22 तारीख से अंगारक योग आ रहा है जो 52 दिन तक रहेगा ।

डॉ श्रद्धा सोनी, वैदिक ज्योतिषाचार्य, रतन विशेषज्ञ

22 तारीख से अंगारक योग आ रहा है जो 52 दिन तक रहेगा । कुंडली में या गोचर में जब मंगल असुर प्रकृति वाले राहु केतु के साथ स्थित होता है ।तो एक विशेष प्रकार का योग अंगारक निर्मित होता है।

मंगल को क्रोध, वाद विवाद ,लड़ाई झगड़ा हथियार, दुर्घटना, शत्रु ,षड्यंत्र नकारात्मक उर्जा मंगल राहु के योग को अधिक नकारात्मक और दुष्परिणाम देने वाला योग माना जाता है।

मंगल राहु की युति प्राकृतिक और सामाजिक उठापटक की स्थिति बनाता है।

यदि जन्म कुंडली में मंगल और राहु एक साथ हो तो सर्वप्रथम कुंडली में जिस भी भाव में यह योग बन रहा हो ,उस भाव को नियंत्रित होने वाले संघर्ष की स्थिति बनी होती है।

कुंडली में 12 भाव में अंगारक दोष होने पर जीवन में हर भाव के हिसाब से नुकसान होते रहते हैं जीवन संघर्ष भरा होता है।

सरकार तथा जनता के कुछ ग्रुपों में टकराव हो सकता है. व्यक्तिगत तौर पर भी लोगों में गुस्सा बढ़ेगा, व्यापारी भी शांत ही रहे नई इन्वेस्टमेंट ना करें बस 2 लोगों को राहत है।

एक तो जिनका मंगल बहुत अच्छा है और वह जमीन जायदाद के कार्य में लगे है मजबूत मंगल वाले बस उसमें इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं, बस उन्हीं को लाभ होगा।

धरती से जुड़े हुए लोगों को ऊर्जा मिलेगी बाकी लगभग सभी के लिए समय अच्छा नहीं है।

अगर वह नई इन्वेस्टमेंट नहीं करते तो सुरक्षित रहेंगे।

उपाय -हनुमान जी की पूजा करें।

यदि बहुत ज्यादा समस्या है उज्जैन में अंगारेश्वर मंदिर में जा कर के अपना पूजन अनुष्ठान करवा सकते हैं।

मंगल के निमित हनुमान जी के चरणों में सफेद मिठाई चड़ाये।

सुन सान जगह पर शहद मिट्टी के बर्तन में दबाये।।

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