अभिनय में हो आपके व्यक्तित्व का हिस्सा: रवि दुबे

Related Post

इंदौर. अभिनय एक आंगिक प्रक्रिया है. इसे ऑब्जर्व करके भी सीखा जा सकता है. कई ऐेसे बड़े कलाकार है जिन्होंने केवल देखकर ही अभिनय सीखा है. मेरा मानना है कि अभिनय में आपके व्यक्ति अनुभव और व्यक्तित्व का हिस्सा होना चाहिए. तभी आप उस किरदार और सीन से जुड़ पाते हैं और वह जीवंत हो जाता है.
यह कहना है अभिनेता रवि दुबे का. वे शनिवार को शहर में स्टार प्लस पर अपने आने वाले शो सबसे स्मार्ट कौन के प्रमोशन के लिए शहर में थे. इस शो को वे होस्ट कर रहे हैं. उन्होंने यहां आईपीएल के मैच का आनंद भी लिया. इस दौरान शो को लेकर चर्चा भी की. रवि ने चर्चा करते हुए बताया कि अक्लमंद बनेगा दौलतमंद के अपने उद्देश्य के साथ, सबसे स्मार्ट कौन उन लोगों के लिये जश्न का मौका है, जो अपना कॉमन सेंस इस्तेमाल करते हैं. उन्हें अपनी किस्मत को जीतने का मौका दिया जा रहा है और वह भी अपने घरों में बैठे रहने की सुविधा के साथ. इस शो में कोई भी हिस्सा ले सकता है, इसमें उम्र या पढ़ाई की सीमा नहीं है. यह शो उन लोगों की क्षमता का जश्न मनाने वाला है, जो अपनी स्मार्टनेस के साथ पैसा कमा सकते हैं. शो में आपके ज्ञान नहीं अक्ल की कसौटी होगी.
बस लोगों का मनोरंजन करना चाहता हूं
रवि ने आगे बताया कि मैं यूपी से हूं और दिल्ली में पला-बढ़ा हूं. स्कूल में दिनों से ही मैं कल्चरल एक्टिविटी में हिस्सा लेता और प्ले भी करता था. साइंस मेरा प्रिय विषय था इसलिए मैं साइंस चुना और इंजीनियरिंग करने इत्तेफाक से मुंबई आ गया. यहां मैंने अपने फोटो भी बांट और ऑडिशन भी दिए. इस तरह मुझे अपना पहला शो मिल गया. वर्तमान में मेरा पूरा ध्यान एक्टिंग पर ही है. मैं बस लोगों का मनोरंजन करना चाहता हूं वह चाहे होस्टिंग हो या एक्टिंग.
टीवी और फिल्म में अब फर्क नहीं
फिल्मों में काम करने के सवाल पर रवि ने कहा कि मैं टीवी करके बहुत खुश हूं. आज टीवी ही इतना बड़ा हो गया है कि अब फिल्म और टीवी में कोई फर्क नहीं रह गया है. मेरी जो आज पोजिशन है वह टीवी ने ही दी है. हालांकि मेरी एक फिल्म भी आ रही है. मुझे भविष्य में मौका मिला गॉडफादर फिल्म जैसा किरदार करना चाहूंगा.
संघर्ष से घबराएं नहीं
रवि ने कहा कि जो भी युवा एक्टिंग की फील्ड में आना चाहते हैं वे अपना दिमाग खुला रखे. जितना हो सके देककर सीखें. बड़े सपने देखें और उसे पूरा करने की कोशिश करे. संघर्ष से घबराएं नहीं यह जीवन का हिस्सा है. संघर्ष से ही अनुभव आता है और यह कलाकार के जीवन का हिस्सा होता है. असफलता को अपनी ऊपर हावी न होने दें.

Leave a Comment