फ्लाय बिग का पहला विमान इंदौर आया, दिया वाटर सैल्यूट

इंदौर में बनाएगी बेस, प्रदेश के अन्य शहरों के लिए भी शुरू होगी फ्लाइट

इंदौर. देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सुविधाओं और सौगातों का सिलसिला जारी है. शुक्रवार को फ्याय बिग का पहला प्लेन यहां उतरा. इसके अलावा तीसरे एयरोब्रिज का भी शुभांरभ किया गया और ऑटोमेटिक पार्किंग भी शुरू की गई.

शुक्रवार को फ्लाय बिग एयरलाइंस का पहला प्लेन उतरा. पहले प्लेन के आगमन पर एयरपोर्ट पर वॉटर सैल्यूट दिया गया. एयरपोर्ट प्रबंधन के अनुसार शाम को फ्लायबिग का पहला विमान इंदौर आया. एयर लाइंस इंदौर को अपना बेस बनाने जा रही हैं.

इसके बाद कंपनी के दो और विमान आएंगे। इसके साथ ही भोपाल, रायपुर, अहमदाबाद, जबलपुर के लिए फ्लाइट शुरू करने में आसानी होगी. एयरलाइंस कंपनी ने फ्लाइट के संचालन की सारी तैयारियां पूरी कर ली है। एयरलाइंस ने दो पार्किंग स्लॉट भी एयरपोर्ट पर ले लिए हैं.

एयरपोर्ट डायरेक्टर आर्यमा सान्याल ने कहा कि फ्लाइट एयरलाइंस का प्रूफिंग फ्लाइट है, जिसमें दिल्ली के अधिकारी और उनके खुद के अधिकारी मौजूद थे. यह प्रूफिंग फ्लाइट विशेष फ्लाइट होती है. फ्लाइट हैदराबाद से उड़ान भरकर नागपुर पहुंची. वहां से भोपाल होते हुए इंदौर आई है. दिसंबर या नए साल से फ्लाइट उड़ान भरने लगेगी.

खुशी की बात है कि मध्य प्रदेश के छोटे शहरों को भी इससे जोड़ा जाएगा. खासतौर पर बार एसोसिएशन को लिखित में दिया गया था, जिसमें जबलपुर और भोपाल को कनेक्ट करने जैसी बातें लिखी थी और उम्मीद है कि आने वाले समय में जबलपुर और भोपाल को भी इस से कनेक्ट किया जाएगा. फिलहाल 5 फ्लाइट यहां रहेगी और यह विभिन्न शहरों में उड़ान होगी.

सांसद शंकर लालवानी ने नई एयर लाइन्स आने को लेकर कहा कि नई एयरलाइन का बेस भी इंदौर ही रहेगा. नई एयरलाइंस की खास बात यह है कि यह मध्यप्रदेश के दो से तीन शहरों से कनेक्ट होगी. यह मध्य प्रदेश के लिए भी बड़ी सौगात है खासकर इंदौर के लिए.

तीसरे एयरोब्रिज का शुभारंभ

शुक्रवार को एयरपोर्ट पर तीसरे एयरोब्रिज का शुभारंभ किया गया. यह सुविधा मिलने से यात्रियों को बोर्डिंग के लिए ज्यादा समय नहीं गंवाना पड़ेगा. एयरपोर्ट प्रबंधन के अनुसार सांसद शंकर लालवानी ने एयरपोर्ट की डायरेक्टर अर्यमा सान्याल की मौजूदगी में एयरोब्रिज का शुभारंभ किया. अर्यमा सान्याल ने बताया कि अभी हमारे पास दो एयरोब्रिज है. पिक अवर्स में आने वाले विमानों के लिए यह कम पड़ते थे जिससे यात्रियों को विमान तक लाने ले जाने के लिए बस का उपयोग करना पड़ता था.

कई बार इसमें ज्यादा समय भी लग जाता था. कोरोनाकाल को देखते हुए शारीरिक दूरी बनाए रखने का पालन भी करवाना पड़ता था जिससे बोर्डिंग की प्रकिया में लंबा समय लग जाता था लेकिन अब एक और एयरोब्रिज होने से यह परेशानी दूर हो जाएगा और एयरोब्रिज बनने से महज कुछ ही मिनट में बोर्डिंग की प्रक्रिया हो जाएगी.

ऑटोमेटिक पार्किंग भी
इसके अलावा ऑटोमेटिक पार्किंग की भी शुरुआत हो गई. काफी लंबे समय से ऑटोमेटिक पार्किंग बनकर तैयार थी लेकिन इसका शुभारंभ नहीं हो पा रहा था. इसके बन जाने से अब उतने ही देर का पैसा देना होगा जितनी देर वहां रूकेंगे.

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