देवी अहिल्या बाई की 223 वीं पुण्यतिथि पर माह भर कई आयोजन होंगे 

इंदौर। प्रातःस्मरणीय लोक माता देवी अहिल्याबाई की 223 पुण्यतिथि पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इन कार्यक्रमों की शुरूआत 3 अगस्त को होगी तथा समापन 8 सितम्बर को देवी अहिल्याबाई की पुण्यतिथि पर विशाल शोभायात्रा के साथ होगी। 
श्री अहिल्योत्सव समिति द्वारा विगत कई वर्षों से सांसद श्रीमती सुमित्रा महाजन के नेतृत्व में अहिल्योत्सव विशाल स्तर पर मनाया जाने लगा है। श्रीमती महाजन की प्रेरणा से यह उत्सव अब इंदौर ही नहीं अपितु सम्पूर्ण जिले में विशाल स्तर पर मनाया जाने लगा है।
श्री अहिल्योत्सव समिति के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक डागा, प्रतियोगिता प्रमुख सुधीर देड़गे व सुश्री विनीता धर्म ने बताया कि एक माह तक चलने वाले कार्यक्रमों का सिलसिला 3 अगस्त से प्रारम्भ होगा। इस दिन प्रातः10 बजे अहिल्या आश्रम पर संभाग आयुक्त राघवेन्द्र सिंह के मुख्य आतिथ्य तथा इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शंकर लालवानी के विशेष आतिथ्य में एक माह तक चलने वाले कार्यक्रमों का शुभारम्भ होगा।
संस्था द्वारा एक माह तक वाद विवाद प्रतियोगिता, चित्रकला तथा ग्रीटिंग कार्ड बनाओं प्रतियोगिता, लोक नृत्य, वृक्तत्व स्पर्धा, ऐतिहासिक व्यक्ति दर्शन प्रतियोगिता, देशभक्ति गीत समूह गान प्रतियोगिता, खुली भजन प्रतियोगिता तथा संस्कृत वेद पाठ व श्लोक पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। 
प्रतियोगिता समन्वयक अनिल भोजे, कमलेश नाचण व शरयू वाघमारे ने बताया कि वाद विवाद प्रतियोगिता 3 अगस्त को प्रातः 11 बजे अहिल्याश्रम में होगी जिसका विषय ‘ एक साथ चुनाव भारत की लोकतान्त्रिक व्यवस्था के लिए लाभकारी है ‘ रखा गया है। इसका अंतिम दौर 17 अगस्त को प्रातः 10.30 बजे इल्वा स्कूल में होगा। संयोजक श्रीमती माला ठाकुर होंगी।
चित्रकला एवं ग्रीटिंग कार्ड बनाओ प्रतियोगिता 
5 अगस्त को प्रातः 11 बजे से आर के डागा माहेश्वरी एकेडमी में संपन्न होगी। चित्रकला प्रतियोगिता का विषय ‘ वृक्ष मेरा मित्र ‘ रहेगा। दोनों प्रतियोगिता के संयोजक सर्वजीत गौड़ होंगे।
8 अगस्त को लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन महाराजा यशवंतराव स्कूल, नरेंद्र तिवारी मार्ग प्रातः10 बजे से होगा, जिसका अंतिम दौर 4 सितम्बर को वैष्णव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में संपन्न होगा। इस प्रतियोगिता के संयोजक प्रशांत बड़वे होंगे। प्रतियोगिताओं की श्रृंखला में इस वर्ष एक प्रतियोगिता शिक्षकों के लिए भी जोड़ी गई है। यह
प्रतियोगिता वृक्तत्व स्पर्द्धा के नाम से होगी जो 18 अगस्त को शासकीय कन्या महाविद्यालय में सम्पन्न होगी। संयोजक श्रीमती ज्योति तोमर होंगी।
ऐतिहासिक व्यक्ति दर्शन प्रतियोगिता 
21 अगस्त को एक साथ तीन स्थानों पर होगी। इसके संयोजक युवराज दुबे होंगे। देशभक्ति समूह गीत प्रतियोगिता 28 अगस्त और 4 सितम्बर को होगी जिसके संयोजक हर्षवर्धन लिखिते होंगे। प्रमुख आकर्षण खुली भजन प्रतियोगिता 1 व 2 सितम्बर को उषा राजे परिसर में संपन्न होगी जिसके संयोजक प्रकाश खानविलकर हैं। इस बार एक नई प्रतियोगिता संस्कृत वेद पाठ व श्लोक पाठ प्रतियोगिताभी जोड़ी गई है जो हमारी लुप्त हो रही संस्कृत भाषा की प्रतिष्ठा को पुनर्स्थापित करने का प्रयत्न है। यह प्रतियोगिता 1 सितम्बर को संस्कृत महाविद्यालय में होगी जिसकी संयोजक श्रीमती दीपिका कमलेश नाचन होंगी।
मीडिया प्रभारी रामस्वरूप मूंदड़ा, नितिन तापड़िया, प्रकाश पारवानी व देवेन्द्र ईनाणी ने बताया कि देवी अहिल्या बाई की 223 वीं पुण्यतिथि 8 सितम्बर को है. इस दिन प्रातः 8 बजे राजबाड़ा पर प्रतिमा पूजन होगा। दोपहर 3 बजे मुख्य समारोह होगा जिसमें गुणीजन सम्मान व पुरूस्कार वितरण होगा। इसी दिन देवी अहिल्या की पालकी की शोभा यात्रा नगर भ्रमण के लिए निकलेगी।
इस वर्ष महोत्सव महू, राऊ, हातोद, कम्पेल, कनाड़िया, सांवेर, चन्द्रवतीगंज, क्षिप्रा, देपालपुर, गौतमपुरा, बेटमा आदि स्थानों पर भी विशाल स्वरूप में मनाया जाएगा।

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