- Over 50gw of solar installations in india are protected by socomec pv disconnect switches, driving sustainable growth
- Draft Karnataka Space Tech policy launched at Bengaluru Tech Summit
- एसर ने अहमदाबाद में अपने पहले मेगा स्टोर एसर प्लाज़ा की शुरूआत की
- Acer Opens Its First Mega Store, Acer Plaza, in Ahmedabad
- Few blockbusters in the last four or five years have been the worst films: Filmmaker R. Balki
लाखों रूपए की अवैध मेथेडोन जप्त, नारकोटिक्स शाखा की बड़ी सफलता
,मुम्बई से लाए थे सप्लाई के लिए
इंदौर. नारकोटिक्स शाखा एक और बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए अवैध मादक पदार्थ मेथेडोन जप्त कर आरोपी को गिरफतार किया गया है.अवैध मादक पदार्थ मेथेडोन मुम्बई से इन्दौर में सप्लाई करने हेतु लाई गई थी.जप्त की गई मादक पदार्थ की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 5,30,000 रू. आंकी गई है.
पुलिस महानिर्देशक नारकोटिक्स वरूण कपूर ने बताया कि राजेन्द्र सिंह ठाकुर को कार्य योजना पर कार्य करते हुए यह सूचना प्राप्त हुई थी कि इस अवैध मादक पदार्थ की सप्लाई इन्दौर में बाम्बे हॉस्पिटल के पास होने वाली है. इस सूचना के आधार पर ठाकुर पुलिस बल के साथ बाम्बे हॉस्पिटल के पास पहुंचे व घेराबंदी की. घेराबंदी में उन्हें एक संदिग्ध व्यक्ति मिला, जिसकी तलाषी लेने पर उसके पास से अवैध मेथेडोन पाया गया.
इस घातक मादक पदार्थ की मात्रा 53 ग्राम थी.जो मुम्बई से इन्दौर में सप्लाई करने हेतु लाई गई थी. इस मादक पदार्थ के प्राप्त होने पर आरोपी विशाल पिता सुधाकर ओगोरी़ (20) निवासी-नव महाराष्ट्र नगर मुम्बई, को गिरफ्तार किया गया है.जप्त की गई मादक पदार्थ की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 5,30,000रू. आंकी गई है.
श्री कपूर ने आगे बताया कि मेथेडोन एक अति घातक मादक पदार्थ है, जिसका प्रभाव हेरोईन जैसे मादक पदार्थ के समान होता है. जानकारी अनुसार जो लोग मेथेडोन के नशे के शिकार हो जाते हैं, वे हेरोईन के नशे के शिकार व्यक्ति से भी बुरी स्थिति में पहुंच जाते हैं और इसकी लत को छुड़ाना एक असंभव सा कार्य हो जाता है. कईं बच्चे व युवा इसकी चपेट में आ जाते हैं और इसके अत्यधिक सेवन से मृत्यु तक हो सकती है.
श्री कपूर ने आगे बताया कि यह सूचना प्राप्त हुई थी कि इन्दौर में भी घातक मादक पदार्थ की सप्लाई अंतर्राज्यीय तस्करी गिरोह द्वारा की जा रही है. अत: इसे रोकना व इस गिरोह को गिरफ्त में लाने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर अमल में लाई गई.
इंजेक्शन या फिर नाक से लेते है
श्री कपूर ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि यह घातक मादक पदार्थ या तो इंजेक्शन के माध्यम से या फिर खाद्य पदार्थ के रूप में या फिर नाक के माध्यम से लिया जाता है और इसका प्रभाव लगभग 36 घंटे तक रहता है. उपरोक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी नारकोटिक्स निरीक्षक बी.डी. त्रिपाठी, राजेन्द्र सिंह ठाकुर, की भूमिका सराहनीय रही है. इनके साथ-साथ पन्नालाल चौहान, आर. अशोक सोलंकी, आर. दीपक गुप्ता, आर. जितेन्द्र सोलंकी, आर. महेश, आर. ब्रजेश, आर. अनिल यादव इत्यादि ने भी प्रभावी कार्यवाही करते हुए इस बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया है.
नेटवर्क के विरूद्ध होगी कार्रवाई
श्री कपूर ने बताया कि मध्यप्रदेष में इस घातक मादक पदार्थ की सबसे बड़ी जप्ती है और निष्चित रूप से यह नारकोटिक्स शाखा की एक बड़ी सफलता है । आरोपी से सघन पूछताछ जारी है, जिससे कि यह पता लगेगा कि यह पदार्थ किस स्त्रोत से आ रहा था और कहां-कहां इसकी सप्लाई की जाना थी.आगे भी इस पूरे नेटवर्क के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी.