समाज की ओछी और ईर्ष्या भरी सोच से ऊपर उठने की कोशिश करना है : अनंग्शा बिस्वास

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प्रत्येक महिला में नेतृत्व का गुण उसमे जन्म से होता है। कुछ महिलाएं इसे सही दिशा समाज को बदलने की पहल करती है। आज महिला दिवस के इस मौके पर हम बात कर रहे है जानी -मानी अभिनेत्री अनंगशा बिस्वास की। जिनमें एक मजबूत नेतृत्व की क्षमता है। और हमेशा समाज को बदलने वाले किरदारों को निभाने की फ़िराक में रहती है।

अपने किरदारों से समाज को उसकी सच्चाई से रु बा रु करने वाली अनंग्शा ने  महिला दिवस के इस मौके पर कहा ,” डिअर विमेंस, इस महिला दिवस की शुरुआत अन्य महिलाओं के प्रति हमारे विचारों, हमारी राय और निर्णय को प्रस्तुत करते हैं। खुद के जेंडर के लिए निष्पक्ष रहते हुए इस महिला दिवस पर समाज की ओछी और ईर्ष्या भरी सोच से ऊपर उठने की कोशिश करते है। “

उन्होंने कुछ लीग से हट कर भूमिकाएं निभाई है, जो कुछ अलग तरह के किरदारों का नेतृत्व करती है। जैसे ड्रामा सीरीज़ “मैया 2” में उनकी भूमिका अद्भुत थीं। अनंग्शा ने अपनी प्रतिभा को सिर्फ छोटे पर्दे तक ही सीमित नहीं रखा, बल्कि “खोया खोया चांद” जैसी फिल्मों करने का श्रेय भी हासिल किया, जिसमें सोहा अली खान, शाइनी आहूजा, और रजत कपूर ने उनका साथ दिया।

“लव शुव तेरा चिकन खुराना” और “बेनी बाबू” जैसे कुछ रोमांटिक फिल्में भी की। वह विचित्र पात्रों  चालाकी से  निभाने जानती हैं। इस महिला दिवस पर हम सभी को अनंग्शा जैसी महिलाओं की जरूरत है जो हमें प्रेरित करे और हमें  कैसे अपने सपनों का पीछा करते हुए उसे पूरा करना है ।

अनंग्शा जल्द ही मिर्जापुर 2 में अपने किरदार “जरीना” के रूप में  मजबूत भूमिका में नजर आएंगी। उनका किरदार अक्सर ही समाज के लिए एक सही मार्ग दिखाने वाला होता है। वह अपने अभिनय करियर को लेकर काफ़ी ईमानदार रही हैं और इसी दिशा में सकरात्मत सोच के साथ अग्रसर है।

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