भारतपे ने बड़ी विस्तार योजनाओं की घोषणा की : दिसंबर 2020 तक 65 शहरों में बढ़त बनाने का लक्ष्य
नई दिल्ली. भारत की सबसे बड़ी मर्चेंट पेमेंट कंपनी, भारतपे ने आज देश के टियर-1, 2 और 3 शहरों के लिये अपनी आक्रामक विस्तार योजनाओं की घोषणा की है। यह कंपनी वर्तमान में 35 से ज्यादा शहरों में मौजूद है और दिसंबर 2020 तक अपनी सूची में 30 और शहरों को जोड़कर अपनी मौजूदगी को ठोस तरीके से बढ़ाने की योजना बना रही है।
भारत के इन शहरों में कोलकाता और चेन्नई जैसे टियर-1 शहर, कोयंबटूर, कोचि, देहरादून, नागपुर, भुवनेश्वर, पटना जैसे उभरते शहर, तथा अमृतसर, वाराणसी, आगरा, प्रयागराज जैसे पर्यटन केन्द्र आदि शामिल हैं। कंपनी का लक्ष्य वित्तीय वर्ष 21 के अंत तक 5 मिलियन से ज्यादा व्यापारियों की अपनी मौजूदा सूची में 3 मिलियन और व्यापारियों को जोड़ना है।
यह घोषणा भारत के 60 मिलियन से ज्यादा एसएमई (लघु और मंझोले उद्यमों) के लिये पसंदीदा वित्तीय सेवा भागीदार बनने की कंपनी की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। कंपनी नए शहरों में जीरो ट्रांजेक्शन फीस के साथ अपने अनोखे अंतरप्रचालनीय (इंटरऑपरेबल) यूपीआई क्यूआर की और हाल ही में आरम्भ किए गए जीरो रेंटल, जीरो फीस कार्ड एक्सेप्टेंस मशीन (भारतस्वाइप) की शुरुआत करने जा रही है।
इसके अलावा, भारतपे व्यापारियों के व्यवसाय की वृद्धि में उनकी मदद के उद्देश्य से उनके लिये प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर 7 लाख रुपये तक के सम्पार्श्व-रहित (कोलेटरल-फ्री) ऋणों की पेशकश करेगा। भारतपे दैनिक क्यूआर/पीओएस कलेक्शन और ऋण लेने वाले व्यापारियों के बैंक खाते में साप्ताहिक भुगतान के मिश्रण के साथ अपने हाइब्रिड रिपेमेंट मॉडल की पेशकश करेगा।
कंपनी की विस्तार योजना के बारे में भारतपे के ग्रुप प्रेसिडेन्ट श्री सुहैल समीर ने कहा कि, “महामारी के कारण देश में डिजिटल पेमेंट उद्योग तेजी से बढ़ा है, क्योंकि अधिकांश ग्राहक कैशलेस पेमेंट पसंद कर रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में हमारा व्यवसाय कई गुना बढ़ गया है। हमारे पेमेंट्स संभाग ने माह-दर-माह आधार पर स्थायी रूप से दहाई अंक में वृद्धि की है। हमारे ऋण संभाग ने भी बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है और हम इस साल के अंत तक 1000 करोड़ रू. के ऋण वितरित करने की स्थिति में हैं।”
सुहैल ने आगे यह भी कहा कि, “हम भुगतान, ऋण, स्वर्ण और बीमा सहित अपने विविध उत्पादों के साथ एसएमई के लिये एक उत्कृष्ट वित्तीय परितंत्र बनाने के लिये प्रतिबद्ध हैं। देश में अपनी मौजूदगी को दोगुना करने का हमारा निर्णय इसी के अनुसार है। हमने विस्तार के इस चरण के लिये ऐसे शहरों को चुना है, जो या तो व्यावसायिक केन्द्र हैं या उभरते वाणिज्यिक केन्द्र। हम इन नये शहरों में लाखों और व्यवसायों को सशक्त करेंगे।”
भारतपे सभी नए शहरों में व्यापारियों के लिए अपनी विविध वित्तीय सेवाओं की शुरुआत करेगा। इन शहरों में अमृतसर, कोटा, गुंटूर, काकीनाडा, राजमुंदरी, जोधपुर, कोयम्बतूर, मदुरै, नागपुर, कोच्चि, त्रिची, रायपुर, तिरुअनंतपुरम, बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई, ग्वालियर, जबलपुर, कोलकाता, पटना, रांची, भुवनेश्वर, गुवाहाटी, जमशेदपुर, चेन्नई, आगरा, प्रयागराज, औरंगाबाद, देहरादून, पटियाला, रोहतक, सिल्चर, अगरतला, शिलॉन्ग और वाराणसी सम्मिलित हैं।