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महिला मैकेनिकों ने दिखाया अपना हुनर

छह घंटे में की 25 बाईक की सर्विसिंग
इन्दौर। शहर में महिलाएं अब मैकेनिक के रूप में अपनी नई पहचान बनाने के लिए आगे बढ़ चुकी है। इसी कड़ी में रविवार को शहर की महिलाओं ने सर्विसिंग कैम्प में छह घंटे में25 मोटरसाईकिल एवं एक्टिवा की सर्विसिंग कर अपने हूनर से शहर को परिचित कराया।
ये महिलाएं समान सासोयाटी द्वारा संचालित यंत्रिका कार्यक्रम के अंतर्गत बाईक मैकेनिक का प्रशिक्षण पूर कर चुकी है और अब अपने सर्विस सेंटर्स संचालित करने एवं रोजगार के लिए तैयार हैं।

इस कैम्प में महिलाओं ने 100 रूपए की मामूली दर पर बाईक की पूरी सर्विसिंग की, जिसके अंतर्गत कार्बोरेटर एवं फिल्टर साफ करने से लेकर दोनों पहियों को खोलकर ग्रिसिंग करने,ब्रेक शू चेक करने, उसकी सफाई करने या उसे बदलने तथा सभी प्रकार के नटबोल्ट को टाईट करने जैसे काम शामिल है।
उल्लेखनीय है कि इस तरह की सघन सर्विसिंग में प्रोफेशनल मैकेनिक को दो घंटे का समय लगता है। महिला मैकेनिकों ने भी लगभग इतने ही समय में बेहतर सर्विसिंग कार्य कर यह साबित किया है कि पुरूष वर्चस्व वाले काम में भी वे पीछे नहीं है।
समान सोसायटी ने जेण्डर समानता की दिशा में काम करते हुए आठ माह पहले महिलाओं को मैकेनिक का प्रशिक्षण प्रारंभ का प्रारंभ किया गया था। संस्था द्वारा शहर की विभिन्न बस्तियों में आर्थिक रूप से कमजोर तबके की महिलाओं को इस प्रशिक्षण से जोड़ा जाता है। संस्था द्वारा यह प्रशिक्षण पूरी तरह नि:शुल्क दिया जाता है।
सर्विसिंग कैम्प में 12 महिला मैकेनिकों ने अपना हूनर दिखाया। इनमें से कुछ महिलाएं अपना स्वयं का सर्विस सेंटर शुरू करने की योजना बना रही है तथा कुछ महिलाएं विभिन्न कंपनियों के सर्विस सेंटर के रूप में नौकरी करने के लिए तैयार है।