सीएमआर के अध्ययन में सामने आया कि उपभोक्ता स्मार्टफोन खरीदने के लिए कैमरा से ज्यादा महत्व ऑडियो क्वालिटी को देते हैं

भारतीय ऑडियो क्वालिटी को स्मार्टफोन खरीदने के लिए सबसे महत्वपूर्ण मानते हैं। इसका स्कोर 100 में से 66 रहा, जबकि बैटरी लाईफ का स्कोर 61 एवं कैमरा का स्कोर 60 रहा।

इंडिया. साईबरमीडिया रिसर्च (सीएमआर) के नए अध्ययन के अनुसार, भारतीय ग्राहक स्मार्टफोन खरीदने के लिए ऑडियो क्वालिटी को कैमरा एवं बैटरी से ज्यादा महत्व देते हैं। सभी पैरामीटर्स में हर चार में से एक यूज़र ने ऑडियो क्वालिटी को स्मार्टफोन खरीदने के लिए सबसे महत्वपूर्ण माना। ऐसा पहली बार हुआ है, जब उपभोक्ताओं का रूझान ‘ऑडियो क्वालिटी’ की ओर हुआ है। इसका कारण संभवतः घरों में ज्यादा घंटों तक रहना है। इसलिए उपभोक्ता बेहतर और ज्यादा रोचक अनुभव तलाशते हैं।

सत्य मोहंती, हेड-इंडस्ट्री कंसल्टिंग समूह, सीएमआर ने कहा, ‘‘स्मार्टफोन कैमरा और बैटरी में होने वाली प्रगति के चलते, उपभोक्ता उद्योग में अग्रणी इनोवेशंस से ज्यादातर संतुष्ट हैं। दूसरी तरफ घरों से चल रही मौजूदा अर्थव्यवस्था में उपभोक्ता ज्यादा जागरुक हो रहे हैं और ऑडियो क्वालिटी पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। मौजूदा जीवनशैली में वो संचार और कंटेंट कंज़ंप्शन के लिए इसे प्राथमिकता दे रहे हैं।’’

प्रभु राम, हेड-इंडस्ट्री इंटैलिजेंस ग्रुप, सीएमआर के अनुसार, ‘‘अध्ययन के ये दिलचस्प परिणाम हमें स्मार्टफोन ऑडियो के लिए उपभोक्ताओं की विकसित होती रुचि को बेहतर रूप में समझने का आधार प्रदान करते हैं। उपभोक्ता हर जगह व हर वक्त लगातार बेहतर एवं रोचक लिसनिंग अनुभव चाहते हैं। ओटीटी कंज़ंप्शन से लेकर मोबाईल गेमिंग एवं यूजीसी तक हर मामले में उपभोक्ता हाई क्वालिटी की साउंड चाहते हैं। इसी मामले में ब्रांड उद्योग में अग्रणी इनोवेशंस, जैसे डॉल्बी के साथ अपनी अलग पहचान बना उपभोक्ताओं की उम्मीदों पर खरे उतर सकते हैं।’’

‘‘स्मार्टफोन यूज़र्स के लिए ऑडियो का क्या मतलब है?’’, इस शीर्षक के साथ सीएमआर अध्ययन भारतीय उपभोक्ताओं को उनके ऑडियो कंज़ंप्शन के तरीके के आधार पर निम्नलिखित श्रेणियों में बांटता है:

· डिजिटल नेटिव्स, जो सप्ताह में 20 घंटे से ज्यादा समय देते हैं (39 प्रतिशत)
· डिजिटल डिपैंडेंट्स, जो सप्ताह में 10-20 घंटे देते हैं (44 प्रतिशत)
· डिजिटल लैगडर््स, जो सप्ताह में 10 घंटे से कम समय देते हैं (17 प्रतिशत)

सर्वव्यापी स्मार्टफोंस के चलते ऑनलाईन कंटेंट कंज़ंप्शन – मूवीज़ एवं म्यूज़िक, ने अपार वृद्धि दर्ज की है। पिछले कुछ सालों में किफायती एवं वैल्यू फॉर मनी स्मार्टफोंस की वृद्धि ने घर में एवं ऑन-द-गो रहते हुए कंटेंट का कंज़ंप्शन बढ़ाया है।

भारतीय वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स पर बिंज वॉच करना पसंद करते हैं। वो विभिन्न शैलियों, एपिसोडिक कंटेंट एवं सोशल मीडिया पर यूज़र जनरेटेड वीडियो कंटेंट देखते हैं। महामारी के दौरान ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की व्यूअरशिप एवं नए सब्सक्राईबर बढ़े हैं। उपरोक्त तीन श्रेणियों में से डिजिटल नेटिव्स ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर ज्यादा समय बिताते हैं और स्मार्टफोन खरीदने के लिए ऑडियो को सबसे ज्यादा महत्व देते हैं।

अध्ययन के कुछ रोचक परिणाम निम्नलिखित है:

ऑडियो क्वालिटी महत्वपूर्ण है: भारतीय ऑडियो क्वालिटी को स्मार्टफोन खरीदने के लिए सबसे महत्वपूर्ण मानते हैं। इसे 100 में से 66 का स्कोर मिला है, जबकि बैटरी लाईफ को 61 एवं कैमरा को 60 का स्कोर मिला है। स्मार्टफोन यूज़र्स ऑडियो का कंज़ंप्शन मुख्यतः निम्नलिखित तरीके से करते हैं:

o लोकप्रिय ऑडियो ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर संगीत सुनकर (94 प्रतिशत)
o वीडियो- मूवीज़, ओटीटी कंटेंट या सोशल नेटवर्क्स पर यूज़र जनरेटेड कंटेंट देखकर (96 प्रतिशत)।

पसंदीदा ऑडियो एक्सेसरीज़ में वायर्ड ईयरप्लग एवं ईयरबड्स हैं। 78 प्रतिशत उपभोक्ता वायर्ड ईयरप्लग पसंद करते हैं, जबकि 65 प्रतिशत ईयरबड इस्तेमाल करते हैं।

उपभोक्ता के व्यक्तित्व के आधार पर वीडियो कंज़ंप्शन अलग अलग होता है। उदाहरण के लिए डिजिटल नेटिव्स छोटे अंतराल के वीडियो पसंद करते हैं (38 प्रतिशत), जबकि डिजिटल लैगडर््स लंबे अंतराल के वीडियो पसंद करते हैं (23 प्रतिशत)।

बेहतर ऑडियो अनुभव का मतलब अलग अलग उपभोक्ताओं के लिए अलग अलग है। उदाहरण के लिए डिजिटल लैगडर््स बेहतर ऑडियो अनुभव का मतलब वॉईस एवं संवाद की क्लैरिटी (69 प्रतिशत) मानते हैं, जबकि डिजिटल नेटिव्स इसे इमर्सिव अनुभव से जोड़ते हैं (61 प्रतिशत)।

हर आठ में से पाँच यूज़र (62 प्रतिशत) गेमिंग के दौरान ऑडियो का इस्तेमाल करते हैं। उनमें से 72 प्रतिशत इससे संतुष्ट हैं।

भारतीय ऑडियो समस्याओं के लिए ढल चुके हैं। सात में से तीन यूज़र्स को स्मार्टफोन ऑडियो में नियमित तौर पर कुछ समस्याएं होती हैं। इन समस्याओं में शामिल हैंः

· ऑडियो बहुत सॉफ्ट हो जाता है (33 प्रतिशत)
· ऑडियो बहुत ज्यादा हो जाता है (30 प्रतिशत)
· ऑडियो डिस्टॉर्टेड होता है (24 प्रतिशत)

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