इंदौर में कोरोना से उपचार के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं: कलेक्टर

 कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने इंदौर वासियों को भरोसा दिलाया है कि वे कोरोना के संबंध में कोई फिक्र नहीं करें। इंदौर में कोरोना से उपचार के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित हैं। कोरोना संक्रमण पाए जाने पर जिला प्रशासन त्वरित रूप से चिकित्सा के इंतज़ाम कर रहा है।

श्री मनीष सिंह ने बताया है कि वायरोलॉजी लैब नोएडा में 1156 सैंपल परीक्षण के लिए पूर्व में इंदौर से भेजे गए थे। ये सभी सैंपल चार पाँच दिन पुराने हैं। जिनके भी सैंपल लिए गए हैं वे सभी पूर्व से ही क्वारंटाइन में रखे गए व्यक्तियों के हैं।

इनकी रिपोर्ट आज और कल आना संभावित है। इनमें से अगर सैंपल पॉज़िटिव भी आते हैं तो इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा पहले से ही पूरी तैयारी की जा चुकी है। चिन्हित कोविड अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड उपलब्ध है और चिकित्सा के सभी उपाय पहले से सुनिश्चित है।

Ø    कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया कि पीपीई अर्थात पर्सनल प्रोटक्शन इक्विपमेंट किट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। समस्त मेडिकल स्टाफ और कर्मचारियों को यह समय पर उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले में दवाइयों की भी कोई कमी नहीं है।

Ø  कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री मनीष सिंह ने बताया है कि इन्दौर ज़िले में तीन मई तक कठोरता के साथ लॉकडाउन का पालन कराया जाएगा। लॉकडाउन तथा कर्फ्यू अवधि के लिये कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी कार्यालय द्वारा 29 मार्च से जारी हुए 14 अप्रैल,2020 तक के सभी कर्फ्यू पास अब तीन मई 2020 तक के लिए वैलिड रहेंगे।

Ø  कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया है कि प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण से ज़्यादा प्रभावित क्षेत्रों में विशेष दलों द्वारा घर-घर जाकर स्वास्थ्य परीक्षण का कार्य जारी है। प्रशासन द्वारा गठित दल एवं उन क्षेत्रों के निजी डॉक्टरों द्वारा घर-घर जाकर उपचार जारी है। इससे कोरोना प्रभावित विशेष क्षेत्रों के रहवासियों के स्वास्थ्य सुधार में अच्छे परिणाम आए हैं। 

Ø  कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने आशा जतायी है कि आने वाले दिनों में इंदौर में कोरोना के संबंध में अधिक सुधार की स्थिति दिखेगी। जिला एवं पुलिस प्रशासन द्वारा शहर के सभी निवासियों से अपील की गई है कि शहर के व्यापक हित में कर्फ्यू का पालन सख़्ती से किया जाए।

Ø  कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया कि नगर निगम के माध्यम से आवश्यक सामानों की घर पहुँच सेवा की कमियों को दूर किया जा रहा है और अगले दो-तीन दिनों में हर व्यक्ति को चार से छह घंटों के भीतर ही भुगतान के आधार पर राशन मिल जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा सामानों की आपूर्ति के लिए किराना दुकानों की संख्या बढ़ा दी गई है।

Ø  कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया है कि चोइथराम अस्पताल में केवल क्रिटिकल मरीजों की भर्ती होगी। यहां वे स्वयं निगरानी रखे हुए हैं। उन्होंने जानकारी दी कि यहां की ओपीडी अभी कार्यरत नहीं रहेगी। इसके अतिरिक्त अरविंदो तथा इंडेक्स अस्पताल में पर्याप्त संख्या में बेड उपलब्ध हैं।

Ø  कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने दानदाताओं को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि दान राशि का उपयोग अस्पताल में बाय-पैप खरीदने के लिए किया जा रहा है। यह एक प्रकार की मशीन है जिसमें हाई ऑक्सीजन फ्लो होता है। कलेक्टर ने बताया कि जिला प्रशासन ने 40 बाय-पैप खरीदने का आर्डर दिया हैजिसमें से 15 प्राप्त हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि जन सहयोग एवं रेडक्रॉस के माध्यम से अस्पतालों में मेडिकल इक्विपमेंट तथा आवश्यक सामग्री क्रय की जा रही है।

