नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल इंदौर बेंच के कार्यालय को आरंभ करने की मांग

एआईएमपी ने लिखा पत्र

इंदौर. एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश ने इंदौर में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल इंदौर बेंच के कार्यालय को आरंभ करने की मांग की है. इस संबंध में उन्होंने सांसद से चर्चा भी की है. ऑक्सीजन की कमी से उद्योग भी तकलीफ में है.

एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश के अध्यक्ष प्रमोद डफरिया एवं मानद सचिव सुनील व्यास ने बताया कि एसोसिएशन ने सांसद शंकर लालवानी से इंदौर के उद्योग-कंपनियों के लिए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल इंदौर बेंच के कार्यालय को आरंभ करने की मांग करते हुए केन्द्र सरकार को भी इसी आशय का पत्र प्रेषित किया जा रहा है.

अध्यक्ष श्री डफरिया ने बताया कि वर्तमान में इस ट्रिब्यूनल की कार्यवाही व संचालन अहमदाबाद से होने के कारण यहां के कई प्रकरण अहमदाबाद कोर्ट में चल रहे है तथा इंदौर के उद्योग-कंपनियों को इससे काफी परेशानी अनुभव हो रही है.

उनके द्वारा बेहताशा खर्चो को वहन किया जा रहा है जिसमें एडव्होकेट के टीएडीए, ट्रेवल व अन्य खर्चे आदि मिलाकर 70 से 75 हजार का खर्च हो रहा है. प्रकरणों के निपटान प्रक्रिया के कारण बार बार अहमदाबाद आने जाने में समस्या व आर्थिक व्यय बहुत अत्याधिक हो रहा है.

विगत् दो तीन वर्ष पूर्व इस ट्रिब्युनल के इंदौर बेंच आरंभ करने की घोषणा हुई थी तब तात्कालिन आयडीए अध्यक्ष शंकर लालवानी ने ही इसके लिए जगह भी चयन कर ऑफिस को सर्वसुविधायुक्त बना लिया गया है, केवल जज की नियुक्ती बाकी है, लेकिन तब से अब तक इस कार्यवाही में प्रगति नही होने से उद्योगों को राहत पहुंचाने का वास्तविक मकसद ही पुरा नहीं हुआ है. इससे संबंधित लोगों को अहमदाबाद जाने के लिए मजबूर होना पड रहा है.

कार्पोरेट कार्य मंत्रालय की अधिसूचना नई दिल्ली 8 मार्च 2019 में मध्यप्रदेश के इंदौर व आंध्रप्रदेश के अमरावती में खंडपीठ स्थापित करने का उल्लेख कर गजट जारी किया गया था जिसमें अमरावती की खंडपीठ आरंभ हुए 1 वर्ष हो गया है, परंतु इंदौर खंडपीठ का कार्य अहमदाबाद से ही चल रहा है.

एसोसिएशन ने सासंद से इस संबंध में विस्तृत चर्चा कर जल्द ही इंदौर के उद्योग-कपंनियों के हित में इस कोर्ट-नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की इंदौर बेंंच को आरंभ करने की मांग करते हुए उक्त लंबित मामले पर त्वरित उचित कार्यवाही करने का निवेदन किया है। इससे यहां के लोगों को हो रही असुविधा का निराकरण हो सकेगा.

ऑक्सिजन की कमी से उद्योग तकलिफ मे

ऑक्सिजन की कमी से उद्योग तकलिफ मे आ गये है इससे करीब 300 से 400 इकाईयां ्र2 पर आधारित है तथा उन्हें आक्सिजन की आपूर्ति नही होने से परेशानी हो रही है. इसके बावजूद भी हम उद्योगजगत वर्तमान परिस्थिति में हमारा कर्तव्य समझते हुए पहली आपूर्ति अस्पताल में किये जाने के कलेक्टर के आदेश का स्वागत करते है. साथ ही में यह निवेदन भी करते है कि ओ2 सप्लाई ज्यादा होने पर उद्योगों में भी सप्लाय प्रारंभ कराई जाए. 

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