मारीशस पूरी तरह हिन्दू सभ्यता और संस्कृति के रंग में रंगा
हिन्दी परिवार की मासिक बैठक पाठक संसद केन्द्रिय अहिल्या पुतकालय में आयोजित की गई। इस बार मारीशस में हुए 11 वें विश्व हिन्दी सम्मेलन में इन्दौर से प्रतिनिधित्व करने वाले हिन्दी परिवार के सदस्य वरिष्ठ साहित्यकार हरेराम वाजपेई, डाँ चंद्रा सायता, कला जोशी ने वहाँ के रोमांचकारी यात्रा के संस्मरणों को साझा किया । उन्होंने बताया कि 1958 में मारीशस आजाद हुआ उसके पहले अरब, डच, फ्रेंच, जर्मन ने वहाँ पर शासन किया। माँरीशश में…
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