ग्रे शेड करना चुनौतीपूर्ण: जेनिफर विंगेट

इंदौर, 29 अक्टूबर. अभिनेता के तौर पर अलग-अलग तरह के किरदार करना अच्छा अवसर होता है. हर किरदार में मैं अपना बेहतर देने की कोशिश करती हूं. अभी तक के किरदारों में मेरे लिए बेहद का किरदार चुनौतीपूर्ण रहा क्योंकि वो ग्रे शेड का था. ग्रे शेड करना थोड़ा मुश्किल होता है.
यह कहना है अभिनेत्री जेनिफर विंगेट का. वे कलर्स टीवी के शो बेपनाह के प्रमोशन के लिए शहर में थी. उनके साथ उनके अभिनेता हर्षद चोपड़ा भी थी. शो में जोया किरदार निभा रही जेनिफर ने बताया कि जोयाÓ जिन सब हालातों से गुजरी है, उसके साथ उसकी शख्सियत का पूरा कायापलट होना अटल है. एक कम बोलने वाली, स्वतंत्र लड़की से बड़ी होकर, अब वह एक स्वतंत्र और लगभग पूरी तरह से निडर महिला बन चुकी है.
समय के साथ, उसने आदित्य के साथ मिलकर, जो अंतत: उसकी मुख्य सहारा बन गया है, अपनी लड़ाइयां खुद लडऩे, अपने पति एवं नमिता की मृत्यु के लिए न्याय हासिल करने का आत्मविश्वास भी पा लिया है. जोया का किरदार निभाना काफी आनंददायक रहा.
जेनिफर ने आगे बताया कि मेरी मम्मी एक फिल्म कंपनी में थी. हम बचपन में अक्सर सेट पर जाया करते थे. छुट्टियों के दिनों मैं एक बार फिल्म की शूटिंक देखने गई जो कि बच्चों पर ही बन रही थी. उसमें मुझे काम करने के लिए कहा और मैंने कर लिया.
इसके बाद मुझे और भी ऑफर मिले. काम करते-करते मुझे एक्टिंग अच्छी लगने लगी और मैंने इसे ही करियर बना लिया. मैं इस इंडस्ट्री में लंबे समय से इसलिए टिकी हूं क्योंकि मैं सिर्फ अपने काम पर ध्यान देती हूं.

सेट पर ही सीखी एक्टिंग: हर्षद

मुझे बचपन से ही एक्टर बनने की इच्छा थी लेकिन मैंने कभी भी एक्टिंग नहीं सीखी. मेरा मानना है कि आप कितना भी सीख लो, वास्तविक प्रशिक्षण सेट पर ही होता है. वहां ही एंगल से लेकर मार्क तक जानने को मिलता है. मैंने भी सेट पर एक्टिंग सीखी है.
यह कहना है अभिनेता हर्षद चोपड़ा का. हर्षद ने बताया कि मुझे बचपन से एक्टिंग की इच्छा थी लेकिन घरवालों ने मुझे इंजीनियरिंग करने पूना भेज दिया. मेरा मन एक्टिंग में था इसलिए घरवालों को बिना बताए मैं मुंबई आया और मैंने ऑडिशन दिया और मुझे मेरा पहला शो मिल गया. मेरा शो चलने लगा उसके बाद मैंने घर पर बताया कि मैं एक्टिंग कर रहा हूं. चूंकि मुझे सफलता मिल गई थी इसलिए घर वाले नाराज नहीं हुए.
मेरा सोचना है कि पैरेंट्स हमें कुछ भी बोलते हैं तो उसके पीछे परवाह होती है. बच्चे को लेकर वो थोड़ा डरते हैं लेकिन जब बच्चा अच्छा करता है तो उन्हें खुशी मिलती है. अपने किरदार के बारे में हर्षद ने बताया कि मैं आदित्य का किरदार निभा रहा हूं. वह जो देखता है बस उसी पर विश्वास करता है. जबकि जोया उनकी उलट है. दोनों बहुत जिद्दी है इसलिए दोनों शो मेें लड़ते है. लेकिन शो में दिखाया है कि रिश्ता निभाया जाता है वह अपने आप नहीं निभता. रिश्ता निभाने की नियत होना चाहिए.

अपने किरदार के बारे में चर्चा करते हुए बेपनाह में जोया अर्थात जेनिफर विन्‍गेट का कहना था, जोया’ जिन सब हालातों से गुजरी हैउसके साथ उसकी शख्सियत का पूरा कायापलट होना अटल है। एक कम बोलने वालीस्‍वतंत्र लड़की से बड़ी होकरअब वह एक स्‍वतंत्र और लगभग पूरी तरह से निडर महिला बन चुकी है। समय के साथउसने आदित्‍य के साथ मिलकरजो अंतत: उसकी मुख्‍य सहारा बन गया हैअपनी लड़ाइयां खुद लड़नेअपने पति एवं नमिता की मृत्‍यु के लिए न्‍याय हासिल करने का आत्‍मविश्‍वास भी पा लिया है। जोया का किरदार निभाना काफी आनंददायक रहा है क्‍योंकि उसके साथ अनेक भावनाएं जुड़ी हैं – वह भोली-भाली  और पवित्र है लेकिन जब जरूरत पड़े तो ताकतवर एवं साफदिल भी है। यह काफी मजेदार सफर रहा है।

इंदौर में अपने आगमन के बारे में, जेनिफर का कहना था, मैं इंदौर वापस आकर बहुत उत्तेजित हूँ। मुझे इस शहरइसके खाने और खास तौर पर यहां के लोगों से प्‍यार है। हमें अपने प्रंशसकों से मिलने वाली गर्मजोशीप्‍यार और समर्थन का हमारे लिए बहुत अहमियत है और हम उसकी वाकई कदर करते हैं।

हरशद चोपड़ा उर्फ आदित्‍य हुडा का कहना था, बेपनाह प्‍यार और धोखे की अनूठी कहानी को बड़ी खूबसूरती से दिखाता है जो दो लोगों की जिंदगी को हमेशा के लिए बदल डालती है। अभी तक का सफर हम दोनों के लिए काफी कुछ सिखाने वाला रहा है। हमारे प्रंशसक अपने अनंत प्‍यार एवं समर्थन के साथ जो शानदार प्रतिक्रिया न्‍यौछावर कर रहे हैंउसे देखकर बहुत जबर्दस्‍त महसूस होता है। इंदौर आना हमेशा आनंददायक रहा हैयहां के लोग बहुत जिंदादिल और स्‍वागत करने वाले हैं। मैं मूँग की कुछ स्‍वादिष्‍ट कचौड़ि‍यां खाने और मशहूर इंदौरी फरसन अपने साथ वापस ले जाने का इंतजार कर रहा हूँ।

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