जगमगा उठे श्वेतांबर जैन मंदिर, सपरिवार पहुंचे सफाई करने

नवरत्न परिवार एवं जैन श्वेतांबर मालवा महासंघ के आव्हान पर 59 मंदिरों में पहुंचे 3 हजार से अधिक समाजबंधु
इंदौर। नवरत्न परिवार एवं जैन श्वेताम्बर मालवा महासंघ के तत्वावधान में आज शहर के 59 जिनालयों में एक साथ सफाई एवं शुद्धिकरण अभियान बड़े उत्साह के साथ मनाया गया।
पीपली बाजार, कालानी नगर, अनुराग नगर, रतनबाग, महावीर बाग, गुमाश्ता नगर, तिलक नगर एवं जानकी नगर स्थित जैन मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने सपरिवार पहुंचकर अपने आराधना स्थलों को शास्त्रोक्त सामग्री से साफकर चकाचक बनाया।
सत्रह से पचपन वर्ष आयु के समाजबंधु इस अभियान में शामिल हुए। युवा, महिलाएं और युवतियां भी पीछे नहीं रहीं।
नवरत्न सागर सूरीश्वर म.सा. की प्रेरणा एवं विश्वरत्न सागर सूरीश्वर म.सा. के मार्गदर्शन में सात वर्ष पूर्व यह अभियान सारे देश में जिनालयों में शुरू किया गया था।
नवरत्न परिवार के प्रमुख संयोजक ललित सी. जैन,  एवं  नवरत्न परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रीतेश ओस्तवाल, मालवा महासंघ के अध्यक्ष दिलसुखराज कटारिया एवं जिनालय शुद्धिकरण प्रभारी राकेश मारवाड़ी ने बताया कि आज सुबह से शहर के सभी जैन श्रीसंघों की मेजबानी में शहर प्रभारी सुनील पटवा के निर्देशन में  अपने-अपने क्षेत्र के युवा तथा महिला श्रद्धालु विशेष पूजा वस्त्रों में मंदिरों तक पहुंचे और मंदिरों की सभी प्रतिमाओं, पूजा सामग्री के स्थानों, दीवारों एवं फर्श से लेकर सभी स्थानों की सफाई के लिए शास्त्र सम्मत साधनों की किट्स का प्रयोग कर यह अभियान चलाया गया।
पूरे देश के मरूधर, हाड़ौती, महाकौशल सहित 1100 जिनालयों में भी आज ही यह अभियान एकसाथ शुरू हुआ। इंदौर में करीब 59 जिनालयों का चयन किया गया, जहां नवकार परिवार के युवाओं तथा श्रीसंघों के सदस्यों एवं महिलाओं के सहयोग से यह अभियान संपन्न हुआ। सकल जैन श्रीसंघों की ओर से इस अभियान में अपने-अपने क्षेत्रों के जिनालयों तक जुलूस निकालकर मंदिरजी तक की यात्रा के बाद जिनालयों के शुद्धिकरण में करीब 3 हजार समाजबंधु शामिल हुए।
नवकार परिवार के 300 कार्यकर्ता भी मार्गदर्शन एवं सेवा के लिए मौजूद थे। शहर के पीपली बाजार, कालानी नगर, तिलक नगर, अनुराग नगर, महेश नगर, मल्हारगंज, जानकी नगर, विजय नगर, सराफा, पार्श्वनाथ सोसायटी क्लर्क कालोनी, रतनबाग, गुमाश्ता नगर, अंजनी नगर, वल्लभ नगर सहित सभी श्रीसंघों के जिनालयों में यह अभियान सुबह से एकसाथ शुरू हुआ और सफाई पूरी होने तक चलता रहा। वल्लभ नगर में वर्षीतप के तपस्वियों ने भी इसमें भागीदारी की।

शास्त्रोक्त सामग्री

प्रमुख संयोजक ललित सी. जैन के अनुसार जिनालयों के शुद्धिकरण में आंवला, अरिठा, वडी पावडर, शिकाकाई पावडर, कपूर, बरास, चंदन आदि सामग्री का प्रयोग किया गया। किसी तरह के रसायन या रंग आदि का प्रयोग निषिद्ध था। सफाई अभियान के बाद अष्टप्रकारी पूजन भी हुआ। शास्त्रों में शुद्धिकरण को नौवीं पूजा माना गया है। इस दौरान अच्छी साफ सफाई वाले मंदिरों के पुजारियों को उपहार भी दिए गए।

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