शत-प्रतिशत आन लाइन बिजली बिल भुगतान के लिए कोशिश करें
आपूर्ति बेहतर करने के साथ राजस्व संग्रहण पर भी पूरा ध्यान लगाए- श्री नरवाल
इंदौर। बिजली बिलों का भुगतान आन लाइन पद्यति से सतत बढ़ाकर एक साल में शत प्रतिशत आन लाइन किया जाना है। इसके लिए सभी जिलों के अधिकारी गंभीरता से प्रयास करें। आपूर्ति पर पूरा ध्यान लगाए, राजस्व संग्रहण भी शत प्रतिशत उपभोक्ताओं से लिया जाए। इंदौर शहर में ही हर माह एक लाख ऐसे उपभोक्ता है, जो बिल समय पर नहीं चुका रहे है, इनसे हर हाल में बिल राशि वसूली जाए।
उक्त निर्देश मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री विकास नरवाल ने दिए। मंगलवार दोपहर वीडियो कान्फ्रैंस से सभी 15 जिलों के अधिकारियों को संबोधित करते हुए श्री नरवाल ने कहा कि हम गैर कृषि क्षेत्र को 24 घंटे आपूर्ति कर रहे है, ऐसे में यदि बिल नहीं वसूला जाएगा तो कंपनी की आर्थिक सेहत पर प्रतिकूल असर होगा।
कोविड का कठिन दौर निकल गया है, बाजार व अन्य गतिविधियां खोली जा रही है, ऐसे में राजस्व संग्रहण लक्ष्य आधारित करना होगा। उन्होंने जुलाई के दौरान देवास, आगर, शाजापुर, उज्जैन जिले में पर्याप्त राजस्व संग्रहण नहीं होने पर नाखुशी जताई व अगस्त में हर हाल में राजस्व संग्रहण लक्ष्याधारित करने पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि रबी का सीजन अक्टूबर से प्रारंभ हो रहा है, इसकी पूर्व तैयारी की जाए। इंदौर शहर में आटोमेटेड मीटर रीडिंग प्रक्रिया ठीक करने एवं इंदौर ग्रामीण के पीथमपुर, महू, देपालपुर डिविजनों को बिलिंग एफिशिएंसी बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
बिल भरने के लिए प्रोत्साहन
श्री नरवाल ने बताया कि जहां स्वयं के मोबाइल, लेपटाप, टेबलेट, कम्प्यूटर से कैशलैस बिल भरने पर 5 से 20 रूपए तक का कैशलैस प्रोत्साहन मिलता है। वहीं आन लाइन एजेंटों को इस कार्य के लिए 5 रूपए प्रदान किए जाते है, इसी तरह डोर टू डोर कलेक्शन करने वालों को भी प्रति बिल 10 रूपए तक का भुगतान उपभोक्ता की सुविधा के लिए दिया जा रहा है। उपभोक्ता को मात्र बिल में प्रिंट राशि ही चुकाना है।
इस माह 25 लाख से भुगतान ले
प्रबंध निदेशक ने सभी 15 अधीक्षण यंत्री, कार्यपालक निदेशक, मुख्य अभियंता को निर्देश दिए कि अगस्त में कम से कम 25 लाख उपभोक्ताओं से बिल राशि प्राप्त की जाए। इसमें इंदौर शहर से पांच लाख उपभोक्ता शामिल है।
हर उपभोक्ता से एक माह के बिल एवं पुराने बकाया में से कुछ अंश अवश्य प्राप्त किया जाए। इस मौके पर डायरेक्टर श्री मनोज झंवर, कार्यपालक निदेशक श्री संजय मोहासे, सर्वश्री गजरा मेहता, आरएस खत्री,कामेश श्रीवास्तव, डॉ. डीएन शर्मा आदि ने भी विचार रखे।