पूजा घर में न लगाएं पूर्वजों की तस्वीर..

डॉ श्रद्धा सोनी, वैदिक ज्योतिष आचार्य

हिन्दू धर्म में रोज घर में पूजा पाठ करना अनिवार्य माना गया है। इसीलिए हर घर में पूजा घर या पूजा स्थल जरूर रहता है। पूजास्थल घर का वह हिस्सा होता है, जिसमें यदि नियमित रूप से भगवान की पूजा अर्चना की जाए तो बहुत मानसिक शांति मिलती है, साथ ही घर में भी सुख समृद्धि का स्थायी निवास होता है। हिन्दू धर्म में पूजा सही विधि एवं सामग्री से की जाए, इसका भी ख्याल रखा जाता है।

हम लोग ज्यादातर इतना ही जानते हैं कि पूजा घर में खण्डित मूर्ति, किसी प्रकार का कूड़ा या इस्तेमाल ना हो रही वस्तुएं, इत्यादि नहीं होनी चाहिये।

कई बार लोग पूजा घर में मृत लोगों या पूर्वजों की तस्वीर भी लगा देते हैं, क्योंकि वे पूर्वजों को भी बहुत पूज्य मानते हैं। वास्तु के अुनसार तो घर के पूजास्थल पर पूर्वजों की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। किसी भी जीवित सदस्य की तस्वीर भी उत्तर-पूर्व, उत्तर या पूर्व तीनों दिशाओं में लगाई जा सकती है।

वास्तु के अनुसार मृत पूर्वजों की फोटो दक्षिण – पश्चिम, दक्षिण या पश्चिम में लगानी चाहिए। जबकि पूजा घर हमेशा उत्तर – पूर्व में बनवाना चाहिए। वास्तु के अनुसार पूजा घर में पूर्वजों की तस्वीर रखने से घर में शांति नहीं रहती है। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। इसीलिए पूजा घर में पूर्वजों की तस्वीर नहीं लगाना चाहिए।

पूजा घर में मृत हो चुके व्यक्ति की कोई भी वस्तु या तस्वीर तो बिलकुल भी नहीं होनी चाहिए। यह शास्त्रों की दृष्टि में अशुभ है, इससे आपकी पूजा बेकार होती है और घर-परिवार पर संकट भी आते हैं। कुछ लोग जो अपने मृत परिजनों को बेहद प्रेम करते हैं, वे उनके चले जाने के बाद उन्हें सम्मान देने हेतु मंदिर में उनकी तस्वीर लगाते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा नहीं करना चाहिए। ना केवल पूजा घर में अन्य मूर्तियों के साथ, वरन् पूजा घर की दीवारों पर भी मृत परिजनों की तस्वीर नहीं होनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से देवी-देवता क्रोधित हो जाते हैं।

अन्य सावधानियां –

1- पूजा घर के अंदर कोई भी खंडित (टूटी-फूटी) मूर्ति या तस्वीर नहीं रखनी चाहिए। मूर्तियों का आकार भी कम से कम होना चाहिए।

2- पूजाघर में किसी प्राचीन मंदिर से लाई गई प्रतिमा या स्थिर प्रतिमा को स्थापित नहीं करना चाहिए।

3- पूजा घर में युद्ध या पशु-पक्षी के चित्र लगाना वास्तु के अनुसार उचित नहीं है।

4- पूजा घर में धन एवम बहुमूल्य वस्तु नही रखनी चाहिये ।
5- एक ही भगवान की एक से ज्यादा प्रतिमा या फोटो नही होनी चाहिये ।

6- घर में जिस स्थान पर मंदिर है, वहां चमड़े से बनी चीजें, जूते-चप्पल नहीं ले जाना चाहिए।

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