मौका मिला इंदौर का कर्ज़ जरूर उतारूंगा

एमएस सत्थू, अंजन श्रीवास्तव, अखिलेंद्र मिश्रा आदि कलाकारों के साथ मंच साझा कर रहे ख्यात इंदौरी कलाकार हेमंत कमल से विशेष चर्चा

इंदौर। एक्टिंग और डांसिंग की शुरुआती तालीम मुझे इंदौर में ही मिली। संवाद अदायगी का ककहरा और डांसिंग स्टेप्स की एबीसी यहीं सीखी। इंदौर में मिली ये जबरदस्त ट्रेनिंग मायानगरी मुंबई में बहुत काम आई और ऐसे नामवर कलाकारों के साथ मंच और स्क्रीन शेयर करने का मौका मिला जो अपने आप में एक्टिंग की यूनिवर्सिटी कहे जाते हैं। करीब 12 साल मुंबई में अपनी कला को निखारने के बाद मुझे लगता है कि अब वक्त आ गया है कि इंदौर मैं जो प्यार, अपनापन और अदाकारी का सही गाइडेंस मिला है उससे यहां के नए कलाकारों को समृद्ध किया जाए। इसलिए, निकट भविष्य में जब भी मौका मिला इंदौर का कर्ज जरूर उतारूंगा।

ये कहना है मुंबई में एमएस सत्थू, अंजन श्रीवास्तव, राकेश बेदी, अखिलेंद्र मिश्रा, अवतार गिल और सुलभा आर्य जैसे देश के सुप्रसिद्ध कलाकारों के साथ मंच साझा कर रहे इंदौरी अभिनेता और डांस एक्सपर्ट हेमंत कमल का। वो मुंबई में “कंचुकी, खालिद की खाला, कोर्ट मार्शल, हम रहे ना हम, मोटे राम का सत्याग्रह” और “अलादीन” समेत कई हिट नाटकों में अपनी अदाकारी का लोहा मनवा चुके हैं। एक्टिंग के साथ-साथ वो “प्यार दीवाना होता है” और “बड़े भाईसाहब” जैसे सुपरहिट नाटकों का निर्माण और निर्देशन भी कर चुके हैं। हिंदी नाटकों के अलावा उनके द्वारा निर्देशित और अभिनीत “अलादीन अ मैजिकल लैंप, क्रेजी लवर्स और नटखट नंद गोपाला” जैसे अंग्रेजी और गुजराती नाटक जी खासे चर्चित रहे हैं। आम दर्शकों के साथ-साथ इन्हें कला समीक्षकों और आलोचकों द्वारा भी खूब सराहा गया है।

टेरेंस लुईस का जवाब नहीं

इंदौर से ही अपनी अदाकारी और डांसिंग का सफर शुरू करने वाले हेमंत की पहचान इन दिनों मुंबई के चर्चित युवा कोरियोग्राफर में होने लगी है। इंटरनेशनल फेम कोरियोग्राफर टेरेंस लेविस, लोली मैम और शामक डावर से ट्रेंड हेमंत अब मुंबई के नामी-गिरामी संस्थानों में युवा कलाकारों को डांसिंग कोर्स करा रहे हैं। इसके अलावा वह नियमित रूप से एक्टिंग, डांसिंग वर्कशॉप्स में नए कलाकारों को तैयार भी कर रहे हैं। वो कहते हैं यूं तो हर कोरियोग्राफर की अपनी एक खासियत होती है लेकिन ऑलराउंडर कोरियोग्राफर टेरेंस लुइस तो लाजवाब हैं।

प्रतिभावान कलाकारों को नि:शुल्क प्रशिक्षण

हेमंत कहते हैं की मेरी कामयाबी में इंदौर में एक नए कलाकार के रूप में गुजारे करीब 5 साल का बहुत बड़ा रोल रहा है। इसलिए मेरी जिम्मेदारी बनती है कि अब इस शहर के कलाकारों को मैं वो बारीकियाँ सिखाऊं जिन्हें न जानने के चलते वो कई दफा मुंबई के प्रोफेशनल कलाकारों से जरा पीछे जाते हैं। इसके लिए इंदौर में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अभिमंच अकादमी शुरू की जाएगी। जिसके जरिए हम ऐसे प्रतिभावान कलाकारों को प्रशिक्षित करेंगे जो टैलेंटेड होते हुए भी किन्हीं वजहों से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं। आर्थिक रूप से कमजोर कलाकारों को हम नि:शुल्क अथवा बहुत ही कम खर्च में प्रशिक्षण देंगे। क्योंकि हमारा उद्देश्य ही यही है कि संसाधनों की कमी के चलते किसी प्रतिभा को कुंठित ना होना पड़े। हर कलाकार को उसकी योग्यता के मुताबिक भरपूर प्रोत्साहन और उचित मंच मिले। इसलिये ऐसे कलाकारों को एसएचएस फाउण्डेशन द्वारा स्कॉलरशिप और आर्थिक मदद भी मुहैया कराई जाएगी।

इंदौर बनेगा फिल्म शूटिंग हब

हम इंदौर शहर को एक बड़े फिल्म शूटिंग हब के रूप में प्रोजेक्ट करना चाहते हैं क्योंकि यहां पर न तो संसाधनों की कमी है और न ही अच्छे कलाकारों की। महेश्वर से लेकर मांडव, महू, उज्जैन आदि इंदौर के आसपास के तमाम क्षेत्रों में एक से एक बढ़कर ऐसी कई शानदार लोकेशंस हैं, जिन्हें अगर पर्दे पर उतारा जाए तो किसी भी फिल्म की खूबसूरती में चार चांद लग जाएंगे। फिर, जब इंदौर से कम सुविधा और संसाधन संपन्न शहरों में बड़े स्तर पर फिल्में बन सकती हैं तो यहाँ तो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की फिल्में बनाने का बहुत बड़ा स्कोप है।

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