लक्ष्य तय हो तो मंजिल तक पहुंचने में होती है आसानी

सिविल जज टॉपर पूर्वी तिवारी ने बताई सक्सेस स्टोरी

इंदौर. सिविल जज एक्जाम मेरे लिए चैलेंज थी. एग्जाम के पहले ही मुझे डेंगू हो गया था. परीक्षा के 1 दिन पहले डिस्चार्ज लेकर एग्जाम दी. एग्जाम के पहले की तैयारी काम आई और मैंने धैर्य रखकर पेपर दिए. नतीजा यह रहा की फर्स्ट टाइम में ही एग्जाम क्लियर कर ली.

यह कहना है सिविल जज परीक्षा  में पहले अटेम्प्ट में ही पूरे प्रदेश में टॉप करने वाली छात्रा पूर्वी तिवारी का.  पूर्वी ने अपनी सक्सेस स्टोरी रविवार को ला एकेडमी इंदौर द्वारा होटल अमर विलास में आयोजित सम्मान समारोह में शेयर की.

एलएलबी, एलएलएम गोल्ड मेडलिस्ट जबलपुर की पूर्वी तिवारी अगस्त 2017 में सिविल जज की तैयारी के लिए इंदौर आई प्रमोद और डॉक्टर आरिफ के मार्गदर्शन में तैयारी की. फैमिली से इस फील्ड में कोई नहीं था इसलिए मुझे एबीसीडी भी नहीं पता थी. आपका लक्ष्य तय हो तो मंजिल तक पहुंचने में आसानी होती है. इसके लिए कड़ी मेहनत और धैर्य की जरूरत रहती है.

मेरे लिए थोड़ा टफ था क्योंकि सिविल जज की एग्जाम की तैयारी के साथ एलएलएम की तैयारी भी कर रही थी. एलएलएम के लिए मुझे जबलपुर भी जाना पड़ता था. दोनों तैयारियां साथ में करना थी. कोचिंग खत्म होने के बाद प्रॉपर डे शेड्यूल मैं पढ़ाई की जिससे मुझे काफी मदद मिली। बस मैंने सोच रखा था कि मुझसे कोई गलती ना हो.

डेंगू होने के कारण मोरल डाउन हो गया था लेकिन टीचर्स और फैमिली मेंबर्स ने सपोर्ट किया. अकैडमी इंदौर द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में 2018 सिविल जज एक्जाम के लगभग 20 फाइनलिस्टो का सम्मान किया गया. इस अवसर पर चीफ गेस्ट रविंद्र सिंग छाबड़ा एडिशनल एडवोकेट जनरल मध्य प्रदेश शासन, विशेष अतिथि प्रदीप मिश्रा, प्रमोद भटेले डायरेक्टर ला अकैडमी और डॉक्टर आरिफ हुसैन डायरेक्टर अकैडमी भी उपस्थित थे.

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