजीव जुनेजा ने कहा, “टेलीमेडिसन की व्यवस्था दूसरे देशों में अच्छी तरह स्थापित है। हमारे देश में कोरोना वायरस से उपजी स्थिति के कारण मरीजों की इसमें दिलचस्पी जागी है। मरीज अब जल्द से जल्द टेलीमेडिसिन की इस व्यवस्था को अपना रहे हैं। इस सरल तरीके से डॉक्टरों से होने वाले संपर्क से न सिर्फ मरीजों को सुविधा मिली है, बल्कि इस सर्विस ने दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले मरीजों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य रक्षा का शानदार समाधान प्रदान किया है।
हमारे सर्वे से यह स्पष्ट रूप से पता चलता है कि भारत में मरीज सक्रिय रूप से टेलीमेडिसिन सोल्यूशंस की तलाश कर रहे हैं, जबकि इस प्रणाली को अपनाने वाले डॉक्टरों को इससे बहुत फायदा हुआ है। हमें पूरा भरोसा है कि इस सेग्मेंट में DrOnAppभारत में टेलीमेडिसिन को अपनाने की राह में नया एपिसोड लिखेगा।”
DrOnA हेल्थ डॉक्टरों पर केंद्रित एक समर्पित टेलीकंसलटेशन प्लेटफॉर्म है। इस प्लेटफॉर्म पर 10 हजार से ज्यादा डॉक्टर मौजूद हैं।