यूपीईएस ने शैक्षणिक वर्ष 2021 में छात्राओं के लिये 20 प्रतिशत छात्रवृत्ति की घोषणा की

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इस छात्रवृत्ति से साल 2020 में 1300 छात्राओं को फायदा हुआ था

भोपाल। कक्षा 12 के बाद उच्च शिक्षा जारी रखने के लिये ज्यादा से ज्यादा छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लक्ष्य के साथ, यूपीईएस ने साल 2020 में शुरू किए गए अपने स्कॉरलरशिप प्रोग्राम को जारी रखा है। शैक्षणिक वर्ष 2021 के लिये यूपीईएस ने लड़कियों के लिये 20 प्रतिशत छात्रवृत्ति की घोषणा की है। पिछले वर्ष स्कॉशलरशिप प्रोग्राम से पूरे भारत की 1300 छात्राओं को लाभ हुआ था और उन्हें आर्थिक सहायता के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा मिली थी।

अपनी महिला सशक्तिकरण पहल ‘शक्ति’ के माध्यम से यूपीईएस ‘क्लासरूम से बोर्डरूम’ की यात्रा के लिये ज्यादा से ज्यादा छात्राओं को प्रोत्साहित करने और विभिन्न सेक्टरों में महिला लीडर्स को तैयार करने का प्रयास करता है। पिछले वर्ष इस यूनिवर्सिटी को उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, बिहार, हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखण्ड से आने वाली छात्राओं और उनके परिवारों से बहुत अच्छा रिस्पॉ्न्सा मिला था। उनमें से अधिकांश ने कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, हेल्थ साइंस, डिजाइन और बिजनेस में अंडर-ग्रेजुएट और पोस्ट-ग्रेजुएट प्रोग्राम्स चुने थे।

यूपीईएस के वाइस-चांसलर डॉ. सुनील राय ने बताया, ‘‘नारी शक्ति के बिना आर्थिक सफलता, समाज की प्रगति और समुदायों का उत्थान संभव नहीं है। बतौर यूनिवर्सिटी, हमारा लक्ष्य उन्हें शिक्षा, प्रशिक्षण, विकास और अपनी क्षमता को खोजने के अवसरों के माध्यम से सशक्त करना है। यह देखना सुखद है कि मेट्रो और नॉन-मेट्रो शहरों की लड़कियाँ गैर-पारंपरिक क्षेत्रों में अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश कर रही हैं।’’

यूपीईएस एक बहुविषयक यूनिवर्सिटी है, जो अपने सात स्कूलों – स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस, स्कूल ऑफ डिजाइन, स्कूल ऑफ लॉ, स्कूल ऑफ बिजनेस, स्कूल ऑफ हेल्थ साइंसेस और स्कूल ऑफ मॉडर्न मीडिया के माध्यम से विशेषीकृत अंडर-ग्रेजुएट और पोस्ट-ग्रेजुएट प्रोग्राम्स की पेशकश करती है।

इस यूनिवर्सिटी को क्यूएस रेटिंग्स द्वारा रोजगार योग्यता (प्लेसमेंट्स) और कैम्पस सुविधाओं के लिये 5 स्टार के साथ वैश्विक मान्यता प्राप्त है। कोविड-19 के कारण साल 2020 चुनौतीभरा रहने के बावजूद यूपीईएस का प्लेसमेंट रिकॉर्ड 93 प्रतिशत रहा। यूपीईएस के स्टूडेन्ट्स को 580 से ज्यादा कंपनियों ने हायर किया। ऐसी शीर्ष कंपनियों की सूची में एक्सेंचर, अदाणी पावर, आदित्य बिरला, अमेज़न, अमेरिकन एक्सप्रेस, बोश, बाइजूस, कैपजेमिनी टेक्नोलॉजी सर्विसेज, डेल्हीवेरी, ज़िगलर एयरोस्पेस, मारूति सुजुकी, ह्युंडई मोटर इंडिया, रॉयल एनफील्ड, इंडिगो एयरलाइंस, एचएसबीसी, एचडीएफसी लिमिटेड, डेलोइटी, केपीएमजी, पीडब्ल्यूसी, वाइल्डक्राफ्ट, फोनपे, टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड, नेस्ले, आईटीसी लिमिटेड, डेल टेक्नोलॉजीस, हिताची कंसल्टिंग, आईबीएम, रिलायंस जियो इंफोकॉम, आदि शामिल हैं।

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