शिविर में 365 लोगों की स्वास्थ्य जाँच, कर मरीजों को निःशुल्क होम्योपैथिक दवाइयाँ वितरित

जैन समाज के मिलन समारोह में सार्थक पहल की डॉ. ए.के. द्विवेदी ने

इंदौर। कहने को तो ये दूसरे वार्षिक मिलन समारोह की ही तरह एक सामान्य कार्यक्रम था लेकिन इसके तहत 365 से अधिक लोगों की स्वास्थ्य जाँच एवं मरीजों को बीमारियों के अनुरूप निःशुल्क होम्योपैथिक दवाओं का वितरण कर भारत सरकार के आयुष मंत्रालय की वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्य एवं इंदौर स्थित गुजराती होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के प्रोफ़ेसर डॉ. ए.के. द्विवेदी ने इसे यादगार बना दिया। देश के प्रख्यात होम्योपैथिक चिकित्सक की इस पहल से समारोह सार्थक और अत्यंत उपयोगी बन गया लोगों ने इस प्रयास को खूब सराहा और पदाधिकारियों ने डॉ द्विवेदी को सम्मानित भी किया.

फिर बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले ? कई लोगों ने पूछा

जैन श्वेतांबर (छोटे-साथ) समाज के वार्षिक मिलन समारोह में डॉ. द्विवेदी ने लोगों को सेहत के प्रति जागरूक करते हुए लोगों के प्रश्नों का जवाब भी दिया तथा समझाया कि कि कोरोना के मामले यदि बढ़ भी रहे हैं तो डरने या घबराने की ज़रूरत नहीं. यही समय है हमारे चेतने का और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का अगर हम अभी से साधारण सर्दी जुकाम से बचाव संबंधी सावधानियाँ रखना शुरू कर देंगे तो ही हम खुद को, परिवार को और समाज को कोरोना जैसी महामारी के दुष्प्रभावों से बचा सकेंगे।

बीपी, शुगर समेत अन्य जरूरी जाँचे

महावीर बाग स्थित दलालबाग में आयोजित समारोह में “एडवांस्ड होम्यो हेल्थ सेंटर, होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च प्रा.लि. और आयुष मेडिकल वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वावधान में हेल्थ कैंप लगाया गया। इस दौरान डॉ. द्विवेदी के नेतृत्व में डॉक्टर्स की टीम ने लोगों की ब्लड प्रेशर, शुगर समेत अन्य जरूरी जाँचें कीं और उन्हें आवश्यक दवाइयां निःशुल्क प्रदान कीं। समाज-जन ने बड़ी संख्या में पहुंचकर अपने स्वास्थ्य की जांच कराई।

फायदेमंद है भुना चना और भुनी बादाम

रक्त और हीमोग्लोबिन की कमी से होने वाले रोगों अप्लास्टिक एनीमिया, सिकल सेल, थैलेसीमिया आदि के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. द्विवेदी ने इन रोगों के शुरुआती लक्षणों की जानकारी दी। साथ ही इन रोगों से बचाव के लिए जरूरी पौष्टिक आहार के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि शरीर में रक्त कमी को दूर करने के लिए हमारे घर की रसोई में उपलब्ध भुना चना, गुड़, भुनी बादाम, भुना सोयाबीन, पालक, पपीता, सत्तू , आंवला, गाजर, चुकन्दर, छुहारा, मुनक्का, अंजीर आदि का सेवन संतुलित मात्रा में नियमित रूप से किया जा सकता है।

महिलायें रखें बढ़ती उम्र के साथ विशेष स्वास्थ्य सावधानी

महिलाओं को खासतौर पर समय-समय पर रक्त संबंधी जाँचें एवं उसके अनुरूप जरूरी उपचार कराते रहना चाहिये क्योंकि अक्सर देखने में आता है कि, महिलाएं परिवार की जिम्मेदारियों को निभाने की भागदौड़ में, स्वयं के स्वास्थ्य का ख्याल नहीं रख पाती है और अनेक रोगों का शिकार हो जाती है जिसके कारण मोटापा कमर दर्द घुटने का दर्द वैरिकोज़ वेन इत्यादि बीमारियाँ घेर लेती हैं इसलिये उन्हें खासतौर पर अपना खयाल रखने की जरूरत है और हल्के ब्यायाम तथा योग और वॉकिंग करने की समझाईस भी दी.

इस अवसर पर संस्था अध्यक्ष भँवरलाल कासवा, महिला संघ संस्थापक अध्यक्ष शाँता भामावत, महिला संघ अध्यक्ष कांतारानी भतेवरा, डॉ. विवेक शर्मा, डॉ. जितेंद्र पुरी, विनय पांडे, पाखी भामावत, चंचल शर्मा, श्रुति पटेल, कार्तिकेय मिश्रा, ओमप्रकाश, शुभम गोयल, राहुल भावसार आदि उपस्थित थे।

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