स्वच्छता के साथ यातायात प्रबंधन में भी नंबर वन बने इंदौर: हार्डिया

इंदौर. यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिये सड़कों का चौड़ीकरण किया गया. लेफ्ट टर्न बनाए गए. इसके बावजूद भी समस्या यथावत है क्योंकि वहान चालक नियमों का पालन नहीं करते. इंदौर को हमने स्वच्छता में नंवर वन बना दिया लेकिन यातायात प्रबंधन में नहीं, यह एक कसक बनी हुई है. नगर निगम में एक यातायात सेल बनाए जाने की जरूरत है.
ये विचार विधायक महेन्द्र हार्डिया के हैं जो उन्होंने अभ्यास मंडल एवं यातायात विभाग की ओर आयोजित विचार गोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में कहे. यह आयोजन सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत प्रेस क्लब में किया गया था. इस मौके पर दोनं संस्थाओं ने मिलकर यातायात प्रबंधन और जलसंकट पर एक पोस्टर लांच किया गया. यह स्टीकर सभी शैक्षणिक संस्थाओं में लगाए जाएंगे. यातायात डीएसपी सुनील कुमार शर्मा ने कहा कि यातायात प्रबंधन में इंजीनियरिंग, इंफोर्समेंट और एजुकेशन (थ्री ई) की बड़ी भूमिका है. 65 प्रतिशत दुर्घटना वाहन चालकों की लापरवाही से होती है. इस दुर्घटनाओं में मरने वालों में सबसे अधिक 18 से 40 वर्ष के युवा होते हैं. प्रेस्टीज कॉलेज के विद्यार्थी रचित शर्मा ने कहा कि हाइवे पर स्पीड ब्रेकर मानक स्तर के नहीं होने एवं खुले मेन होल्स के कारण दुर्घटना अधिक होती है.
बूंद-बूंद पानी बचाने की जरूरत
संस्था अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता ने कहा कि यातायात प्रबंधन में हमारा युवा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. इस बार जल संकट से इंकार नहीं किया जा सकता. अत: बंूद-बूंद पानी बचाए जाने की जरूरत है. अतिथि स्वागत परवेज खान, एन.के. उपाध्याय ने किया. अभ्यास मंडल के ग्रीष्मकालीन व्याख्यान की जानकारी वैशाली खरे ने दी. कार्यक्रम में यातायात विभाग के एडिशनल एसपी प्रदीपसिंह चौहान विशेष रूप से उपस्थित थे. उन्होंने सभी को खड़े होकर नियमों का पालन करने की शपथ दिलाई. कार्यक्रम का संचालन अशोक कोठारी ने किया. कार्यक्रम में समाजसेवी  किशोर कोडवानी, सुरेश मिश्रा व प्रेस्टीज कॉलेज के विद्यार्थी विशेष रूप से उपस्थित थे.

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