शहिदों के परिवार को अपनत्व दें: श्रीकान्त मंडलोई

बड़ा रावला परिसर में मना राव राजा नंदलाल मंडलोई का बलिदान दिवस
इंदौर. जब एक सैनिक शहीद होता है तो उसके साथ पूरा परिवार शहीद होता है. उस परिवार की इच्छाऐ, सपने और खुशियां शहीद होती है. शहीदों के इस बलिदान को हमे हमेशा स्मरण करना चाहिए और उनके परिवार और बच्चों को अपनत्व का भाव रखते हुए उनके साथ सुख और दु:ख दोनों मिलकर बाटना चाहिए. यही हमारी ओर से उन शहिदो के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
उक्त विचार राव श्रीकांत मंडलोई ने इंदौर स्थापना दिवस समारोह समिति द्वारा शनिवार को बड़ा रावला परिसर में आयोजित राव राजा राव नंदलाल मंडलोई की 287 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित बलिदान दिवस पर सभी शहरवासी और वरिष्ठों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए.
श्रीकांत मंडलोई ने इंदौर के संस्थापक राव राजा राव नंदलाल मंडलोई को स्मरण करते हुए कहा की राव राजा राव नंदलाल मंडलोई एक ऐसे शासक थे जिन्होंने अपने काल में इंदौर के व्यापार को कर मुक्त कराया था। उन्ही के प्रयासो से इंदौर के व्यापारी और बाहर से आने वाले व्यापारियो को यहाँ व्यापार करने में छूट प्राप्त थी. जो इंदौर आज आज इतना समृद्ध है। वो उन्ही की कल्पनाओ का एक रूप है.
इंदौर स्थापना दिवस समारोह समिति के राव श्रीकांत मंडलोई  जमींदार एव माधवी मंडलोई ने जानकारी देते हुए बताया कि ्रशासनिक कमांडेंट स्टेशन हेड क्वाटर महू कर्नल विजय खन्ना ने अपने उद्बोधन में कहा की आज में अपने आपको सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूँ.
आज मैं उनके बलिदान दिवस में शामिल हुआ हूँ. जिन्होंने इंदौर की नीव रखी, साथ ही इंदौर को उन्होंने व्यवसायिक रूप दिया. आज उन्हीं के प्रयासों के कारण इंदौर का नाम पूरे व्यापार-व्यवसाय में जग जाहिर है. इसके पश्चात शिक्षाविद् केके पांडे और ठाकुर नरेंद्र बिड़वाल ने भी अपने विचार रखे. संचालन  राजेश जैन  ने किया. आभार माधवी मंडलोई ने माना।

शहीद के परिवारों का सम्मान

बड़ा रावला परिवार में हुए इस बलिदान दिवस कार्यक्रम में शहीदो के परिवारो का भी सम्मान किया गया। सभी मुख्य अतिथियों ने शहीद अर्जुन वर्मा, ( ग्राम हनुखेड़ी, शाजापुर ) शहीद नीलेश धाकड़ ( ग्राम घिसलाय ) एवम् शहीद राजेन्द्र यादव ( खरगोन ) के परिवार वालो का सम्मान कर उन्हें मेमोंटो और शाल भेट कर सम्मानित किया।.

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