बार-बार गुस्सा आता है, कहीं मंगल तो खराब नहीं, शीघ्र करें उपाय

डॉ श्रद्धा सोनी, वैदिक ज्योतिषाचार्य, रतन विशेषज्ञ

मंगल (Mars) ग्रह जब खराब होता है तो व्यक्ति क्रोध में पगालों के समान व्यवहार करता है. मंगल खराब हो तो शादी में भी अड़चन पैदा करता है. हनुमान जी की पूजा करने से मंगल की अशुभता को कर सकते हैं कम.

क्रोध कितना खतरनाक होता है इस बारे में तो सभी को पता है. क्रोध कभी-कभी व्यक्ति के करियर और जीवन में गंभीर संकट पैदा कर देता है. कई ऐसे लोग भी होते हैं जो लाख चाहने के बाद भी अपने क्रोध या गुस्से पर काबू नहीं कर पाते हैं, जिसके उन्हे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं.

ज्योतिष के अनुसार जब व्यक्ति की जन्मकुंडली में मंगल ग्रह अशुभ हो जाए तो व्यक्ति को अधिक गुस्सा करने वाला बनाता है. जिस कारण व्यक्ति गुस्से में अच्छे और बुरे का फर्क नहीं कर पाता है. जीवन में अगर सफल होना है तो व्यक्ति को अपने गुस्से पर काबू पाना सीखना होगा. लेकिन मंगह ग्रह ही अशुभ हो तो इस समस्या से कैसे निपटा जाएं ये एक बड़ा सवाल है. आइए जानते हैं मंगल को शुभ बनाने के उपाय-

मंगल अशुभ है तो ऐसे पहचानें

सबसे पहले तो यह जान लें कि जन्मकुंडली में मंगल अशुभ हो तो क्या फल देता है और जीवन में इसका क्या असर होता है. इसका उत्तर है कि जब मंगल अशुभ होता है तो व्यक्ति को कई तरह की दिक्कतें पेश आने लगती हैं. जैसे रक्त संबंधी समस्या, गर्म खून वाले जानवर हमला कर दें. बात-बात पर क्रोध आना, हमेशा गलत काम करने के विचार आना, मारपीट करने का मन करना, कानून को हाथ में लेने की सोचना और कभी कभी दिमाग में विध्वंसकारी विचार भी आने लगते हैं.

शादी में डालता है अड़चन

खराब मंगल शादी विवाह में भी अड़चन डालता है. समय पर शादी नहीं हो रही है. कई बार सबकुछ ठीक होने के बाद भी रिश्ता टूट जाता है. ऐसा भी मंगल के खराब होने के कारण होता है.

मंगल की अशुभता को दूर करने के उपाय

मंगल की अशुभता को जितनी जल्दी हो उतनी जल्दी दूर करने के प्रयास करने चाहिए. क्योंकि अनदेखी करने पर गंभीर स्थितियां भी खड़ी हो सकती है. मंगल को शांत करने के लिए रोज हनुमान चालीसा का पाठ करें. सुंदरकांड का नियमित पाठ करें. सुंदरकांड का नियमित पाठ करने से मंगल की अशुभता जल्दी दूर होती है. मंगलवार का व्रत रखें. महिलाओं का सम्मान करें. मांसाहारी भोजन से दूर रहें.

किसी भी तरह के नशे से बचें

शराब और नशे की अन्य चीजें मंगल की अशुभता को अधिक बढ़ा देती हैं. मदिरा या नशीले पदार्थों का सेवन कतई न करें. नशीले पदार्थ राहु-केतु की खराब स्थिति का सूचक है. ये दोनों ग्रह भ्रम की स्थिति पैदा करते हैं और सही फैसला नहीं लेने देते हैं. इसलिए मंगल की अशुभता में इनका सहयोग मिलना व्यक्ति की मुसीबतों को दोगुना बढ़ा देता है. इसलिए इनसे दूर ही रहें।

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