- एचडीएफसी बैंक ने उज्जैन “व्यापार मेला 2025” में ऑटो लोन पर विशेष ऑफर्स पेश किए
- रियलिटी शोज़ का नया दौर! अब और भी ज्यादा ड्रामा और रोमांच, सिर्फ जियोहॉटस्टार पर
- फेलिसिटी थिएटर इंदौर में "हमारे राम" प्रस्तुत करता है
- जेएसडब्ल्यू ग्रुप के चेयरमैन सज्जन जिंदल को एआईएमए मैनेजिंग इंडिया अवार्ड्स में मिला 'बिजनेस लीडर ऑफ डिकेड' का पुरस्कार
- उर्वशी रौतेला 12.25 करोड़ रुपये में रोल्स-रॉयस कलिनन ब्लैक बैज खरीदने वाली पहली आउटसाइडर इंडियन एक्ट्रेस बन गई हैं।
अच्छी स्क्रिप्ट होने पर ही करती हूं कामः रश्मि सिंह

इंदौर. ओटीटी प्लेटफार्म के लिए कलाकारों के लिए अवसर बढ़ गए है. अगर आपके पास टैलेंट है तो आपक काम और पहचान दोनों मिलेगी. हालांकि वेबसीरिज काफी बोल्ड बन रही है लेकिन लोग भी उसे देखना पसंद कर रहे हैं. मैं इस तरह का काम नहीं करना चाहती. मैं काम को लेकर काफी चूजी हूं और अच्छी स्कि्रप्ट व किरदार देखकर ही काम करती हूं.
यह कहना है फिल्म अभिनेत्री और डिजाइनर रश्मि सिंह का. शुक्रवार को वे इंदौर में थीं. शहर में आयोजित वेडिंग और विंटर एक्जीबिशन गूंज के साथ अपने डिजाइनर कलेक्शन द लेबल कल्याण को भी लांच किया और अपने अनुभव साझा किए. रश्मि ने अपने कलेक्शन को लेकर बताया कि हमारे घर में सभी अपने परिधान खुद ही डिजाइन करवाते हैं और मैं भी अपनी पसंद के अनुरूप डिजाइन कराती थी.
इसी बात से प्रभावित होकर कोरोना काल में अपने शौक को और निखारा तथा ड्रेस डिजाइनिंग की दुनिया में कदम रखा. वहीं गूंज की फाउंडर रिद्धि पंचमतिया बताती हैं कि यह पहला मौका है जब उन्होंने इंदौर में यह एक्जीबिशन लगाई है। इसमें इंदौर, भोपाल, उज्जैन और रतलाम ही नहीं बल्कि मुंबई, जयपुर, कोलकाता, दिल्ली, बनारस आदि शहरों के डिजाइर्न्स के नायाब कलेक्शन रखे गए हैं.
मॉडलिंग से मिला फिल्म का ऑफर
रश्मि ने बताया कि मैंने कभी सोचा नहीं था कि एक्टिंग करूंगी लेकिन जब पढ़ाई कर रही थी तब मॉडलिंग के ऑफर आते थे तो वो किया करती थी. लेकिन जब बात एक्टिंग की आई तो पिता ने कहा पहले पढ़ाई पूरी करो फिर दूसरा काम करना इसलिए मैंने पहले पढ़ाई पूरी की. मैं इंडस्ट्री में आने वाले सभी युवाओं को यही संदेश देना चाहूंगी कि पहले पढ़ाई पूरे करें और प्लान बी तैयार रखे. यह अनिश्चितता भरी फील्ड है.
उन्होंने आगे कहा कि इसके बाद मॉडलिगं जारी रखी और तो मुझे इंडियन रोमियो देसी जूलियट फिल्म का ऑफर मिला और मैंने उसे स्वीकार कर लिया. हालांकि यह फिल्म अभी रिलीज नहीं हुई है. इसके अलावा मैंने साउथ इंडियन फिल्म भी की है. वहां मुझे लैंग्वेज को लेकर दिक्कतों का सामना करना पड़ा. लेकिन मैंने वहां पर समय की पांबदी और प्रोफेशनलिज्म सीखने को मिला.