दूध के साधारण उपाय से कुंडली के पीड़ित ग्रहो को शांत किया जाता है।

डॉ श्रद्धा सोनी
वैदिक ज्योतिषाचार्य

ज्योतिष शास्त्र मे दूध चंद्र गृह व मन का कारक व दूध के साधारण उपाय से कुंडली के पीड़ित – नीच ग्रहो को शांत किया जाता है।

दूध मे तिल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करने से कुंडली मे चंद्र गृह शांत व मन का तनाव दूर होता है।

दूध मे चीनी डालकर शिवलिंग पर चढ़ाने से जन्मपत्री मे मंगल गृह शांत व व्यक्ति को क्रोध कम आता है।

दूध मे हल्दी मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाने से कुंडली मे गुरु गृह शांत होकर शादी, वैवाहिक सुख, पति व संतान सम्बन्धित परेशानी दूर होती है।

दूध को साप को पिलाने से कुंडली मे राहु गृह शांत होकर गुप्त शत्रु व क़ानूनी कार्यो मे सफलता मिलती है।

नजर दोष व काला जादू दूर करने व रुका हुआ धन प्राप्त करने के लिए रविवार रात्रि एक गिलास में दूध भरकर अपने सिर के पास रखकर सो जाएं। अगले दिन सुबह उठने के बाद नित्य कर्मों से निवृत्त होकर इस दूध को किसी बबूल के पेड की जड़ मे डाल दे।

बार – बार दुर्घटना या एक्सीडेंट हो रहा है। तो शुक्ल पक्ष (अमावस्या के तुरंत बाद) के पहले मंगलवार को 400 ग्राम दूध से चावल धोकर बहती नदी या झरने में बहा दें। लगातार सात मंगलवार तक इस उपाय को करने से दुर्घटनाएं बंद हो जाएंगी।

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