छात्र नौकरी पाने की अपेक्षा नियोक्ता बनें: डॉ डेविश जैन

प्रेस्टीज इंजीनियरिंग संस्थान द्वारा नव प्रवेशित छात्रों के दिक्षारम्भ समारोह का आयोजन किया गया

इंदौर: प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट एंड रिसर्च (पीआईईएमआर) द्वारा 2020-21 के बी.टेक और डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के नव प्रवेशित छात्रों के लिए “अभियांत्रिकी दीक्षारम्भ समारोह” का आयोजन किया गया।

नीदरलैंड के रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विशेषज्ञ, डॉ. जोआओ वेलेंटी, यूएवीएस, आईआईटी दिल्ली पूर्व निदेशक डॉ. डी.पी. कोठारी तथा कारगिल युद्ध के नायक ब्रिगेडियर हरीश चंदे दिक्षारम्भ समारोह के मुख्य अतिथि गेस्ट ऑफ़ ऑनर थे।

डॉ. जोआओ ने अपने संबोधन में छात्रों से कृषि अनुसंधान और रोबोटिक्स के अनुप्रयोग और कृषि, ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन, कृषि के लिए एमओओसी ड्रोन, आपके ड्रोन (यूएवी) मिशन को तैयार और डिजाइन करने के बारे में विस्तृत जानकारी दी। डॉ. कोठारी ने छात्रों से इंजीनियरिंग के बाद विभिन्न अवसरों पर बात करते हुए उन्हें इंजीनियरिंग में हाल के रुझानों में काम करने के लिए सीखने के लिए कहा तथा उन क्षेत्रों पर भी प्रकाश डाला, जिनमें सरकार अनुसंधान और विकास आदि जैसे वित्तपोषण प्रदान करती है। ब्रिगेडियर चांडे ने सेना में युवा इंजीनियरों के लिए अवसरों पर प्रकाश डाला।

प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के चेयरमैन, डॉ. डेविश जैन ने नव प्रवेशित इंजीनियरिंग छात्रों को बधाई देते हुए उन्हें बड़े सपने देखने और उद्यमिता और नवाचारों पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि पीआईईएमआर जैसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज शुरू करने का मूल उद्देश्य विश्व स्तर के टेक्नोक्रेट्स बनाना और नवाचारों और उद्यमिता पर जोर देना है ताकि संस्थान में अध्ययन करने वाले छात्र छात्राएं नौकरी पाने की चार रखने के बजाय नियोक्ता बनें तथा दूसरों को नौकरियां दें।

पीआईईएमआर के निदेशक, डॉ. मनोज कुमार देशपांडे ने नए छात्रों का स्वागत करते हुए छात्रों के लिए कैरियर और प्लेसमेंट के अवसरों को बढ़ाने के लिए अच्छे तकनीकी ज्ञान होने के महत्व पर प्रकाश डाला। दिक्षारम्भ समारोह को प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के सीओओ डॉ. अनिल बाजपेई ने भी सम्बोधित किया।

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