स्वच्छ भारत अभियान ने किया सबसे ज्यादा प्रभावित

इंदौर. केंद्र सरकार द्वारा शुरू किये गये स्वच्छ भारत अभियान ने एक जनांदोलन का रूप ले लिया है. इसमें सबसे ज्यादा जनभागीदारी बढ़ी है. स्वच्छ भारत अभियान से स्वच्छता के प्रति प्रत्येक नागरिक की सोच में क्रांतिकारी परिवर्तन देखने को मिल रहा है. लोग बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं. इंदौर इसका ताजा उदाहरण है. यहां के प्रत्येक नागरिक की सक्रिय भागीदारी से इंदौर पूरे देश में स्वच्छता के निर्धारित मापदण्डों में लगातार दूसरे वर्ष अव्वल रहा है. एक तरह से सामाजिक अंकेक्षण का यह एक सफल उदाहरण भी कहा जा सकता है.
स्थानीय कस्तुरबा ग्राम स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में इंदौर जिला के सभी विकासखंडों के चयनित युवाओं के लिये सामाजिक अंकेक्षण के प्रशिक्षण कार्यक्रम में फील्ड आउटरीच ब्यूरो के सहायक निदेशक मधुकर पवार ने उक्त बातें कही. पवार ने कहा कि यदि योजनाओं के कार्यांवयन के समय सामाजिक अंकेक्षण के तहत ठीक से निगरानी रखी जाये तो योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सकेगा. केंद्र सरकार की चार वर्ष की प्रमुख उपलब्धियों की चर्चा करते हुये पवार ने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के साथ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, प्रधानमंत्री जन धन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, मुद्रा योजना, फसल बीमा योजना, मिशन इंद्रधनुष, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना सहित अनेक योजनाओं से बड़ी आबादी लाभांवित हो रही है.

हितग्राहियों को लाभ दिलाने का प्रयास करें

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत 31 करोड़ से अधिक खाते खोले जा चुके हैं.  8 हजार करोड़ रूपये से अधिक राशि जमा हुई है.  पवार ने युवाओं का आह्वान किया कि वे ग्रामीण विकास की योजानाओं की बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर पात्र हितग्राहियों को लाभ दिलाने का प्रयास करें. इस अवसर सामाजिक अंकेक्षण की मुख्य प्रशिक्षक श्रीमती मीनाक्षी मिश्रा, जिला पंचायत की प्रशिक्षण प्रभारी श्रीमती सबीना शेख, नर्मदांचल ग्रामीण संस्थान के अध्यक्ष सत्यनारायण मालवीय और सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार बागड़ी ने भी सम्बोधित किया.

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