मौत के आंकड़ों को छिपा रही सरकार: पटवारी

कांग्रेस नेताओं ने जमीन पर बैठकर की मीडिया चर्चा

इंदौर. रेसीडेंसी कोठी पर बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पहुंचे कांग्रेसियों को प्रशासन ने रोक दिया. इससे गुस्साए कांग्रेसियों ने पहले प्रशासन के समक्ष विरोध जताया फिर रेसीडेंसी कोठी के बाहर जमीन पर बैठकर मीडिया से चर्चा की. कांग्रेस नेताओं और पदाधिकारियों ने सरकरा और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए.

पटवारी ने प्रशासन और सरकार पर आरोप लगाए कि इंदौर में हो रही मौतों को सरकार छिपा रही है. मौत के आंकड़े और भी कहीं ज्यादा हैं. साथ ही निजी हॉस्पिटलों में सरकार प्रबंधक के साथ मिलकर मरीजों को लूट रही है. इंदौर में मरीजों को बेड नहीं मिल रहे हैं. वहीं मौत का आंकड़ा भी 473 तक पहुंच चुका है. लेकिन सच्चाई और कहीं भी ज्यादा की है. दीपावली तक प्रदेश में 50 हजार कोरोना संक्रमित मरीज हो जाएंगे. लेकिन सरकार इसके लिए कोई कदम नहीं उठा रही है.

जीतू पटवारी ने शहर के एक निजी अस्पताल का बिल दिखाते हुए बताया कि इस अस्पताल में 1 दिन का बिल 1 लाख 36 हज़ार तक आया है, निजी अस्पतालों की मनमानी को लेकर इंदौर से लेकर भोपाल तक कांग्रेस आरोप लगा रही है. कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार ने निजी अस्पतालों को लूट की खुली छूट दे रखी है.

जीतू पटवारी ने खुद के रिश्तेदार और सांवेर से कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू का भी उदाहरण देते हुए बताया कि जब ये भी अस्पताल में कोरोना का इलाज करवा रहे थे, तब इनसे भी एक बड़ी राशि वसूली गई. ऐसे में सरकार के द्वारा तय किए गए दामों से निजी अस्पताल अधिक राशि वसूल कर कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों की मनमानी और लापरवाही को लेकर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, इसमें कुछ हद तक हकीकत भी है. अभी तक इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें निजी अस्पतालों के द्वारा ज्यादा बिल वसूलने की शिकायतें सामने आ रही हैं. हालांकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निजी अस्पतालों के खिलाफ सख्ती के निर्देश दिए थे, लेकिन उसका कोई ज्यादा असर देखने को नहीं मिला है.

प्रशासन पर लगाए कठपुतली होने के आरोप

प्रेस वार्ता को लेकर भी कांग्रेस पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन पर बीजेपी की कठपुतली होने के आरोप लगाए. विधायक पटवारी ने आरोप लगाया कि ऐसा कर सरकार हमारी आवाज दबाना चाहती है. रेसीडेंसी कोठी में तो सभी जनप्रतिनिधि चर्चा करते हैं, फिर हमें क्यों रोका गया. पटवारी ने कहा कि एक समय वह भी था जब कैलाश विजयवर्गीय को रेसिडेंसी में जाने से रोका गया था और उन्होंने कहा था कि वे शहर में आग लगा देंगे. लेकिन कांग्रेस का काम शहर में आग लगाना नहीं बल्कि लगी हुई, आग को बुझाना चाहते हैं.

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