- स्टेबिन बेन से लेकर अरिजीत सिंह तक: 2024 के यादगार लव एंथम देने वाले सिंगर्स पर एक नज़र!
- अक्षय कुमार और गणेश आचार्य ने "पिंटू की पप्पी" फ़िल्म का किया ट्रेलर लॉन्च!
- Sonu Sood Graced the Second Edition of Starz of India Awards 2024 & Magzine Launch
- तृप्ति डिमरी और शाहिद कपूर पहली बार करेंगे स्क्रीन शेयर - विशाल भारद्वाज करेंगे फिल्म का निर्देशन
- बॉलीवुड की अभिनेत्रियाँ जिन्होंने सर्दियों के स्टाइल में कमाल कर दिया है
एसओएस चिल्ड्रेन्स विलेजेज भोपाल ने पेंटिंग्स और शिल्प में लडकियों की प्रतिभा का प्रदर्शन करके बालिका दिवस मनाया
भोपाल. एसओएस चिल्ड्रेन्स विलेजेज भोपाल ने अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में आज यहां राज्य की बालिकाओं के चित्रों और शिल्पकृतियों की प्रदर्शनी आयोजित की। अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस लड़कियों के अधिकारों और उनके द्वारा सामना की जा रही अद्वितीय चुनौतियों को सामने लाने के लिए हर साल 11 अक्टूबर को मनाया जाता है।
कार्यक्रम का आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग, मध्य प्रदेश के सहयोग से किया गया। जिला अधिकारी श्री अविनाश लवनिया आईएएस इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। इस समारोह में भाग लेने वाले गणमान्य हस्तियों में महिला एवं बाल विकास विभाग के भोपाल डिवीजन की संयुक्त निदेशक श्रीमती नकवी जहान कुरैशी, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री आर.सी. त्रिपाठी, और बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ़ कृपा शंकर चौबे शामिल थे और इस अवसर पर उन्होंने छात्रों को संबोधित किया।
मध्य प्रदेश के “बेटी बचाओ बेटी पढाओ”अभियान की ब्रांड एंबेसडर सुश्री मेघा परमार ने माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के दौरान आने वाली चुनौतियों और माउंट एवरेस्ट पर चढने वाली मध्य प्रदेश की पहली लड़की बनने की अपनी उपलब्धि पर एक प्रेरक भाषण दिया।
इस अवसर पर एसओएस चिल्ड्रेन्स विलेजेज भोपाल के छात्रों और एसओएस चिल्ड्रेन्स विलेजेज – खजुरी कलां के विशेष बच्चों की शिल्पकृतियों की पेंटिंग प्रदर्शित की गई।
जिला अधिकारी ने सीवी खजूरी कलां से सुश्री मणि मेखलाई और सुश्री वेदिका को भी सम्मानित किया, जिन्होंने क्रमशः 2019 में अबू धाबी में आयोजित स्पेशल ओलंपिक्स वर्ल्ड समर गेम्स में साइकिलिंग में स्वर्ण पदक और नेशनल पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2020 में लांग जम्प में स्पर्ण पदक हासिल किया था।
एसओएस चिल्ड्रेन्स विलेजेज ऑफ इंडिया के सीनियर डिप्टी नेशनल डायरेक्टर, श्रीसुमंत कर ने इस आयोजन के बारे में बात करते हुए कहा, “हम सभी बच्चों के शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का ध्यान रख कर और उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके उनके समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि वे आत्मनिर्भर और जिम्मेदार वयस्कों के रूप में विकसित हों, एक बेहतर और स्थायी भविष्य में योगदान कर सकें।
हमारा ध्यान हमेशा से बालिका सशक्तीकरण पर केंद्रित रहा है। हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं कि वे उच्च शिक्षा के माध्यम से व्यावसायिक और पेशेवर योग्यता प्राप्त करें और आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त करें। हमारी कई महिला सेवा प्रदाता पेशेवर रूप से विभिन्न विधाओं में उत्कृष्टता प्राप्त कर रही हैं। किसी भी बच्चे, विशेष रूप से लड़कियों को, अकेले रहकर बडा नहीं होना है #NoChildAbone “। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों द्वारा पौधे भी लगाये गये।