- Did you know Somy Ali’s No More Tears also rescues animals?
- Bigg Boss: Vivian Dsena Irked with Karanveer Mehra’s Constant Reminders of Family Watching Him
- Portraying Diwali sequences on screen is a lot of fun: Parth Shah
- Vivian Dsena Showers Praise on Wife Nouran Aly Inside Bigg Boss 18: "She's Solid and Strong-Hearted"
- दिवाली पर मिली ग्लोबल रामचरण के फैन्स को ख़ुशख़बरी इस दिन रिलीज़ होगा टीज़र
भारत को बनाना होगा डाटा मैनेजमेंट में अग्रणी: किर्लोस्कर
रीथिंक, रीडिजाइन, रीबिल्ड थीम पर हुआ आईएमए कॉन्क्लेव का शुभारंभ
इंदौर. शुक्रवार को अभय प्रशाल में इंदौर मैनेजमेंट एसोसिएशन के 28 वे आईएम इंटरनेशनल मैनेजमेंट कॉन्क्लेव का शुभारंभ हुआ. कॉन्क्लेव का शुभारंभ सिप्ला के नॉन एक्जीक्युटिव चेयरमैन डॉ. वायके हामिद ने किया. कॉन्क्लेव में उन्हें आईएमए लाईफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.
इंडिया 4.0 विषय पर इस बार हो रहे आईएम कॉन्क्लेव में कार्पोरेट सेक्टर के लीडर्स ने रीडिजाइन, रीथिंक व रीबिल्ड थीम पर चर्चा की और शहर के बिजनेसमेन, एक्जिक्युटिव व स्टूडेंट्स को संबोधित किया।
किर्लोस्कर ब्रदर्स के चेयरमैन संजय किर्लोस्कर ने आईएमए कॉन्क्लेव की थीम 4.0 पर संबोधित करते हुए कहा वर्तमान में जो डिजिटाइजेशन हो रहा है, उससे इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा। अभी सबसे ज्यादा जरूरत डाटा मैनेजमेंट की है, भारत को इसमें अग्रणी बनना होगा। देश की घरेलू कंपनियों को इस क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए देश की सरकार को अहम भूमिका निभाना होगी। इस क्षेत्र में क्रिएटिव साल्युशन तभी मिलेंगे जब कंपनियों को बढ़ावा दिया जाएगा।
फार्मास्युटिक इंडस्ट्री देश को स्वस्थ बनाने में सहयोग करे: हामिद
सिप्ला के नॉन एक्जिक्युटि चेयरमैन डॉ वाय के हामिद ने कहा कि आपको सफलता तब नहीं मिलेगी जब आप सही जगह पर सही समय पर होंगे, लेकिन आपको सफलता तब मिलेगी जब आप उसके लिए तैयार होंगे। उन्होंने बताया कि विश्व में भारत सबसे बड़ी फामास्युटिक राजधानी के रूप में उभरकर सामने आया है। ऐसे में यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि देश के किसी भी व्यक्ति को दवा व इलाज का अभाव न हो। देश के फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री की जिम्मेदारी है कि वो भारत की जनता के स्वस्थ रहने में अपना पूरा सहयोग करें। उन्होंने कहा कि भारत अपना भाग्य खुद तय करेगा। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की दुनिया क्या बोलती है।
पर्सलाइजेशन का रहेगा खास महत्व: मेहता
बिजनेस सेशन में एचएमडी ग्लोबल के वाइस प्रेसिडेंट व कंट्री हेड इंडिया अजय मेहता ने बताया कि औद्योगिक क्रांति 4.0 आ चुकी है और अब औद्योगिक क्रांति 5.0 आने वाली है और यह पर्सनालइनेशन का दौर होगा। आने वाले समय में सायबर सिक्योरिटी के माध्यम से लोगों की निजी चीजों को सुरक्षित रखने पर पूरा जोर दिया जाएगा। उन्होंने आईओटी और ब्लॉक चैन का जिक्र करते हुए कहा कि ये इंडस्ट्री में बड़ा प्रभाव डालेगी। उन्होनें आधुनिक तकनीक के बारे में बताते हुए डॉ तेजस पटेल के बारे में बताया कि कैसे उन्होंने तकनीक की मदद से 32 किलोमीटर दूर बैठकर एक मरीज की बायपास सर्जरी को अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि अब रोल क्रिएट करना होंगे। आईएमए कॉन्क्लेवल में इस बार जो 4.0 थीम का मंत्र दिया है उसे अपनाना होगा। उद्योगों को अपने कर्मचारियों के विकास को बढ़ावा देने की जरूरत है। देश की सरकार व शिक्षा प्रणाली के बीच बेहतर तालमेल होगा तो ही उदयोगों के लिए बेहतर मैनपॉवर तैयार हो सकेंगे।
युवाओं को बेहतर प्लेटफार्म देने की जरूरत: बालाजी
