- Duroply makes its range of products conform to E0 emission norms
- ड्यूरोप्लाई ने अपने प्रोडक्ट रेंज को E0 उत्सर्जन मानदंडों के अनुरूप बनाया
- दुखद सच्चाई यह है कि अच्छे लुक्स को अब भी ज़्यादा तवज्जो दी जाती है: जयदीप सिंह
- मराठी फ़िल्में और मराठी साहित्य सुर्खियों में हैं: दीक्षा सोनलकर थाम
- रोहित चौधरी वनवास में अभिनेता और सह-निर्माता की दोहरी भूमिका में हैं
सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के आगामी शो ‘क्यूं उत्थे दिल छोड़ आए’ के शानदार कलाकारों में शामिल हुईं कनिका माहेश्वरी
मुम्बई : यदि आप जिससे प्यार करते हैं, उससे प्यार ना कर पाएं तो वो आपकी जिंदगी का सबसे दुखद पल होता है। 1947 में विभाजन से पहले के भारत स्थित लाहौर की पृष्ठभूमि पर आधारित ‘क्यूं उत्थे दिल छोड़ आए’ तीन जवान लड़कियों – अमृत, वश्मा और राधा की ऐसी ही एक कहानी है।
इस कहानी में देश की आजादी की कगार पर खड़ी इन तीन लड़कियों के सपनों, उम्मीदों, अरमानों और नए-नए प्यार की दास्तान है। इस शो की कहानी में दिखाया गया है कि कैसे ये तीनों लड़कियां आगे चलकर सशक्त महिलाएं बनती हैं और अपनी जिंदगी में नई चीजें हासिल करती हैं।
टेलीविजन एक्ट्रेस कनिका माहेश्वरी, जो कई मशहूर शोज़ का हिस्सा रह चुकी हैं और जिन्होंने हमेशा अपनी अभिनय की काबिलियत साबित की है, को हाल ही में सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के आगामी शो ‘क्यूं उत्थे दिल छोड़ आए’ में एक महत्वपूर्ण रोल निभाने के लिए चुना गया हैं।
वो इस शो में एक विधवा का किरदार निभाती नजर आएंगी, जो अपने आसपास किसी भी चीज से खुश नहीं हैं और ना ही वो चाहती हैं कि कोई और भी खुश रहे। वो एक नेगेटिव किरदार निभा रही हैं, जो मानती हैं कि जब लोगों ने कभी उनकी खुशियों की परवाह नहीं की तो अब वो भी किसी की खुशी से कोई मतलब नहीं रखेंगी।
सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के आगामी शो ‘क्यूं उत्थे दिल छोड़ आए’ में अपने रोल के बारे में बात करते हुए कनिका माहेश्वरी कहती हैं, “मैं काफी समय के बाद पर्दे पर वापसी कर रही हूं, इसलिए मुझे इस बात की खुशी है कि मैं सेट पर लौटकर वो कर सकूंगी, जो मुझे बहुत अच्छा लगता है। अपने किरदार के बारे में बात करूं तो वो एक विधवा है, जो कभी किसी चीज से खुश नहीं होती। यह पूरी तरह से नेगेटिव किरदार है।
इसमें मेरा लुक भी मेरे पिछले शोज़ से बिल्कुल अलग है! यह एक रंग-बिरंगा रोल है, जिसमें मैंने कोई रंग नहीं ओढ़ा है! मेरे पिछले किरदारों की तुलना में यह किरदार निभाना बहुत मुश्किल है। इसके लिए पंजाबी लाइन्स सीखना सबसे मुश्किल काम है, हालांकि नई भाषाएं सीखना हमेशा मजेदार होता है, क्योंकि हमारी संस्कृति ही इतनी समृद्ध है। मुझे इस शो में काम करने का बेसब्री से इंतजार है क्योंकि इसे एक बेहतरीन शो बनाने के लिए इसकी टीम जी जान से मेहनत कर रही है।“