शहर में दवाइयों की कोई कमी नहीं, सभी फैक्ट्री भी खुल रहीं

कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया है कि पीपीई अर्थात पर्सनल प्रोटक्शन इक्विपमेंट किट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। समस्त मेडिकल स्टाफ और कर्मचारियों को यह समय पर उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले में दवाइयों से संबंधित भी कोई कमी नहीं है।

सांवेर रोड, पोलोग्राउंड तथा पीथमपुर स्थित फार्मासिटिकल सेज़ की सभी फैक्ट्रीज़ कार्य कर रहीं हैं। उनमें सही समय पर रॉ-मैटेरियल भी सप्लाई हो रहा है। अतः दवाओं की कोई कमी नहीं है। होल्सेलर्स तक भी पर्याप्त मात्रा में दवाइयां पहुंच रहीं हैं। रिटेलर्स को चाहिए कि वे निर्धारित समय के अनुसार दुकान खोलें।

उन्होंने बताया कि चोइथराम अस्पताल में केवल क्रिटिकल मरीजों की भर्ती होगी। यहां वे स्वयं निगरानी रखे हुए हैं। उन्होंने जानकारी दी कि यहां की ओपीडी अभी कार्यरत नहीं रहेगी। इसके अतिरिक्त अरविंदो तथा इंडेक्स अस्पताल में पर्याप्त संख्या में बेड उपलब्ध हैं।

 उन्होंने दानदाताओं को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि दान राशि का उपयोग अस्पताल में बाय-पैप खरीदने के लिए किया जा रहा है। यह एक प्रकार की मशीन है जिसमें हाई ऑक्सीजन फ्लो होता है। वर्तमान में कोविड-19 के इलाज के दौरान ये भी प्रभावी साबित हो रहे हैं।

कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन ने 40 बाय-पैप खरीदने का आर्डर दिया है, जिसमें से 15 प्राप्त हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि जन सहयोग एवं रेडक्रॉस के माध्यम से अस्पतालों में मेडिकल इक्विपमेंट तथा आवश्यक सामग्री क्रय की जा रही है।

Ø  इंदौर जिले में अब अंतिम संस्कार संबंधित क्षेत्र के समीप के ही कब्रस्तान अथवा श्मशान में करना होगा। इस संबंध में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री मनीष सिंह ने दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा-144 के अन्तर्गत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किये हैं। पुलिस को निर्देश दिये गये हैं कि इस प्रतिबंधात्मक आदेश का पालन होइस पर सख्ती से नजर रखी जाये।

Ø  कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया है कि इंदौर जिले में कोवि19 कोरोना वायरस के लक्षण सर्दीखांसीजुकामगले में खरास और बुखार के उपचार के लिये चिन्हित यलो श्रेणी के 6 निजी चिकित्सालयों के लिये 13 चिकित्सकों की तैनाती की गई है।

Ø  इंदौर जिले में लॉकडाउन अवधि में खाद्यान्न उपार्जन एवं अनुषांगिक गतिविधियोंअत्यावश्यक सेवाओं एवं आपातिक कार्यों के लिये जिले के भीतरअंतर्जिला एवं जिले से अन्य राज्य में आवागमन हेतु अनुमति (ई-पास) की प्रक्रिया के लिये अपर कलेक्टर श्री बी.बी.एस.तोमर को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इस संबंध में कलेक्टर ने आदेश जारी कर दिये हैं।

Ø  इंदौर में कोरोना महामारी की रोकथाम के लिये 15 नये क्षेत्रों को कंटेनमेंट एरिया घोषित कर उनमें सर्वेलेंस के लिये विभिन्न दलों का गठन किया गया है। इस संबंध में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री मनीष सिंह द्वारा आदेश जारी कर दिये गये हैं। इन एरियों में अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारियों को इंसीन्डेंट कमाण्डर बनाया गया है। इनके साथ में राजस्व अधिकारीपुलिस अधिकारी और नगर निगम के अधिकारी भी रहेंगे। कोरोना पॉजिटीव बनाये गये मरीजों के घरों को एपीसेंटर घोषित किया गया है। इन एरियों में निर्धारित मापदण्ड के अनुसार कोरोना रोकथाम के लिये विभिन्न प्रबंध और व्यवस्थायें सुनिश्चित की जायेगी।

Ø  राज्य शासन ने प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमण को ध्यान रखते हुए मध्यप्रदेश सिनेमा अधिनियम के तहत लॉक डाउन की अवधि में तीन मई तक सभी सिनेमा घर बंद रखे जाने का निर्णय लिया है।

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