वोडाफोन इंडिया लि के चीफ रेग्युलेटरी एंड कार्पोरेट अफेयर ऑफिसर पी बालाजी ने बताया कि हमें अपने एफर्टस बढ़ाने की जरूरत है क्योंकि भारत तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। हमअपने लक्ष्य उंचे रखना होंगे। अब भी करीब 60 करोड़ लोग अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अगर हम व्यक्तिगत तौर पर किसी चीज में निवेश करते है तो हमें उसका एक बेहतर फल मिलना चाहिए। आपसी तालमेल ही सफलता की कुंजी है। जो लोग अभी स्टार्ट अप के माध्यम से इंडस्ट्री में आ रहे है उनका यह प्रयास सराहनीय है। ऐसे युवाओं को मजबूती देने के लिए प्लेटफार्म बनाने होगे।
बेहतर विकास के लिए सरकार की स्थिरता जरूरी: शाह
कोटक एएमसी लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर नीलेश शाह ने भारत की अर्थव्यवस्था से संबंधित समस्यांओं के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि भारत की समृधि को रोकने वाले तत्वों में लाखों लोगों को नौकरियां नहीं मिलना व भारतीयों द्वारा तेल व सोने का आयात ज्यादा करने प्रमुख कारण है. भारत की अर्थव्यवस्था को दूसरे देशो से तुलना करते हुए उन्होंने बताया कि भारत में मैन्युपफैक्चरिंग इंडस्ट्री में मारूति ज्यादा प्रोडक्शन ज्यादा है. इसी तरह रूरल फार्मिंग में अमूल का उदाहरण देकर बताया कि अमूल के कारण भारत दुनिया की सबसे बड़ा दूध उत्पादन वाला देश बन गया है. शाह ने कहा देश के बेहतर विकास के लिए सरकार की स्थिरता बहुत जरूरी है।
भविष्य की फैक्टरियां पूरी तरह होगी डिजिटल: जैन
बेन एंड कंपनी, नईदिल्ली के पार्टनर दीपक जैन ने कहा कि औद्योगिक क्रांति 4.0 में तीन महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेंगे। तकनीकी तो बदलेगी साथ ही मार्केट में पैसा रहेगा और वर्क फोर्स विकसित होगा। भारत इस औद्योगिक क्रांति के मध्य में खड़ा है और वर्तमान में जो डिजिटल चैनल है ये मार्केट को बहुत बड़े रूप में प्रभावित कर रहे है। भविष्य की फैक्टरियां पूरी तरह डिजिटल होगी।
अर्थव्यवस्था के विकास में महिलाओं का है विशेष योगदान: बनर्जी
एसपीजेआईएमआर के डीन डॉ रंजन बनर्जी ने कहा कि भारत की ग्रोथ पहले आठ बड़े शहरों से आती थी। अब भारत की प्रगति में आठ शहरों सीमित नहीं रही, अब देश के 42 शहर उसमें अपना अहम योगदान दे रहे है। पिछले कुछ वर्षो में भारत के टियर-2 और टियर-3 शहरों में काफी विकास हुआ है। आज का युवा काफी आशांवित है और भारत की अर्थव्यवस्था के विकास में महिलाओं का बहुत बड़ा योगदान है।
देश का सबसे अमीर व सबसे गरीब व्यक्ति एक ही राज्य में: डॉ. कपूर
इंस्टिटयुट ऑफ कॉम्पीटेटिवनेस के चेयरमैन डॉ अमित कपूर ने बताया कि देश के 40 करोड़ लोगों के पास जितना पैसा है उतना तो हमारे देश की टॉप 10 परिवारों के पास पैसा है। यह स्थिति एक टाइम बम की तरह है जो कि भारत की अर्थव्यवस्था को कमजोर बनाता है। यह दुविधा का विषय है कि देश का सबसे अमीर और सबसे गरीब आदमी एक ही राज्य मे रहता है।
टेक्नोलॉजी गांव में नहीं तो वो फेल है: सिंह
साइबर सिक्योरिटीज एंड डिजिटल सिटीज, हेल्थ केयर, डेल के डायरेक्टर रवीन्द्र पाल सिंह ने कहा कि युवाओं की शक्ति ही भारतीय औघोगिक क्रांति 4.0 को बनाएगी. अगर आप टेक्नोलॉजी का उपयोग सिर्फ शहरी क्षेत्र में कर रहे है और ग्रामीण क्षेत्र उससे वंचित है तो टेक्नोलॉजी फेल होगी. औद्योगिक क्रांति ऑटोमेशन, एनालिसिस और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर टिकी हुई। इनके अलावा ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के एमडी विनीत अग्रवाल ने भी संबोधित किया।
कॉन्क्लेव में स्मृति ईरानी के सवाल—जवाब का विडियो ऑडियंस ने देखा
केंद्रीय टेक्सटाइल मंत्री स्मृति ईरानी ने पूछे गए सवालों के जवाब के विडियो को कॉन्क्लेव ने दिखाया। छात्रों के पूछे गए सवालों के दिए जवाब के विडियो में स्मृति ईरानी ने बताया है कि भारत सरकार टेक्स्टाइल इंडस्ट्री में तकनीक का काफी इस्तेमाल है। भारत सरकार के पास हर विभाग में तकनीकी रूप सक्षम टीमें है,जो सरकार को हर क्षेत्र में मदद कर रही है। मंत्रलायय व घर को एक साथ संभालने के सवाल पर स्मृति बोली की ये सवाल हमेशा महिलाओं से ही क्यों होता है, जबकि हम महिला सशक्तिकरण बात करते है।