सलोनी अरोरा पांच दिन की रिमांड पर

इंदौर. वरिष्ठ पत्रकार कल्पेश याग्निक आत्महत्या मामले में मुंबई से गिरफ्तार सलोनी अरोरा को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. शनिवार पाक को मुंबई से गिरफ्तार सलोनी को रविवार को पुलिस इंदौर लाई और कोर्ट में पेश किया. मामले में पूछताछ के लिए सलोनी का रिमांड मांगा था। कोर्ट ने सलोनी को 5 दिनों के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. कल्पेश ने सलोनी की प्रताडऩा से तंग आकर ही आत्महत्या की थी.
उल्लेखनी है कि वरिष्ठ पत्रकार कल्पेश याज्ञनिक को ब्लैकमेल कर रूपएं मांगने वाली महिला पत्रकार को शनिवार मुंबई में विरासत में लिया गया था. रविवार को सुबह पुलिस सलोनी को मुंबई से इंदौर लेकर आई.  रविवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि धारा 86, 503 आईटी एक्ट की धारा 67 और 68 के अंर्तगत प्रकरण कायम किया गया है.
मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई थी जो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र चौहान के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई. इस टीम को अलग-अलग जगहों पर भेजा गया. प्रारंभिक जांच में ये बात स्पष्ट हो गई थी की पूरे मामले में किसी महिला का हाथ है. इसमें अलग-अलग तरह से प्रताडि़त करने की वजह सामने आई है. पुलिस के पास परिवारजनों, सहकर्मियों के रिकॉर्ड बयान से यह स्पष्ट हो गया था कि लगातार मानसिक प्रताडऩा से यह स्थिति बनी है. पुलिस को इससे पहले भी एक सूचनात्मक पत्र के माध्यम से महिला द्वारा प्रताडि़त किए जाने की जानकारी प्रदान की गयी थी. उसमे कहा गया था कि महिला द्वारा यदि किसी तरह की शिकायत दर्ज की जाती है तो उसमें इनका पक्ष भी सुना जाएं.
इन सभी बातों को संज्ञान में रखते हुए जांच की गई। कुछ ऐसे ऑडियो और तथ्य भी सामने आएं है जिसमें महिला के द्वारा पांच करोड़ रुपएं मांगने की बात सामने आयी थी. उन्होने बताया कि लगातार पुलिस पकडऩे के प्रयास में लगी रही. एक या दो बार ऐसी स्थिति भी बनी जब 10 से 15 मिनट पहले वह किसी सूचना के माध्यम से बच निकली. इस मामले में दिल्ली, उत्तरप्रदेश, गोवा,महाराष्ट और गुजरात के अलग-अलग शहरों में ये भागती रही और पुलिस की टीम लगातार उसका पीछा करती रही. अंतत मुंबई में आरोपी को पकडऩे में सफलता मिली.

टीम को पुरस्कृति किया

महिला को ढूंढने वाली टीम को 20 हजार रुपएं से पुरूस्कृ त भी किया गया है। इस पूरे मामले को लेकर आरोपी से पूछताछ की जाएगी और अन्य साक्ष्य मिलने की संभावना है. अगर किसी अन्य व्यक्ति द्वारा ब्लैकमेलिंग में मदद की गयी तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी. उल्लेखनीय है कि 13 जुलाई को कल्पेश याज्ञनिक ने एबी रोड़ स्थित कार्यालय की तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. 21 जुलाई को इस मामले में सलोनी अरोड़ा पर केस दर्ज किया गया थी.

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