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मैं भारत में परिवारों और पेरेंट्स के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण संदेश दे रहा हूं: आयुष्मान खुराना
आयुष्मान खुराना एक ऐसे सुपरस्टार हैं, जिन्होंने आज भारत में सभी मिथकों को तोड़ दिया है। अपनी विचित्र शैली वाली, संदेश-प्रधान फिल्मों के साथ भारत में आयुष्मान शैली बनाने के लिए जाने जाने वाला ये अभिनेता अब आनंद एल राय की शुभ मंगल सावधान में दिखेंगे। समान सेक्स संबंध पर आधारित इस फिल्म में वे एक समलैंगिक व्यक्ति की भूमिका निभा रहे हैं।
बॉलीवुड की रूढ़ियों के विपरीत, जहां कभी भी एक लीडिंग सुपरस्टार ने ऐसी भूमिकाओं का प्रयास नहीं किया है, आयुष्मान को लगता है कि उन्हें एलजीबीटीक्यू समुदाय के लिए कुछ करने के लिहाज से इस फिल्म को करना चाहिए था।
आयुष्मान कहते हैं, मैं एक छोटे से शहर में पैदा और बड़ा हुआ और बड़ा होने तक मुझे इस बारे में पूरी जानकारी और समझ नहीं थी। एलजीबीटीक्यू समुदाय के बारे में मैंने अपना दृष्टिकोण देखा है और मैंने धीरे-धीरे बड़े पैमाने पर इस कम्यूनिटी से जुड़े सामाजिक कलंक और रूढ़ियों को पहचाना, जिससे मुझे तकलीफ हुई।
बहुमुखी अभिनेता ने खुलासा किया कि जब भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने आर्टिकल 377 को रद्द किया तब उन्हें गर्वित भारतीय होने का अहसास हुआ। उन्होंने कहा कि सभी मनुष्य एक समान पैदा होते हैं और उनके साथ एक समान ही व्यवहार करना चाहिए। एक आजाद देश में वे कौन हैं, वे किससे प्यार करते हैं, उनकी पसंद क्या है, इस संबंध में कभी भी सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए।
लेकिन, दुख की बात है कि वास्तव में ऐसा कहीं भी नहीं होता है और एक बेहतर समाज बनाने की प्रक्रिया हमेशा चलती रहती है और काम हमेशा प्रगति पर रहता है। मैं आभारी हूं कि हमारा राष्ट्र भी समय के साथ विकसित हुआ है और अनुच्छेद 377 को हटाना समावेशिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम था। इस निर्णय के पारित होने पर मुझे अपने देश पर गर्व हुआ।
आयुष्मान का कहना है कि उन्होंने शुभ मंगल ज़्यादा सावधान में वापसी का इसलिए फैसला किया, क्योंकि ऐसी फिल्में समाज में बड़े पैमाने पर समावेशिता और व्यक्तिवाद की भावना को बढ़ावा देती हैं। यही कारण है कि मुझे इस संवेदनशील मुद्दे पर अधिक जागरुकता बढ़ाने के लिए इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में शामिल होना पड़ा।
हितेश केवले के विजन के जरिए आनंद एल राय सर ने महसूस किया कि भारत में कई परिवारों और पेरेंट्स को यह अति महत्वपूर्ण संदेश देने के लिए मुझे स्क्रीन पर यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की जिम्मेवारी सौंपी जा सकती है और यह मेरे लिए सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि यह हम सभी भारतीयों के व्यक्तित्व का जश्न मनाने और समावेशीता को समर्थन करने का मेरा प्रयास है जो वास्तव में हम सभी को मनुष्य के रूप में परिभाषित करता है।