एक्टर को होना चाहिए पानी की तरह: जैबी सिंह

इंदौर. स्ट्रगल से ही जीवन के अनुभव मिलते हैं. यह अनुभव हमें बहुत कुछ सिखाते हैं. यही अनभुव ही हमें एक्टिंग में भी काम आते हैं क्योंकि जब किसी परिस्थिति और इंसान को समझते हैं तो उसे किरदार में भी आसानी से उतार लेते हैं.  एक एक्टर को पानी की तरह होना चाहिए ताकि वो किसी भी किरदार में ढल जाए.
यह कहना है अभिनेता का जैबी सिंह का. वे स्टार भारत के शो पापा बाय चांस के प्रमोशन के लिए शहर में थे. इसमें में वे युवान का मुख्य किरदार निभा रहे हैं. उनके साथ अभिनेत्री सना सैय्यद भी थी.
शो अपने किरदार को लेकर जैबी ने कहा कि युवान की भूमिका को लेकर बहुत ही उत्साहित हूं, युवान एक ख़ानदानी और रईस नौजवान बंदा तो है ही, साथ ही साथ बहुत ही मज़ेदार और दिलचस्प भी है. उसकी जि़न्दगी के कई अलग-अलग पहलू हैं, उससे जुड़े रिश्तों को लेकर उसका अपना अलग नज़रिया है. यह किरदार मेरे लिए ऐसा कि मैं इसे करना ही चाहता था. अभी पूरी तरह इसी पर फोकस कर रहा हूं.

निराशा को हावी न होने दें

जैबी ने चर्चा करते हुए बताया कि चंडीगढ़ के पास के एक गांव कुराली से हूं. पढ़ाई में शुरू से अच्छा था और डिफेंस में जाना चाहता था. लेकिन पीसीएम में किसी कारणवश कम नंबर आने के कारण में उधर नहीं जा पाया. फिर कॉलेज किया और उसी दौरान थियेटर भी. पहले मॉडलिंग से शुरूआत की फिर एक्टिंग के लिए मुंबई आया. तीन साल तक ऑडिशन दिए और फिर मुझे यह शो मिला.
मेरा मानना है व्यक्ति को निराशा को अपने ऊपर हावी नही ंहोने देना चाहिए. अपना काम लगातार करते रहना चाहिए. सफलता निश्चित मिलती है. सकारात्मक बने रहने के लिए मैं मेडिटेशन करता हूं. जैबी ने कहा कि अभी मेरा फोकस युवान पर ही है. मैं मनमर्जिंया फिल्म कर चुका हूं. भविष्य में जब भी मुझे कुछ डिफरेंट करने को मिलेगा जरूर करूंगा, माध्मय फिर कोई भी हो.

हार्डवर्क करने वाले का साथ देती है किस्मत: सना

सना सैय्यद ने बताया कि मैं इस शो में 21 साल की लड़की अमृत का किरदार निभार ही हूँ. वो एक फैशन डिज़ाइनर है और अपनी जि़न्दगी को अपने तरीके से जीती है. शो में युवान और अमृत का एक बहुत ही मज़ेदार सफर है।अमृत के किरदार को निभाना मेरे लिए एक मस्ती भरा अनुभव रहा है.
सना ने आगे बताया कि मैं मुंबई से ही हूं लेकिन मैंने कभी एक्टिंग का नहीं सोचा था. शुरूआत में मैंने सीए किया और फिर वहां मन नहीं लगा तो मार्केटिंग की. मार्केटिंग के दौरान एक कलिग की टीचर की वजह से मुझे एड करने का मौका मिला. इस दौरान मैंने स्पिलिट्ज विला किया. मुझे यह करके ऐसा लगा कि मुझे इसमें ही संतुष्टि मिलती है. फिर मैंने ऑडिशन दिये और मुझे यह पहला शो मिला.
मेरा मानना है कि आपको जब तक का में मजा नहीं आए काम बदलते रहे. धीरे-धीरे आपको अपना पेशन पता चल जाएगा. जितना हो सके अपनी हॉबी पर ध्यान दें. हो सकता है उसमें ही आपको अपना करियर मिल जाए. सना ने कहा कि किस्मत में लिखा उसी को मिलता है जो हार्डवर्क करता है.

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