लीडर को होना चाहिए कर्मचारियों की चिंता: लोहनी

सीआईआई लीडरशिप कॉन्क्लेव में दिग्गज व्यवसायियों ने किया संबोधित
इन्दौर. कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) मध्य प्रदेश ने गुरुवार को अम्बर कन्वेशन सेंटर में सीआईआई लीडरशिप कॉन्क्लेव 2018 का आयोजन किया. सीआईआई का प्राथमिक लक्ष्य भारतीय उद्योग को विकसित करना और यह सुनिश्चित करना है कि सरकार और समाज, उद्योग की आवश्यकताओं और देश के कल्याण में इसके योगदान को भलीभांति समझे.
लीडरशिप कॉन्क्लेव 2018 में इंडियन रेलवे बोर्ड के चेयरमैन श्री अश्वनी लोहानी के साथ सीआईआई वेस्टर्न रीजनल काउंसिल के चेयरमैन व रसना प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर पिरोज़ खम्बट्टा, 5 एफ़ वल्र्ड के चेयरमैन डॉ श्री गणेश नटराजन और गूंज के फाउंडर अंशु गुप्ता जैसे अपने अपने क्षेत्र के सफल लीडर्स ने अपने व्याख्यान से कन्वेंशन की गरिमा बढ़ाई.
लीडरशिप कॉन्क्लेव के मुख्य अथिति इंडियन रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि एक सफल लीडर होने के नाते आपको अपने क्लाइंट से ज्यादा अपने कर्मचारियों की चिंता होनी चाहिए. यदि हम छोटी सी चीज में परिवर्तन कर सकते हैं तो बेशक हम बड़ी चीजों में भी बदलाव ला सकते हैं. इस दौरान वह इंदौर के समीप स्थित पर्यटन स्थल पातालपानी व कालाकुण्ड पर भी पहुंचे, जहां उन्होंने इन पर्यटक स्थलों को इंदौर के हैरिटेज की उपाधि से नवाजा.
लोहानी ने कहा कि इन हैरिटेज को मालवा के व्यंजन और कल्चर के आधार पर प्रमोट किया जाएगा. इस दौरान उन्होंने मध्यप्रदेश के सपोर्ट सिस्टम की तारीफ़ करते हुए रेलवे को आधुनिक बनाने पर जोर दिया. लोहानी ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा रेलवे की प्राथमिकता है और हम इसे तकनीकी रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं.

युवा व्यवसायी लोकल स्तर पर करें शुरूआत: खम्बट्टा

सीआईआई की निरंतरता पर बात करते हुए रसना प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर पिरोज़ खम्बट्टा ने कहा कि, युवा व्यवसायियों को लोकल स्तर पर शुरुआत करते हुए सक्रीय रूप से इंडियन मार्केट पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. भूतकाल में भारत विश्व गुरु हुआ करता था और एक बार फिर से विश्व गुरु बन सकता हैं. उन्होंने अपने रसना प्रोडक्ट के ग्रोथ पर बात करते हुए कहा कि, आजकल सिर्फ फ्लेवर से काम नहीं चलता है, इसलिए कस्टमर को कुछ ऐसा देना है जिससे उसे ड्रिंक फ्लेवर के साथ हेल्थ भी मिले. रसना के साथ ग्राहकों के भावनात्मक जुड़ाव के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी ब्रांड फंक्शनल और इमोशनल जुड़ाव के साथ ही बनता है अगर आप सिर्फ फंक्शनल एरिया पर ध्यान देंगे को सफलता की उम्मीद कम हैं. भावनात्मक जुड़ाव होना जरूरी है. ब्रांड में स्टोरी का होना जरूरी हैं.

नजरिये को बदलने की जरूरत: गुप्ता

गूँज के फाउंडर अंशु गुप्ता ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि, एक व्यक्ति जो कागज़ पर कोई डिजाइन बनाता हैं वो स्किल्ड हैं जबकि वो इंसान जो ईंटें जोड़कर बड़ी सी बिलिं्डग बना रहा हैं वो अनस्किलड हैं. लिहाजा हमें अपने नजरिये को बदलने की जरुरत है क्योंकि हम अपने माइंड सेट के हिसाब से ही काम कर रहे हैं.

जनरेशन गैप कम करने की जरूरत

बजाज फाइनेंस लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर संजीव बजाज ने कहा कि, भारत में बिजऩेस कल्चर के आधार पर चलता है. कंज्यूमर्स लगातार बदल रहे है और जनरेशन गैप को कम करने की जरुरत है. रिलायंस इंडस्ट्री लिमिटेड के ग्रुप लीडर रोहित बंसल ने एक पुजारी का उदाहरण देते हुए डिजिटल भारत में जियो की भूमिका पर कहा कि अब पुजारी कैश की जगह डिजिटल वॉलेट में दक्षिणा मांगने लगे है, यहीं हमारा लक्ष्य हैं कि एन्ड कस्टमर्स को भी हम अपने प्लेटफार्म से जोड़ पाएं.

सोशल के साथ काम में माहिर होना पड़ेगा

 5 एफ़ वल्र्ड के चेयरमैन डॉ. गणेश नटराजन ने कहा कि आपका जिसमें भी मन लगे उसी में आगे बढ़ें. साथ ही एजुकेशन का होना भी जरूरी है तभी सफलता मिलेगी और सिर्फ पैसा बनाने के पीछे नहीं भागना है ये बात भी दिमाग में होना चाहिए. आपको सोशल होने के साथ-साथ अपने काम में माहिर भी होना पड़ेगा.

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