दृष्टि वंचितों तक रोशनी पहुंचाना सच्ची मानवता

इंदौर। एक व्यक्ति के मरणोपरांत नेत्रदान से चार लोगों को रोशनी मिलती है. भारत में नेत्रहीन लोगों का प्रतिशत बेहद ज्यादा है, इनमें से अधिकाधिक लोगों को रोशनी मिल सके इसलिए सभी व्यक्तियों को नेत्रदान संकल्प लेना चाहिए। 
 
यह बात एम के आय इंटरनेशनल की मेनेजिंग डायरेक्टर श्रीमती उमा झंवर ने भारत विकास परिषद के नए सत्र के पदाधिकारियों के शपथ विधि समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कही. आपने कहा कि दृष्टि ईश्वर की अनमोल धरोहर है. जो इससे वंचित हैं उन तक रोशनी पहुंचाना ही सच्ची मानवीयता है. अध्यक्षता करते हुए उद्योगपति तथा आई टी विशेषज्ञ जय जैन ने कहा कि सोशल मीडिया का उपयोग कम दुरूपयोग ज्यादा हो रहा है. आम आदमी इसके कई छिपे लाभों से अनजान ही है. इसलिए परिषद को इस हेतु सेमिनार आयोजित करना चाहिए।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष राजकुमार साबू ने कहा कि परिषद इस सत्र में नेत्रदान – महादान का महाअभियान हाथ में लेगी। प्रांतीय अध्यक्ष रजनीश चौरड़िया ने नवीन पदाधिकारियों को शपथ दिलवाई। निवृतमान अध्यक्ष मनीष बिसानी ने अपने कार्यकाल के बारे में बताते हुए कहा परिषद द्वारा गत वर्ष 850 निःशुल्क डायलिसिस, निगम के सफाई कर्मचारियों को 1200 जैकेट वितरण, 8 वाटर कूलर की स्थापना की गई. कार्यक्रम का संचालन किरण ज्योति जैन ने किया एवं आभार सचिव अक्षत झंवर ने माना। 

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