एरोड्रम क्षेत्र में दोहरा हत्या कांड, आरक्षक और पत्नी की चाकूओं से गोदकर हत्या


इंदौर. एरोड्रम थाना क्षेत्र में दोहरा हत्याकांड हो गया. यहां 15वीं बटालियन के आरक्षक और उनकी पत्नी की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई. घटना के बाद से ही आरक्षक की नाबालिग बेटी लापता है. पुलिस को लाशों के पास से एक पत्र भी मिला है, जो कि उनकी बेटी ने छोड़ा है. जिसमें उसने पिता पर गंभीर आरोप लगाए हैं और खुद ही हत्या करवाने की बात कही है.
पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.

जानकारी के अनुसार घटना एरोड्रम थाने के रुक्मणि नगर की है. यहां रहने वाले 15वीं बटालियन में पदस्थ आरक्षक ज्योति प्रसाद शर्मा और उनकी पत्नी नीलम की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई. घटना का खुलासा तब हुआ जब सुबह बाई काम करने आई. यहां आरक्षक शर्मा का मकान दो भाग में है. एक में ज्योति के माता-पिता रहते हैं, जबकि दूसरे भाग में आरक्षक अपने 18 साल के बेटे और 16 साल की बेटी सहित पत्नी के साथ रहते थे.

बाई जब काम करने आई तो बाहर ताला लगा हुआ था. वह पड़ोस में रहने वाला माता-पिता के घर गई और बताया कि बाहर ताला लगा हुआ है. आरक्षक का बेटा यही दादा-दादी के साथ था. यह बात सुन वह माता-पिता को देखने पहुंचा. अंदर उसने झांककर देखा तो उनकी खून से सनी लाशें देख चीख निकल गई. आवाज सुन पड़ोसी मौके पर पहुंचे.

उन्होंने तत्काल पुलिस को कॉल किया. मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे को सील कर दिया और आलाधिकारियों को सूचना दी. घटना के बाद से दंपति की 15 साल की बेटी घर से गायब है. पुलिस उसकी भी तलाश कर रही है. मामले में डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्रा का कहना है मामले की जांच की जा रही है. दो लोगों को चिन्हित किया गया है. शीघ्र ही मामले का खुलासा किया जाएगा.

पत्र में पिता पर आरोप

बताया जा रहा है कि पुलिस ने दो युवकों को मामले में चिह्नित किया है. हालांकि वे अभी पुलिस हाथ नहीं आए हैं. इसमें एक का नाम डीजे पता चला है, जो नाबालिग का दोस्त है. इनकी दोस्ती को लेकर पिता ने कुछ समय पहले विरोध भी किया था. नाबालिग को समझाइश भी दी थी. वहीं, पुलिस को पड़ताल के दौरान एक लेटर भी घर से मिला है, जिसमें बेटी ने पिता पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उसमें लिखा है कि पिता मेरे साथ गलत हरकत करते थे और इसमें मम्मी भी कुछ नहीं बोलती थी. इसलिए मैंने इस घटना को अंजाम दिया है.

बेटी घुमा रही थी कुत्ता

सूत्रों के अनुसार, जिस वक्त बेटी कुत्ते को घुमा रही थी, उसी वक्त भीतर से आवाज भी आ रही थी. शोर सुन वहां रहने वाले लोग जागे, बेटी को कुत्ता घुमाते भी देखा. उन्हें लगा कि भीतर विवाद हो रहा है, इसलिए बेटी बाहर आ गई होगी. संभवतः उस समय हत्यारे घर में थे और वारदात को अंजाम दे रहे थे.

बेटा की मोबाइल 24 घंटे पहले से बंद

हत्याकांड में एक और चौंकाने वाली बात यह पता चली है कि बेटी का मोबाइल वारदात के 24 घंटे पहले ही बंद हो चुका था. सूत्रों की मानें, तो यह बात उस समय सामने आई जब पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर बेटी को खोजने की कोशिश की. हत्या के बाद बेटी का कहीं अपहरण तो नहीं हुआ है, इस एंगल को लेकर भी पुलिस परिजनों से नंबर लेकर उसकी तलाश में जुटी थी.

क्या प्रेम प्रसंग के कारण हत्याकांड को दिया अंजाम?

पूरे मामले की काफी बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है. संभावना व्यक्त की जा रही है कि आरक्षक ज्योति शर्मा की बेटी का क्षेत्र के ही एक युवक धनंजय यादव से बातचीत करती थी. इसकी जानकारी पिछले दिनों आरक्षक ज्योति शर्मा को लग गई थी, जिसके बाद उन्होंने युवक धनंजय यादव के साथ मारपीट भी की थी. उन्होंने हिदायत भी दी थी कि वह उनकी बेटी से दूर रहे. ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि शायद इसी के चलते धनंजय शाह ने अलसुबह योजनाबद्ध तरीके से आरक्षक के घर को निशाना बनाया. और हत्याकांड की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया.

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