एक्शन स्टार टाइगर श्रॉफ ने बनाया अपना टाइगरवर्स!

अपने एक्शन जॉनर की फिल्मों से फेम पाने वाले टाइगर श्रॉफ अपनी पीढ़ी के पहले सितारे हैं, जिन्होंने हिंदी सिनेमा में उभरते हुए एक्शन हीरोज की भूमिका निभाकर अपना करियर बनाया है। उनके किरदारों और ज़बरदस्त एक्शन स्टंट ने सभी पीढ़ी के दर्शकों को एक नई तरह का एक्शन दिखाया है, जिसने उन्हें बहुत कम समय में एक्शन स्टारडम का खिताब दिलाया।

इंटरनेशनल एक्शन स्टार्स के प्रति चाइल्डहुड फेसिनेशन से प्रेरित होकर श्रॉफ ने एक ऐसा करियर बनाया है, जो भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में किसी से कम नहीं है। सबसे बड़े एक्शन सुपरस्टार के रूप में उनका अद्वितीय कौशल मार्शल आर्ट्स और पार्कौर में ट्रेनिंग के प्रति उनके सालों के समर्पण और हर स्टंट को खुद करने की उनकी इच्छा को दर्शाता है। उन्होंने कॉम्पेटिटिव हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने के लिए बहुत मेहनत की है, जिसके कारण उन्हें बहुत बड़ी सफलता मिली है। इंडस्ट्री के एक इनसाइडर ने कहा, “टाइगर ने एक्शन की सबसे कठिन जॉनर चुना है। वह एक डिमन की तरह ट्रेनिंग करता है और सबसे कठिन स्टंट को सहज बना देता है। सफलता अपने आप से ही उन जैसे अच्छे इंसान को नहीं मिल सकती थी।”

यह आश्चर्य की बात नहीं है कि जब डायरेक्टर और प्रोड्यूसर सिद्धार्थ आनंद ने रेम्बो को हिंदी में रीमेक करने के ऑफिशियल राइट्स लिए, तो उन्होंने इस प्रोजेक्ट के लिए सबसे पहले टाइगर श्रॉफ को साइन किया। फिल्म का प्री-प्रोडक्शन चल रहा है और प्रोड्यूसर अगले साल की शुरुआत में फिल्म शुरू करने की तैयारी में हैं। एक फिल्म ट्रेड एनालिस्ट ने खुलासा किया, “टाइगर इज द ऑब्वियस चॉइस। वह जो करते हैं, उसे कोई और नहीं कर सकता। उनके समर्पण और जुनून का अनुसरण नहीं किया जा सकता है, भले ही उनकी पीढ़ी के कई अभिनेता अब एक्शन फिल्में करने की कोशिश कर रहे हैं।”

युथ आइकन, श्रॉफ, खुद पर काम करना जारी रखते हैं और हमेशा एक्शन फिल्मों के अपने जॉनर में परफेक्शन की कोशिश में रहते हैं। उनके काम ने उनके कई कंटेम्पररी को एक्शन फिल्में करने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने बच्चों की एक नई पीढ़ी में भी जान फूंक दी है, जो उन्हें अपना युथ आइकन मानते हैं, जिन्होंने अपने प्लेस्टेशन को छोड़कर मार्शल आर्ट्स सीखना शुरू कर दिया है।

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