जब मुझे कहानी सुनाई जा रही थी तो मैं मुस्कुरा रही थी, और मेरी आंखों में खुशी के आंसू थे

दोस्ती अनोखी की नायिका इसमीत कोहली के साथ एक खास चर्चा

मुंबई :- सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन का‌ ज़िंदगी की झलक दिखाने वाला आगामी ड्रामा ‘जगन्नाथ और पूर्वी की दोस्ती अनोखी’ ने अपनी पहली झलक के साथ दर्शकों के बीच उत्साह जगा दिया है। यह शो एक बुजुर्ग व्यक्ति जगन्नाथ मिश्रा और एक युवा जोशीली लड़की पूर्वी के बीच एक अनोखी और मासूम दोस्ती की कहानी है। अपनी शर्तों पर जिंदगी जीने में विश्वास रखने वाली बिंदास और बेपरवाह पूर्वी नए ज़माने की लड़की है, जिसका किरदार इसमीत कोहली निभा रही हैं। कई वेब सीरीज़ और फिल्मों में काम करने के बाद, इसमीत अपने पहले टेलीविजन प्रोजेक्ट ‘दोस्ती अनोखी’ में अपनी प्रतिभा से दर्शकों के दिलों पर छाप छोड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

इसमीत कोहली के साथ एक खास चर्चा में उन्होंने अपने रोल और इस शो के बारे में खुलकर बातें कीं,

दोस्ती अनोखी से आपका टेलीविजन डेब्यू होने जा रहा है। इस तरह के शो में काम करने के लिए आपको किस बात ने प्रेरित किया?

‘दोस्ती अनोखी’ को चुनने के पीछे की एक कहानी है, जो अनोखी नहीं बल्कि बहुत प्यारी है। जब मुझे कहानी सुनाई जा रही थी, तब भी मैं मुस्कुरा रही थी और मेरी आंखों में खुशी के आंसू थे। साथ ही, सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन अन्य टीवी चैनलों की तुलना में अपने शोज़ के साथ बहुत प्रयोगात्मक रहा है। इस चैनल की प्रोडक्शन वैल्यूज़ और चीजों को संभालने का तरीका बहुत स्वाभाविक और वास्तविक है। इसलिए, निर्णय लेते समय मैंने यह बात ध्यान में रखी कि सोनी अपने टीवी शोज़ को कैसे देखता है और कहानी कैसी है। मैं जो किरदार निभा रही हूं, वो बहुत प्यारा है, इसलिए मेरे पास शो को अस्वीकार करने की कोई वजह नहीं थी।

क्या आप हमें अपने किरदार ‘पूर्वी’ के बारे में बता सकती हैं?

शो में हर कोई कहता है “पूर्वी पागल है” जो मैं भी मानती हूं, लेकिन मुझे लगता है कि वो भी प्यारी है। वो हमेशा अपनी सच्ची भावनाएं दिखाती है। पूर्वी जानती है कि उसे अपने जीवन का प्यार चाहिए और वो इसे पाने से पीछे नहीं हटती। वो एक रोमांटिक लड़की है, और प्यार की ताकत में यकीन रखती है और एक खुशनुमा जीवन जीने के लिए हरसंभव पहल करेगी। वो एक साधारण लड़की है और किसी को चोट नहीं पहुंचाना चाहती।

‘दोस्ती अनोखी’ दो बिल्कुल अलग व्यक्तियों की जिंदगियों का एक मजेदार पहलू दिखाती है, जिनके बीच दोस्ती का एक अनूठा और दिल छू लेने वाला रिश्ता है। आप अपने शब्दों में कहानी का वर्णन कैसे करना चाहेंगी?

यह दोस्ती इस बारे में है कि कैसे वे एक-दूसरे को बहुत कुछ सिखाते हैं। पूर्वी जगन्नाथ की जिंदगी में आती है और वक्त के साथ सबसे खासतौर पर उनकी पत्नी कुसुम से घुल-मिल जाती है। जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, वे एक-दूसरे को अपने खास तरीकों से जिंदगी में आगे बढ़ना सिखाते हैं। इसमें आप प्यार के बारे में बहुत कुछ सीखेंगे कि लंबे समय तक प्रतिबद्ध रिश्ते में रहने का क्या मतलब है और बुज़ुर्ग पीढ़ी एवं युवा पीढ़ी के लिए प्यार के क्या मायने हैं।

क्या आप व्यक्तिगत रूप से पूर्वी और उसकी आदतों से जुड़ती हैं?

व्यक्तिगत रूप से कई बातों में हां, लेकिन कई बातों में नहीं। उसका एक बेपरवाह व्यक्तित्व है, जिससे मैं जुड़ती हूं। जब दिल की बात कहने की बात आती है, तो हम दोनों ही बिंदास हैं। मैं पूर्वी को एक किरदार के रूप में पसंद करती हूं। ऐसे पल आते हैं, जब मुझे लगता है कि वो बहुत भरोसेमंद है। यह बहुत अच्छा है कि वो बहुत भोली और मासूम है क्योंकि मुझे लगता है कि जैसे-जैसे आप जिंदगी से गुजरते हैं, वैसे-वैसे यह खूबियां आपसे दूर होती चली जाती हैं। मुझे लगता है कि जब मैं प्यार को एक विषय के रूप में देखती हूं तो मैं और अधिक व्यावहारिक होती हूं। मुझे नहीं लगता कि मुझमें प्यार के लिए भागने की हिम्मत है। पूर्वी का मानना है कि प्यार सब पर हावी होना चाहिए, लेकिन मैं ऐसा नहीं मानती! बाकी तो मैं भी बहुत बातूनी हूं और अपने दिल की सुनती हूं।

आपने हाल ही में बनारस में अपने शो के लिए शूटिंग की। इसका अनुभव कैसा रहा?

बनारस में शूटिंग के दौरान मेरा अनुभव शानदार रहा। हम सब पहली बार मिले थे और बहुत अच्छे से घुल-मिल गए थे। वहां बहुत ठंड थी, लेकिन खाना शानदार था। गंगा के घाटों का नजारा बहुत ही सुंदर था। यह कुछ ऐसा था, जो मैंने पहले कभी अनुभव नहीं किया था, इसलिए कुल मिलाकर, वहां शूटिंग करना रोमांचक था।

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