पांच विभूतियां आजाद,माथुर अलंकरण से अलंकृत

इंदौर. आज युवा पीढ़ी पर यह मेहती जिम्मेदारी हैै कि वह स्वाधीनता सेनानियों के संघर्ष को स्मरण रखते हुए अनमोल आजादी की रक्षा करे और राष्ट्र निर्माण में अपना सर्वस्य झोंक दे. आजाद तिलक सहित हजारो हजार स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी का जो द्वीप प्रज्जवलित किया, उसे भी भारतवासी जलाये रखें, ताकि अंधेरा दूर हो.आज लोगों के मन संकुचित हो गये है. लोगों को उदारभाव से समाजसेवा के कार्यों में योगदान देना होगा. तभी समाजसेवा का यज्ञ निरंतर जारी रह सकेगा.
नेताजी सुभाष मंच द्वारा स्वाधीनता संग्राम के अप्रतिम नायक अमर सेनानी चंद्रशेखर आजाद एवं लोकमान्य तिलक एवं आनंद मोहन माथुर के जन्मदिन पर आयोजित आजाद माथुर अलंकरण समारोह में यह बात अतिथियों ने कही.
नेताजी सुभाष मंच व अभा. स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के तत्वाधान में होटल अप्सरा में भारत के अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की 112वीं जयंती स्वराज्य मेरा  जन्मसिद्व अधिकार है का उदघोष करने वाले स्वातंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की 162वीं जयंती एवं इंदौर के विकास में अनेकों सौगात देने पर पूर्व महाधिवक्ता एवं स्वतंत्रता सेनानी आनंद माथुर का 91वां जन्मदिवस समारोह पूर्वक मनाया गया.
इस प्रसंग पर पांच विभूतियों को आजाद माथुर अलंकरण से विभूषित किया.स्वागताध्यक्ष सत्यनारायण पटेल, आयोजक नेताजी सुभाष मंच के प्रदेश अध्यक्ष मदन परमालिया ने बताया कि इस अवसर पर पांच विभूतियां डा.रजनी भंडारी को थैलेसिमिया पीडि़त बच्चों की सेवा एवं मानव अधिकार संरक्षण, डा. जयदीप ङ्क्षसंह चौहान को क्लेप्ट लिफट सर्जरी के क्षेत्र में 8000 नि:शुल्क आपरेशन करने पर, सईद आलम को मार्शल आर्ट एवं महिलाओं को सेल्फ डिफेंस टे्रनिंग देने पर, श्रीमती सीमा परिहार को मानसिक रूप से दिव्यांगों के  कल्याण हेतु तथा राजू कुलपारे को सेक्सोफोन वादन में देश का नाम रोशन करने पर आजाद माािुर अलंकरण से विभूषित किया गया.
समारोह को अपने आतिथ्य से रामेश्वर पटेल, श्याम कुमार आजाद, डा.इशरत अली एवं आनंद मोहन माथुर ने गौरवान्वित किया. इस अवसर पर बीएसएफ के बैण्ड ने अपनी प्रस्तुति देकर शहीदों को श्रृद्वासुमन अॢपत की. संचालन एवं अभिनंदन पत्र का वाचन मदन परमालिया ने किया.

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