गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने लाॅन्च की ‘गुडनाइट नेचुरल्स नीम अगरबत्ती‘

इंदौर. घरेलू कीटनाशक श्रेणी में मार्केट लीडर गुडनाईट ने मध्य प्रदेश में गुडनाइट नेचुरल्स नीम अगरबत्ती लाॅन्च की है। यह मच्छर से बचाने वाली100 प्रतिशत प्राकृतिक अगरबत्ती है। गुडनाइट अगरबत्ती प्रकृति के दो सबसे शक्तिशाली प्राकृतिक अवयवों – नीम और हल्दी से भरपूर है, जो मच्छरों को दूर कर सकती है और प्रभावीसुरक्षाप्रदानकरनेमें सक्षमहै।

वेक्टर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, आदि मध्य प्रदेश सहित पूरे भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा बने हुए हैं। नेशनल वेक्टर बॉर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम (एनवीबीडीसीपी) के आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश में 2018 में डेंगू के 4506 मामले और मलेरिया के 22279 मामले सामने आए थे।

देशभर में वेक्टर जनित रोगोंसे प्रत्येक नागरिक को बचाने के अपने मिशन के साथ गुडनाइट ने हमेशा बेहतर, किफायती और सुरक्षित समाधान पेश किया है। ‘गुडनाइट नेचुरल्स नीम अगरबत्ती‘ की लाॅन्चिंग के साथ अब ब्रांड ने हिंदुस्तानी लोगों को 100 प्रतिशत कुदरती समाधान के साथ मच्छरों के खतरे से लड़ने के लिए सशक्त बनाने की दिशामेंकदमउठायाहै।

नेचुरल्स नीम अगरबत्तीकी लाॅन्चिंग के अवसर पर गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड की कैटेगरीहैडसुश्रीसोमाश्रीबोसअवस्थी ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, ‘‘घरेलू इस्तेमाल वाले कीटनाशकों के क्षेत्र में ब्रांड गुडनाइट ने हमेशा नए और प्रभावी प्रयोग किए हैं। चाहे यह गुडनाइट फास्ट कार्ड हो, पावर चिप या फैब्रिक रोल-ऑन हो, हमने हमेशा अनूठे प्रोडक्ट्स के साथ बाजार में हलचल मचाई है। ये ऐसेप्रोडक्ट्स हैं, जो उपयोगमेंअत्यधिकप्रभावीऔरसुरक्षितहैं।‘‘

उन्होंने आगे कहा, ‘‘एक ऐसे बाजार में, जिसमें संदिग्ध सामग्री के साथ अगरबत्ती के कई अवैध ब्रांड हैं, 100 प्रतिशत कुदरती सामग्री-नीम और हल्दी के साथ गुडनाइट नेचुरल नीम अगरबत्ती सभी के लिए एक बहुत प्रभावी और सुरक्षित उपाय है।

अन्य विकल्प 20-30 मिनट के लिए जलते हैं, लेकिन गुडनाइट नेचुरल्स नीम अगरबत्ती की प्रत्येक स्टिक 3 घंटे तक जलती है और कम धुआं छोड़ती है। 10 स्टिक्स का पैक 15 रुपए की कीमत पर उपलब्ध है, इस तरह एक बेहतरीन प्रोडक्ट आपकोबेहदकिफायतीमूल्य परमिलताहै।‘‘

हाल के दिनों में मध्य प्रदेश सहित पूरे भारत में मच्छर भगाने के गुणों का दावा करने वाली अवैध अगरबत्तियों का प्रचलन बढ़ा है। संदिग्ध सामग्री से निर्मित इन अगरबत्तियों के कारण लोगांे के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पडता है।

इस बात को स्वीकार करते हुए छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, केरल, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा जैसे राज्यों में अधिकारियों और उद्योग संघों ने निर्माताओं, थोक विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं के खिलाफकार्रवाई शुरू की है।

घरेलू कीटनाशकों की दुनिया में एक प्रतिष्ठितसंगठनए, होमइनसेक्टीसाइडकंट्रोल एसोसिएशन (एचआईसीए) के सेक्रेट्री और डायरेक्टर श्री जयंत देशपांडे, ने कहा, ‘‘बाजार में संदिग्ध और नकली अगरबत्तियों के बारे में उपभोक्ताओं में जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है। जालसाजकंपनियों के प्रोडक्ट्स की निर्माण प्रक्रियाएं भी विनियमित तरीकों से नहीं गुजरती हैं और ऐसे प्रोडक्ट्स त्वचा, आंख और श्वसन प्रणाली के सुरक्षा मापदंडों पर भी बुनियादी जांच से नहीं गुजरते हैं, जबकि ऐसा करना सभी घरेलू कीटनाशक उत्पादों के लिए अनिवार्य है। सभी गैरकानूनी अगरबत्तियां नियमों की धज्जियां उड़ाती हैं और उपरोक्त मानकों पर इनका परीक्षण भी नहीं किया जाता है। इन अवैध अगरबत्तियों का उपयोग सभी उम्र के नागरिकों के लिए अत्यधिक जोखिम भरा है।‘‘

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