गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर मोरारी बापू ने ’12 ज्योतिर्लिंग राम कथा यात्रा’ पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म और दो नई किताबें रिलीज़ करी।

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देश के जानेमाने आध्यात्मिक गुरु व राम कथावाचक मोरारी बापू ने 21 जुलाई 2024 को गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर दो बेहतरीन पुस्तकों तथा एक मनोरम डॉक्यूमेंट्री फिल्म को रिलीज़ किया। आध्यात्मिक अंतर्दृष्टि और व्यक्तिगत अनुभवों से बनाई गई यह फिल्म तथा पुस्तकें लोगों को मंत्रमुग्ध करने के साथ – साथ प्रेरणा देने का यकीन दिलाती हैं।

बापू ने फिल्म और किताबों के लॉन्च पर बेहद खुशी जताई और शुभ ‘योग’ की ओर इशारा किया। 21 जुलाई 2024 उनकी फिल्म तथा पुस्तकों के लॉन्च की तारीख 21 जुलाई 2023 की याद दिलाती है, जब तीर्थयात्री इस अविस्मरणीय 12 ज्योतिर्लिंग राम कथा यात्रा को शुरू करने के लिए केदारनाथ पहुंचे थे।

डॉक्यूमेंट्री फिल्म: मोरारी बापू की ट्रेन से ’12 ज्योतिर्लिंग राम कथा यात्रा’

वर्ष 2023 में जुलाई से अगस्त तक आध्यात्मिक गुरु व राम कथावाचक मोरारी बापू और उनके 1008 अनुयायियों द्वारा की गई 12 ज्योतिर्लिंग राम कथा यात्रा को एक घंटे की डॉक्यूमेंट्री फिल्म में बड़ी ही खूबसूरती से दिखाया गया है। यह फिल्म, जो महीनों से बन रही थी, एक ऐसी समर्पित टीम द्वारा शूट की गई थी, जिसने दो ट्रेनों में से एक पर यात्रा की थी। इसमें यात्रा के लगभग सभी प्रमुख अंशों को साफ- साफ दिखाया गया है, जिसमें भक्तों और स्वयं मोरारी बापू के विचार भी शामिल हैं।
इस यादगार आध्यात्मिक यात्रा ने बारह ज्योतिर्लिंगों के अभूतपूर्व मार्ग को कवर किया, जो भगवान शिव को समर्पित सबसे सिद्ध मंदिर हैं। यह यात्रा 18 दिनों तक चली जिसमें 12,000 किलोमीटर तक का सफर तय किया गया। इसमें हिमालय की बर्फीली चोटियों से लेकर हरी-भरी घाटियों के साथ विशाल समुद्री तटों को भी पार किया गया। ये पुरी यात्रा पूरे भारत को जोड़ती है और केदारनाथ से रामेश्वरम और रामेश्वरम से सोमनाथ तक पूरे भारत की सुंदरता को एक साधु एक रामकथा के नज़र से देखे।

मोरारी बापू और उनके भक्तों ने गुजरात के भावनगर में महुवा जिले के उनके पैतृक गांव चित्रकुटधामिन तलगाजराडा में इस फिल्म के प्रीमियर को देखा।

किताबों के बारे में:

एक अदृश्य शक्ति के साथ यात्रा
“एक अदृश्य शक्ति के साथ यात्रा” एक ऐसी बेहतरीन यात्रा का विवरण है, जो बारह ज्योतिर्लिंगों की ऐतिहासिक तीर्थयात्रा के बारे में बताता है। मोरारी बापू और तीर्थयात्रियों ने प्रत्येक ज्योतिर्लिंग के दिव्य दर्शन किए और राम कथा के आध्यात्मिक प्रवचन में मग्न हो गए। बापू ने हर एक पवित्र स्थल से जुड़ी कहानियों, लोककथाओं और किंवदंतियों को एक साथ माला की तरह पिरोया।
इस पुस्तक में यात्रा का काव्यात्मक सौंदर्य साफ झलकता है, जिसमें हर एक जगह के सार की खोज के साथ मंदिरों से जुड़े इतिहास, वास्तुकला और किंवदंतियों को बड़ी गहराई से उकेरा गया है। इस पुस्तक में पहली बार मोरारी बापू की दिनचर्या को खुल कर बताया गया है, और उन सभी मार्मिक क्षणों की भी छवि है जो अब तक छिपे हुए थे। यह पुस्तक इस यात्रा के साथ- साथ बापू की अपनी निजी जीवन की यात्रा के कई पहलुओं को उजागर करती है। इस पुस्तक के साथ एक ऐसी मनमोहक यात्रा में डूबने का एहसास होता है, जहां नश्वर और अनश्वर का मिलन आत्मा को झकझोर देने वाला अनुभव करता है।
यह पुस्तक एमेजॉन इंडिया पर उपलब्ध है।

12 ज्योतिर्लिंगों की अलौकिक कथा:
यादगार 12 ज्योतिर्लिंग राम कथा यात्रा के बाद मोरारी बापू ने अपने अनुयायियों को उनके अनुभव साझा करने को कहा, उनकी प्रविष्टियाँ, हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषा में स्वीकार की गई थीं। भक्तों के अलग – अलग अनुभवों को समाहित करते हुए कहानियों का भंडार बनाया गया।
एक बात जो इस पुस्तक को सबसे ख़ास बनाती है वह इसकी प्रामाणिकता के प्रति प्रतिबद्धता है। बिना किसी बनावट की भाषा और भावनाओं की गहराई को बिना किसी जोड़- तोड़ के बरकरार रखा गया है, असल भावनाओं और व्यक्तिगत प्रतिबिंबों को इसमें साफ तौर पर दिखाया गया है। प्रत्येक कथा भक्तों की आध्यात्मिक यात्रा की एक अनफ़िल्टर्ड झलक पेश करती है।
यह संग्रह, दिव्य जुड़ाव और अंतरात्मा जागृति के अलोकिल हर्ष से सराबोर करता है। यह भक्ति की सुंदरता के साथ- साथ उन अनगिनत तरीकों को बताता है जिससे साधक महादेव की कृपा पाते है और मोरारी बापू के आशीर्वाद का अनुभव करते हैं, जिनकी समावेशी दृष्टि अनगिनत दिलों को छू जाती है।
यह पुस्तक एमेजॉन इंडिया पर उपलब्ध है:

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