एमओएस यूटिलिटी लिमिटेड के निदेशक मंडल ने सौर व्यवसाय में प्रवेश कि दी मंजूरी

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एमओएस यूटिलिटी लिमिटेड (NSE: MOS) एक प्रमुख फिनटेक कंपनी है, जो व्यवसायों और व्यक्तियों को विभिन्न प्रकार की फिनटेक और यूटिलिटी भुगतान समाधान सेवाएं देती है। कंपनी ने हाल ही में घोषणा की है कि बोर्ड ने कंपनी के संस्थापन पत्र के उद्देश्य वाक्य में बदलाव किया है।

कंपनी ने अपने मुख्य उद्देश्यों में कुछ नई व्यावसायिक गतिविधियों को जोड़ा है, जिसमें भारत या विदेश में सभी प्रकार के – सौर पीवी मॉड्यूल, सेल, बैटरी और ऊर्जा भंडारण उपकरणों का निर्माण और व्यापार, सौर ऊर्जा से संबंधित उपकरणों और उत्पादों का आयात और निर्यात, सौर पैनल, चार्जर, पावर पैक व अन्य संबंधित उत्पादों का व्यापार और सौर ऊर्जा से जुड़े सभी व्यवसायिक गतिविधियों में शामिल होना है।

हाल ही में कंपनी ने घोषणा की है कि कंपनी की सहायक कंपनी एमओएस लॉगकनेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को इंडिया पोस्ट से मास्टर फ्रेंचाइजी लाइसेंस प्राप्त हुआ है, जिससे वे भारत भर में डाक सेवाएं प्रदान कर सकेंगे। इस साझेदारी से कंपनी को अपनी सेवाओं का विस्तार करने और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने में मदद मिलेगी। कंपनी का उद्देश्य ग्राहकों को सुगम और कुशल सेवाएं प्रदान करना है ।

भारत पोस्ट फ्रेंचाइजी मॉड्यूल के माध्यम से कंपनी द्वारा डाक सेवाएं, पार्सल सेवाएं, मनी ऑर्डर सेवाएं, बिल पेमेंट सेवाएं और अन्य डाक सेवाएं प्रदान की जाएगी। इस साझेदारी के माध्यम से, हम भारत पोस्ट के व्यापक नेटवर्क का उपयोग करके देशभर में सेवाएं प्रदान कर सकते है, संसाधनों का लाभ उठाकर सेवाओं को और भी कुशल बना सकते हैं, निर्बाध और कुशल सेवा वितरण के लिए तकनीक और बुनियादी ढांचे का उपयोग कर सकते हैं। हमारी टीम का लक्ष्य ग्राहकों को सुगम और कुशल सेवाएं प्रदान करना, उनकी आवश्यकताओं को समझना और उन्हें पूरा करना है।

एमओएस यूटिलिटी लिमिटेड एक अग्रणी फिनटेक कंपनियों में से एक है, जो व्यवसायों और व्यक्तिगत तौर पर विभिन्न फिनटेक और यूटिलिटी पेमेंट सॉल्यूशन सर्विस देती है। ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ, एमओएस यूटिलिटी लिमिटेड निरंतर और सुरक्षित फिनटेक समाधान देने के लिए प्रतिबद्ध है, जो पहुंच और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देता है। एमओएस वेब और ऐप आधारित बैंकिंग / यात्रा / उपयोगिता सेवाओं जैसे विभिन्न व्यवसायों का समूह है, जिसके पास देश के प्रतिष्ठित बड़े कॉरपोरेशन के साथ इन क्षेत्रों में काम करने का अनुभव है।

एमओएस ने 25 से ज्यादा राज्यों में एक मजबूत एजेंट नेटवर्क बनाया है। यह नेटवर्क उन उपभोगताओं तक पहुंचने में मदद करेगा, जो पहले पहुंच से बाहर थे। इस घोषणा के बाद अब लोगों को डाक सेवाओं का लाभ उठाने के लिए डाकघर जाने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि वे अपने निकटतम स्थान से ही डाक सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। यह सेवाएं डाक विभाग द्वारा दी जाती हैं जो लोगों को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्रदान करती हैं, जैसे कि तेजी से डाक सेवा, पंजीकृत डाक, डाक टिकट, इलेक्ट्रॉनिक मनी ऑर्डर, और जीवन बीमा सेवाएं।

एमओएस यूटिलिटी लिमिटेड के सह-संस्थापक और कार्यकारी निदेशक तथा एमओएस लॉगकनेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक चिराग शाह ने साझेदारी के प्रति उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय डाक के साथ यह रणनीतिक गठबंधन हमारी अच्छी व्यवस्था और प्रबंधन, उत्कृष्टता को महत्व देना और ग्राहकों को बेहतरीन सेवाएं देने का प्रमाण है। कंपनी ग्राहकों के लिए जरूरी डाक सेवाएं देकर अपने ग्राहकों की संख्या में वृद्धि करने की उम्मीद करती है। इससे कंपनी की उद्योग में स्थिति मजबूत होगी और वह अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे निकलेगी।

27 जुलाई, 2009 को “एमओ एस यूटिलिटी प्राइवेट लिमिटेड” के रूप में शामिल की गई। कंपनी अपने ऑनलाइन पोर्टल www.biz solutionz.com के माध्यम से बी2बी, बी2बी2सी और वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में डिजिटल प्रोडक्ट और सेवा देती है। यह प्लेटफ़ॉर्म दुकानदारों, खुदरा विक्रेताओं, छात्रों, गृहिणियों और बीमा एजेंट्स को ऑनलाइन व्यवसाय शुरू करने में मदद करता है, जिससे वे अपने स्थानीय उत्पादों और सेवाओं को ऑनलाइन बेच सकते हैं। कंपनी विभिन्न क्षेत्रों में काम करती है, जैसे कि बैंकिंग, यात्रा, बीमा, उपयोगिता सेवाएं, मनोरंजन, फ्रेंचाइजी, और अन्य सेवाएं, जो इसके व्यापार को विविधता प्रदान करती हैं।कंपनी देशभर के 1,68,018 भागीदारों के भौतिक और डिजिटल चैनलों को मिलाकर भुगतान समाधान, रेमिटेंस, उपयोगिता, यात्रा और बीमा जैसे विभिन्न उत्पादों और सेवाओं की पेशकश करती है, जो इसके बड़े नेटवर्क के माध्यम से उपलब्ध हैं। कंपनी का एकीकृत मॉडल ग्राहकों के लिए एक सुगम और निर्बाध अनुभव प्रदान करता है, जहां वे बिना किसी परेशानी के विभिन्न उत्पादों और सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं l वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का राजस्व 193.09 करोड़ रुपए, एबिटा 17.85 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 12.13 करोड़ रुपए था।

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