- फेलिसिटी थिएटर इंदौर में "हमारे राम" प्रस्तुत करता है
- जेएसडब्ल्यू ग्रुप के चेयरमैन सज्जन जिंदल को एआईएमए मैनेजिंग इंडिया अवार्ड्स में मिला 'बिजनेस लीडर ऑफ डिकेड' का पुरस्कार
- उर्वशी रौतेला 12.25 करोड़ रुपये में रोल्स-रॉयस कलिनन ब्लैक बैज खरीदने वाली पहली आउटसाइडर इंडियन एक्ट्रेस बन गई हैं।
- Urvashi Rautela becomes the first-ever outsider Indian actress to buy Rolls-Royce Cullinan Black Badge worth 12.25 crores!
- 'मेरे हसबैंड की बीवी' सिनेमाघरों में आ चुकी है, लोगों को पसंद आ रहा है ये लव सर्कल
लाइव डेमो में बनाया लैंडस्केप और दिए टिप्स

फाइंड योर एक्सप्रेशन ” कार्यक्रम का आयोजन क्रिएट स्टोरीज द्वारा सांवेर रोड स्तिथ देहली पब्लिक एलीमेंट्री स्कूल में किया गया.
दीपक शर्मा ने बताया की इस आर्ट वर्कशॉप का उद्देश्य था की जो बच्चे कला में आगे बढ़ना चाह्रते है वे आर्ट्स के बारे में कुछ बेसिक चीज़े जान सके और सीख सके | इस खास मौके पर शहर के वरिष्ठ आर्टिस्ट शंकर शिंदे ने बच्चो से चर्चा की एवं उन्होंने एक लैंडस्केप बनाकर दिखाया और उसकी बारीकियां समझाई |
उन्होंने कहा की प्रकृति का हर रंग एक नई तस्वीर बनता है | इस तस्वीर को देखने के लिए सबसे पहले हमे हर रंग को देखना और समझना होता है | जब हम रंग की बात करते है तो हमे लगता है लाल , पीला, नीला रंग होते है, प्राइमरी और सेकेंडरी में बस इनके मिक्स जैसे ऑरेंज , हरा , पर्पल आदि | पर जब हम हमारे आस पास देखकर लैंडस्केप को ओब्सर्व करते है , तब हमे बड़ी परेशानी आती है शेड्स में |
शेड्स को समझने के लिए हमे हर रंग के अलग अलग भाव यानी शेड्स को देखना और समझना होता है | जैसे एक नदी जब बहती है तब उसका भाव देखने के लिए हमे कहीं हल्का और कहीं गहरा रंग करना होता है | वैसे ही पेड़ की पत्तियों का रंग ऊपर सूरज की किरणों से हल्का दिखता है | ये सब हमारे सिंपल लैंडस्केप को रीयलिस्टिक बनाते है | अब रही बात सिंपल लैंडस्केप बनाने की तो हमे सिंपल व्यू से चालू करना चाहिए जहाँ हमारे लैंडस्केप में कम एलिमेंट्स हों |
कुछ स्टेप्स –
· पहले अपने कैनवास या शीट को डिवाइड करिए , ज़मीन , आसमान और कलर वेरिएंट में |
· बैकग्राउंड के लिए बेसिक कलर दे दीजिये जैसे आसमान को ब्लू और ज़मीन को डार्क ग्रीन |
· कुछ शेड्स डालने के लिए सेकंड लेयर पे पतले ब्रश से लाइटर शेड्स दीजिये |
· धीरे धीरे ऊपर जो पास देखने वाले एलिमेंट्स हैं जैसे पेड़, पक्षी आदि बनाइये |
· फाइनल टच में लाइट का ध्यान रखें और आउटलाइन का |
अपना ब्रश , प्लेट और अन्य बेसिक चीज़े हमेशा वही यूज़ करिए जो करते आये है क्यूंकि उसमे आपका हाथ जमा हुआ है बार बार नया और अलग अलग इस्तमाल करने से हाथ नही जम पायेगा जो की आज के युवा सबसे बड़ी गलती बार बार ब्रश और बेसिक आर्ट मटेरियल बदल के करते है | अपने पास कम से कम 3 साइज़ के ब्रश रखें |
एक पतला जो आपको फाइन लाइन्स और शेड्स में मदद करे , एक बड़ा जो बेस को स्मूथ बनाने में काम आये और एक मीडियम जिससे आप बड़े एलिमेंट्स आसानी से बना पाएं | शेड्स बनाते समय जितना ज़रुरत हो उतने पानी का इस्तमाल करे क्यूंकि ज्यदा पानी से कलर फ़ैल जाता है | हमेशा ध्यान रखे बनाते समय और सावधानी बरतें |